राशन घोटाले का हुआ भंडाफोड़, तावडू पुलिस ने अवैध रूप बिकने जा रहे सरकारी राशन से भरा ट्रक पकड़ा

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पकड़े गए ट्रक में गांव फिरोजपुर नमक नूंह के गरीबों के थे 320 कटटे

होडल सेवली के गोदाम से तावडू के गांव सुनारी लाते समय पकड़ा गया गेंहू

भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ होने से विभाग में मचा हडकम्प,  दो व्यक्ति गिरफ्तार

यूनुस अलवी/मौ० शाहिद मेवाती

मेवात : मेवात क्षेत्र में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में भ्रष्टाचार का मामला थमता नजर नहीं आ रहा है। तावडू पुलिस ने बृहस्पतिवार की रात अवैध तरीके से ब्लैक में बेचने के लिए जा रहे गरीबों के राशन से भरा एक ट्रक पकड़ कर बडे भ्रष्टाचार का मामला उजागर किया है। पकड़े गए ट्रक से ३२० गेंहू के कटटे बरामद हुए है। पुलिस ने ट्रक के चालक व उसके एक साथी को गिरफतार कर लिया है। इस गिरफतारी से कई बडे राज खुलने की सम्भावना जताई जा रही है। इससे पहले २०१० व २०१६ में अवैध ढंग से गरीबों का राशन भ्रष्टाचार की भेट चढ़ता हुआ पकड़ा जा चुका है। पुलिस ने खाद्य विभाग के स्थानीय निरीक्षक के ब्यान पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
सीटी चौकी इंचार्ज उप निरीक्षक बच्चू सिंह ने बताया की बृहस्पतिवार की रात करीबन ९ बजे गुप्त सूचना पर बाईपास से गरीबों के राशन से भरे एक गेंहू के ट्रक को आरोपी वारिस पुत्र रशीद निवासी गांव डांडा थाना पुन्हाना व चालक इंजु पुत्र इब्राहीम निवासी गांव सुनारी थाना तावडू सहित पकड़ा गया है। पकडे गए ट्रक में ३२० गेंहू की बोरी बरामद हुई है। गरीबो का राशन वेयरहाउस गोदाम सेवली होडल जिला पलवल से गांव सुनारी थाना तावडू में अवैध तरीके से बेचने के लिए लाया जा रहा था।

 

उन्होंने बताया की चालक ने पूछताछ में बताया की यह राशन इमरान पुत्र महमूद निवासी गांव सुनारी के घर पर अलीशेर पुत्र यूनुस निवासी गांव सुनारी के ट्रक से पहुंचाया जा रहा था। पकड़ा गया गेंहू फिरोजपुर नमक गांव के गरीबों का था। जिसे डिपो होल्डर द्वारा तावडू के गांव सुनारी के इमरान को बेचा गया था। इस भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ व गिरफतारी से जहां विभाग में हडकम्प मच गया वहीं पूछताछ के बाद कुछ और बडे भ्रष्टाचार का भंडाफोड होने की सम्भावना जताई जा रही है।

2010-2016  में भी भ्रष्टाचार की भेट चढता पकड़ा गया था गरीबों का राशन

ज्ञात हो कि अक्टूबर २०१० में भ्रष्टाचार का मामला उस समय सुर्खियों में आया था जब नूंह निवासी विनोद कुमार उर्फ पप्पी की पलडी रोड़ स्थित फलोर मील से पुलिस ने करीबन तीन सौ सरकारी गेहूं के कटटे बेचते हुए पकडे गए थे। इस मामले में पुलिस ने विनोद कुमार कनफेड के स्टाक कीपर व ठेकेदार सहित कई लोगों के विरूद्ध मामला दर्ज किया था। भ्रष्टाचार में संलिप्त विभाग के कई निरीक्षकों को उस समय सलाखों में डाल दिया था। फरवरी २०१२ में भ्रष्टाचार को लेकर खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी मनोज कुमार नूंह को भी तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने गिरफ्तार किया था।

 

पुलिस ने उससे कई अहम राज उगलवाने में कामयाबी हासिल करते हुए उसे सलाखों में भेज दिया था। १३ जुलाई २०१६ को खानपुरघाटी के दो व्यक्तियों की सूचना पर सीआईए पुलिस ने गेंहू से भरे एक ट्रेक्टर ट्राली को अवैध तरीके से ले जाते हुए पकड़ा था। जिसे नगीना पुलिस ने पूछताछ करने पर छोड़ दिया। जिसका मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा और हाईकोर्ट ने १९ अक्टूबर २०१६ को उपायुक्त मेवात को निर्देश जारी करते हुए तीन महीनें में मामले की जांच पूरी करने के आदेश जारी किए थे।

 

इसके बावजूद खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में भ्रष्टाचार का मामला बजाये थमने के पैर पसारता ही जा रहा है। भ्रष्टाचार की वजह से गरीब लोग अधिकारियों के शोषण का शिकार हो रहे है। चौकी प्रभारी सब इंसपेटर बच्चू सिंह ने बताया कि पुलिस ने विभाग के निरीक्षक के ब्यान पर विभिन्न धाराओं के तहत राशन को खुर्दबुर्द करने का मामला दर्ज कर लिया गया है।

पूछताछ में बडे भ्रष्टाचार का भंडाफोड होने की सम्भावना

उन्होंने बताया की पकडे गए आरोपियों से पूछताछ के पशचात बड़े सैकंडल का पर्दाफाश होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। इस मामले में जिसकी भी संल्पिता होगी उसे बख्शा नहीं जायेगा। खाद्य एंव पूर्ति निरीक्षक तावडू इरशाद ने बताया की उसके क्षेत्र में यह गेंहू अवैध तरीके से पहुंचा है। यह गेंहू फिरोजपुर नमक नूंह डिपो धारक जुबैर का है। जिसने इसे गांव सुनारी के इमरान को बेच दिया। इस मामले को लेकर पुलिस को शिकायत दे दी गई है। पुलिस व विभाग द्वारा मिलकर इस मामले में कार्रवाई की जायेगी जो भी इसमे दोषी होगा उसके विरूद्व कड़ी कार्रवाई होगी।

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