मुम्बई। महाराष्ट्र में एक महीने से चले आ रहे राजनीतिक ड्रामे का पटाक्षेप हो गया है। देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार सुबह ही 27 नवंबर को बहुमत परीक्षण का आदेश दिया था लेकिन उससे पहले ही उन्होंने पद छोड़ने का ऐलान कर दिया। वहीं राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। जिसकी पुष्टि कांग्रेस के विधायक नितिन राउत ने की है। दोनों के इस्तीफे के साथ ही राज्य में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार का रास्ता साफ हो गया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने बीजेपी को जनादेश दिया। शिवसेना ने हमारे साथ चुनाव लड़ा था। राज्य की जनता ने सबसे ज्यादा सीटें बीजेपी को दी। हमारी स्ट्राइक रेट शिवसेना से काफी अच्छी रही। उन्होंने एक बार फिर इस बात को खारिज किया कि शिवसेना से मुख्यमंत्री को लेकर कोई डील हुई थी। उन्होंने कहा कि शिवसेना जिस बात पर डील नहीं हुई थी, उसको लेकर अड़ी रही। हमने सरकार बनाने की कोशिश की लेकिन सीटें देखकर शिवसेना ने सौदेबाजी शुरू कर दी।
मुंबई में पीसी को संबोधित करते हुए फडणवीस ने कहा कि शिवसेना की जिद पर जनता ने हंसा। शिवसेना का हमने काफी इंतजार किया लेकिन शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस से बातचीत शुरू कर दी। शिवसेना लगातार बैठक करने के बाद भी सरकार नहीं बना सकी। पीसी के दौरान देवेंद्र फडणवीस ने ऐलान किया कि हमारे पास बहुमत नहीं है। हम राज्यपाल के पास जाकर इस्तीफा सौंपेंगे। फडणवीस ने कहा कि हम विपक्ष में बैठेंगे।