नई दिल्ली । उड़ीसा के कई इलाकों में भारी बारिश और तेज हवा बहने की खबर है। जानलेवा तूफान फनी से बचाने की दृष्टि से तटीय इलाकों से लगभग साढ़े 11 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। उड़ीसा के कई इलाकों में तेज बारिश शुरु है । बताया जाता है कि लगभग 20 साल बाद इस तरह के तूफान एक बार फिर भारत के लोगों को देखने को मिले हैं।
उड़ीसा में तूफान फनी के अलर्ट को लेकर सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं। समुद्र में बहुत तेज़ लहरें उठ रही हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तूफान प्रभावित इलाकों के लिए हेल्पलाइन नंबर 1938 जारी किया है । इसके लिए एनडीआरएफ, नेवी, एयरफोर्स तैनात है।
पूरी, भुवनेश्वर, बालासोर और गंजम में तेज बारिश व हवाएं चलने की खबर है।
इस नंबर पर संबंधित क्षेत्र में किसी प्रकार की क्षति या जन हानि से संबंधित जानकारी मिल सकती है जबकि किसी प्रकार की सहायता के लिए इस नंबर पर कॉल कर सकते है ।
एनडीआरएफ और उड़ीसा पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है। अभी तक किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है लेकिन तटीय इलाकों में तेज तूफान के कारण लोगों को घरों से बाहर निकलने से मना किया गया है।
भीषण तूफान फनी के आने की आशंका पिछले 1 सप्ताह से भी अधिक समय से मौसम विभाग की ओर से जताई जा रही थी। मौसम विभाग ने जिस प्रकार की आशंका जाहिर की थी उसके अनुरूप ही इस तूफान के उड़ीसा के तटीय इलाकों में दस्तक देने की खबर है । इससे पश्चिम बंगाल और अन्य सीमांत राज्यों को भी प्रभावित करने की आशंका जताई गई है।
इस तूफान से बचाव के लिए केंद्र सरकार ने मौसम विभाग की आशंका के अनुरूप एनडीआरएफ को पहले ही अलर्ट मोड पर रखा है । साथ ही केंद्र सरकार ने एन डी आर एफ को इसके लिए अतिरिक्त वित्तीय सहायता का आवंटन भी पहले ही कर दिया है । अब तक की स्थितियों पर विश्लेषण करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को एनडीआरएफ एवं सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गहन विचार विमर्श किया और तूफान से बचाव के लिए आवश्यक कदम तत्काल उठाने की दृष्टि से निर्देश भी दिए।