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हरियाणा राजभवन में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित योग कार्यक्रम
हरियाणा के राज्यपाल ने योग को मानवता के लिए भारतीय प्राचीन पद्धति का अमूल्य उपहार बताया
चंडीगढ़ : निरोग जीवन के लिए योग को एक दिन ही नहीं बल्कि योग को हमें अपनी दिनचर्या में शामिल करना होगा तभी हम और हमारा देश स्वस्थ रहेगा। यह बात हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने आज हरियाणा राजभवन में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित योग कार्यक्रम में कही। उन्होनें योग को मानवता के लिए भारतीय प्राचीन पद्धति का अमूल्य उपहार बताया। उन्होनें कहा कि योग एक जीवन जीने की कला है, जो जीवन में सुख व शांति और साथ ही मुक्ति की ओर लेकर जाता है।
उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योग को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवाई है, उनके प्रयासों से ही आज के दिन यानि 21 जून को संयुक्त राष्ट्र संघ में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया है। आज न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है।
श्री आर्य ने आज योग के पूरे अंतर्राष्ट्रीय प्रोटोकाॅल के तहत 45 मिनट तक योग किया। उन्होंने इस दौरान प्राणायाम, आसन और व्यायाम की क्रियाएं की। इन क्रियाओं में सबसे पहले सु़क्ष्म व्यायाम, ग्रीवा संचालन, कंधों का व्यायाम, घुटनों का व्यायाम तथा प्राणायाम में अनुलोम-विलोम, कपाल-भाति, शीतली, भ्रामरी प्राणायाम तथा ध्यान योग की प्रक्रिया पूरी की। इसी प्रकार से आसनों में वज्रासन, उत्तान मंडूका आसन, बक्रासन, मक्रासन, भूजासन, शलभ आसन, सेतूबन्ध आसन, उत्तानपात आसन, अर्धहल आसन तथा सुत्पवन आसन की क्रियाएं की।
आयुष विभाग से आई योग विशेषज्ञ सुश्री रीतू मित्तल ने योग की ये सभी क्रियाएं करवाई। उन्होनें प्रार्थना मंत्र से योग कार्यक्रम की शुरूआत की और अंत में शांति पाठ (ऊं सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयः, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुख भाग्भवेत्) के साथ संकल्प को भी दोहराया ‘‘ मैं संकल्प लेता हूं कि मैं अपने कर्तव्य, स्वयं के प्रति, कुटुम्ब के प्रति, समाज और विश्व के प्रति शांति, आनन्द व स्वास्थ्य के प्रचार कि लिए प्रतिबद्ध हूं। इस अवसर पर आयुष विभाग के डा0 गोतम और योगा शिक्षक विभा शर्मा सहित राजभवन के सभी अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहेे।