सवालों के घेरे में “सब्जेक्ट कमेटी ऑन एजुकेशन ” का एसजीटी दौरा !

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सस्ती लोकप्रियता के लिए परम्पराओं से हट कर विज्ञप्ति जारी करवाया 

सब्जेक्ट समिति की गोपनीयता बरतने के नियमों का सरासर उल्लंघन 

सुभाष चौधरी, प्रधान संपादक 

गुरुग्राम : हरियाणा विधान सभा की “सब्जेक्ट कमेटी ऑन एजुकेशन ” ने शुक्रवार को एसजीटी विश्वविद्यालय का दौरा किया. समिति द्वारा गुरुग्राम स्थित इस डीम्ड विश्वविद्यालय के प्रबंधन व बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स के साथ बैठक का व्योरा व उनसे मांगी गयी जानकारियों के बारे में जिला लोक सम्पर्क कार्यालय से विज्ञप्ति के माध्यम से जारी करवाया गया है. हालाँकि आम तौर पर विधान सभा की विभिन्न विषयों को लेकर गठित इस प्रकार की समितियों की बैठकों व उनमें हुए विचार विमर्श को बेहद गोपनीय रखने की परम्परा है लेकिन लगता है समिति के अध्यक्ष ने इस बात का ख़याल नहीं रखा. इस सम्बन्ध में वस्तुस्थिति की जानकारी के लिए उनसे फोन पर सम्पर्क किया गया लेकिन बात नहीं हो पाई .  समिति के एक सदस्य फरीदाबाद से भाजपा विधायक मूलचंद शर्मा ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इनकार किया.

शुक्रवार को जिला लोक संपर्क विभाग गुरुग्राम की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि भाजपा विधायक उमेश अग्रवाल की अध्यक्षता वाली हरियाणा विधानसभा की “सब्जेक्ट कमेटी ऑन एजुकेशन ने आज एसजीटी विश्वविद्यालय का निरिक्षण किया. उक्त समिति के दायरे में “एजुकेशन, टैक्नीकल एजुकेशन, वोकेशनल एजुकेशन, मेंडिकल एजुकेशन तथा हैल्थ सर्विसिज जैसे विषय आते हैं. विज्ञप्ति में कहा गया है कि समिति ने विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित किए जा रहे मेडिकल कॉलेज में मरीजों को दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं का आकलन किया।

सवालों के घेरे में "सब्जेक्ट कमेटी ऑन एजुकेशन " का एसजीटी दौरा ! 2लोक संपर्क विभाग से जारी विज्ञप्ति में समिति के उक्त विश्वविद्यालय में आगमन से लेकर प्रत्येक गतिविधियों की जानकारी दी गयी है.ऐसा लगता है कि गोपनीयता के नियमों को दरकिनार करते हुए समिति के साथ लोक संपर्क विभाग के किसी रिपोर्टिंग अधिकारी को पब्लिसिटी के लिए ले जाया गया. क्योंकि इसमें आगे कहा गया है अग्रवाल की अध्यक्षता वाली कमेटी एसजीटी विश्वविद्यालय में आज ठीक 11 बजे पहुंची। इस कमेटी में गुरुग्राम के विधायक उमेश अग्रवाल के अलावा विधायक रघुबीर सिंह कादियान, विधायक आनंद सिंह दांगी, विधायक ओम प्रकाश यादव तथा विधायक मूल चंद शर्मा भी शामिल थे.

विज्ञप्ति के अगले भाग से पता चलता है कि वहाँ हुयी बैठक की पूरी जानकारी विधायिका की परम्पराओं को तोड़ते हुए लोक संपर्क विभाग से समाचार प्रकाशन के लिए जारी करवाई गयी. स्पष्टतः बैठक की जानकारी प्रकाशित करने की अनुमति समिति के अध्यक्ष की सहमती के विना संभव नहीं है. विज्ञप्ति के उधृत तथ्यों से ऐसा लगता है कि बैठक की मिनट्स को भी समिति की ओर से ही लोक संपर्क विभाग को जारी करने की अनुमति दी गयी . जाहिर है जो रिपोर्ट विधान सभा के पटल पर रखी जानी चाहिए उसे समिति ने सस्ती लोकप्रियता के लिए पहले ही आम कर दिया. हालाँकि परम्परा यह है कि पब्लिक एकाउंट्स सहित कुछ समितियों की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी जाती है और अधिकतर की रिपोर्ट विधानसभा से सरकार को सौंप दी जाती है जिसपर जरूरी नहीं कि सदन में बहस हो.
लेकिन “सब्जेक्ट कमेटी ऑन एजुकेशन” के इस दौरे को पूरी तरह व्यक्तिगत दौरा बना कर रख दिया गया. विज्ञप्ति में बताया गया है कि समिति के सदस्यों ने एसजीटी विश्वविद्यालय प्रबंधन के साथ बैठक कर विश्वविद्यालय के ढांचे, पाठ्यक्रम, फैक्लटी, सुविधाओं आदि के बारे में पूर्ण जानकारी हासिल की। बैठक में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति राम बहादुर सिंह ने पावर प्वांइट प्रैजेंटेशन के माध्यम से एसजीटी विश्वविद्यालय में उपलब्ध करवाई जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं तथा भविष्य की योजनाओं के बारे में जो बातें की उसका भी उल्लेख है. यह भी कहा गया है कि बैठक में कमेटी के सदस्यों ने मरीजों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी भी मांगी और एसजीटी युनिवर्सिटी प्रबंधन से कहा कि वह मरीज़ो के ईलाज के लिए औपचारिकताएं कम से कम करें. इस प्रक्रिया का जितना हो सके सरलीकरण करें ताकि मरीजों को तत्काल ईलाज की सुविधा मिल सके। समिति की ओर से ऐसा कहा गया दिखाया गया है कि ऐसा करने से समय कम लगेगा जिससे गंभीर हालत में आने वाले मरीज़ो की जान समय पर बचाई जा सकती है।

गौरतलब है कि बैठक में हुयी बातचीत का पूरा व्योरा दर्शाते इन तथ्यों से साफ है कि समिति के इस दौरे को संसदीय /संस्थागत नहीं बल्कि व्यक्तिगत पब्लिसिटी का माध्यम बनाया गया. भारतीय संसदीय प्रजातंत्र की अब तक की परम्पराओं में कहीं भी यह देखने को नहीं मिलता है कि किसी संसदीय या विधानसभा की समिति ने कभी भी अपने दौरे में लोक सम्पर्क विभाग के अधिकारी को शामिल किया हो. बल्कि कई बार तो ऐसा देखने को मिलता है कि संसदीय समिति अपनी बैठक या संसदीय दौरे के बारे में यहाँ तक कि मिडिया कर्मियों से बात करने तक से भी मना कर देते हैं यह कहते हुए कि रिपोर्ट हम सदन के पटल पर रखेंगे. और ऐसे मौके गुरुग्राम जैसे महत्वपूर्ण जिले में तो अक्सर देखने को मिलते हैं क्योंकि यहाँ किसी न किसी किसी विषय को लेकर संसदीय या फिर विधान सभा की समिति दौरा करती ही रहती है. कई बार ऐसी समितियों की यहाँ बैठकें भी होती रहीं हैं.

विज्ञप्ति में यह भी दर्शाया गया है कि बैठक के उपरांत कमेटी के सदस्यों ने श्री अग्रवाल के नेतृत्व में एसजीटी युनिवर्सिटी के विभिन्न विभागों का दौरा किया. समिति ने उपलब्ध संसाधनों व सुविधाओं का निरीक्षण किया. उनके साथ स्वास्थ्य शिक्षा एंव शोध विभाग, हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव धनपत सिंह भी मौजूद थे। इसमें समिति अध्यक्ष ने एसजीटी युनिवर्सिटी में ईलाज के लिए आए मरीजों से जो बातचीत की और उनसे अस्पताल की सुविधाओं के बारे में जो फीडबैक लिया, उसका भी खुलासा किया गया है. बतया गया है कि समिति अध्यक्ष ने पैथोलॉजी लैब व ओपीडी में जाकर मरीजों से बातचीत की और उनसे वहां उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में भी चर्चा की।

श्री अग्रवाल की अस्पताल प्रबंधन से क्या बातचीत हुयी विज्ञप्ति में इसकी भी जानकारी दी गयी है क्योंकि इसमें साफ़ कहा गया है कि उन्होंने इमरजेंसी वार्ड, आईसीयू ,एक्सरे, अल्ट्रासाऊंड युनिट, डेक्सा, एमआरआई, पैथोलॉजी सहित डेंटल विभाग में उपचार की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और युनिवर्सिटी प्रबंधन को मरीज़ो को दी जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाएं और बेहतर करने के निर्देश दिए।

विज्ञप्ति में समिति अध्यक्ष ने अस्पताल प्रबंधन को जो निर्देश दिए हैं उसका जिक्र भी करते हुए बताया गया है कि उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों से संबंधित मरीज़ो को रियायती दरों पर ईलाज की सुविधाएं मुहैया करवाएं क्योंकि लोग डॉक्टर को जीवन रक्षक मानते हुए भगवान के समान दर्जा देते हैं।
इस सम्बन्ध में समिति के सदस्य मूलचंद शर्मा से जब बात की गयी तो उन्होंने कहा कि समिति अपने दौरे की रिपोर्ट विधानसभा में पेश करेगी. मेडिकल कालेज व अस्पताल की स्थिति के बारे में कुछ भी कहने से उन्होंने इनकार किया.

इस अवसर पर उनके साथ गुरुग्राम दक्षिणी के एसडीएम सतीश यादव, गुरुग्राम की सिविल सर्जन डा. पुष्पा बिश्रोई, जिला दंत रोग विशेषज्ञ डा. पवन धनवाल , एसजीटी युनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डा. श्याम सिंगला, युनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार टी के शर्मा, एचओडी सर्जरी रणबीर हुड्डा, हरियाणा विधानसभा सचिवालय से रिसर्च ऑफिसर नवीन भारद्वाज, असिस्टेंट प्रवीण कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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