हरियाणा को कोविशिल्ड वैक्सीन की 2.4 लाख से अधिक खुराक और कोवाक्सिन की 20 हज़ार खुराक की पहली आपूर्ति मिली : मनोहर लाल

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चंडीगढ़, 16 जनवरी : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि राज्य सरकार ने आज प्रदेश में 77 स्थलों पर शुरू होने वाले कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा तैयार कोविशिल्ड और भारत बायोटेक द्वारा तैयार किए गए कोवाक्सिन टीकों को आपातकालीन उपयोग के लिए अधिकृत किया गया है। उन्होंने कहा कि गत 13 जनवरी 2021 को राज्य को कोविशिल्ड वैक्सीन की 2.4 लाख से अधिक खुराक और कोवाक्सिन की 20,000 खुराक की पहली आपूर्ति मिली है।       

  मनोहर लाल आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मेदांता-द मेडिसिटी, गुरुग्राम और राज्य के अन्य सरकारी व निजी स्वास्थ्य संस्थानों के टीकाकरण लाभार्थियों और सेवा प्रदाताओं के साथ बातचीत कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का संबोधन राज्य के सभी 77 स्थलों पर लाइव टेलीकास्ट किया गया, जिसमें सिविल डिस्पेंसरी, सेक्टर -4, पंचकूला और गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल, वजीराबाद, गुरुग्राम में दो-तरफा कनेक्टिविटी शामिल थी। 

        प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज शुरू किए गए कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम में हरियाणा के लोगों के शामिल होने पर बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह टीकाकरण कार्यक्रम इस वैश्विक महामारी पर काबू पाने में एक प्रभावी कदम साबित होगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों को आज देश भर में 3000 सत्र स्थलों पर टीका लगाया जाएगा।  उन्होंने कहा कि नीति आयोग के सदस्य डॉ. पॉल के अनुसार ये दोनों टीके सुरक्षित हैं और सभी को इसे लगवाना चाहिए। मनोहर लाल ने कहा कि प्रारंभ में टीकों की उच्च मांग को देखते हुए जनसंख्या को प्राथमिकता दी गई है।  उन्होंने कहा कि कोविड़ -19 के टीकाकरण में कई समूहों को शामिल किया गया है और वैक्सीन को क्रमिक रूप से हेल्थ केयर वर्कर्स से शुरू किया  गया है । उन्होंने कहा कि जिन लोगों को समूह -1 में शामिल किया गया है उनमें स्वास्थ्य कर्मियों (डॉक्टर, नर्स, एएनएम, फार्मासिस्ट, स्वीपर, लैब तकनीशियन, हेल्पर, आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता इत्यादि) शामिल हैं। इसी प्रकार, जिन लोगों को समूह -2 में शामिल किया गया है, उनमें नगरपालिका और स्वच्छता कर्मियों, राज्य और केंद्रीय पुलिस बल, नागरिक सुरक्षा, जेल कर्मचारी और सशस्त्र बल जैसे सशस्त्र लाइन कर्मी शामिल हैं। अब राजस्व कर्मचारियों को इसमें जोड़ा गया है।  उन्होंने कहा कि 50 साल से ऊपर की आबादी और सह-रुग्णताओं (वो-मोरबीटी) के साथ 50 साल से कम की आबादी को समूह -3 में शामिल किया गया है। 

       मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकाकरण कार्यक्रम के सुचारू, प्रभावी और लक्ष्य आधारित कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए, लाभार्थियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म (कोबिन सॉफ्टवेयर) में नामांकित किया गया है।  उन्होंने कहा कि टीकाकरण कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए, हेल्थ केयर वर्कर्स और स्वास्थ्य सुविधाओं को कोबिन पोर्टल पर पंजीकृत किया गया है।  इसमें लगभग दो लाख स्वास्थ्य कर्मी, 5044 वैक्सीनेटर, 765 जनस्वास्थ्य सुविधाएं, 3634 निजी स्वास्थ्य सुविधाएं, 18921 सत्र स्थल और 1005 पर्यवेक्षक शामिल हैं।         उन्होंने कहा कि कोविड़ -19 वैक्सीन को स्टोर करने के लिए हरियाणा में पर्याप्त कोल्ड चेन उपलब्ध है।  कुरुक्षेत्र में एक राज्य स्तरीय वैक्सीन स्टोर स्थापित किया गया है।  इसके अलावा, हिसार, रोहतक, कुरुक्षेत्र और गुरुग्राम में चार क्षेत्रीय स्तर के स्टोर स्थापित किए गए हैं।  साथ ही, 22 वैक्सीन स्टोर (प्रत्येक जिले में एक) भी स्थापित किए गए हैं।  इसके अलावा, पूरे हरियाणा में 659 कोल्ड चेन प्वाइंट्स में वैक्सीन के परिवहन के लिए 22 इंसुलेटेड वैक्सीन वैन की व्यवस्था भी की गई है।   

     मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में कोरोना के रोगियों के इलाज के लिए पर्याप्त कोविड़ अस्पताल हैं और सभी अस्पताल ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर से सुसज्जित हैं।  उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के नागरिकों की सहायता के लिए 1075 हेल्पलाइन भी स्थापित की है।  उन्होंने बल देते हुए कहा कि आज हरियाणा में रिकवरी दर 98 प्रतिशत से अधिक है और मृत्यु दर लगभग 1 प्रतिशत है जो अधिकांश राज्यों की तुलना में बहुत कम है। उन्होंने कहा कि हालांकि कोरोना वायरस के मामले कम हो रहे हैं और कोविड़ -19 वैक्सीन भी आ गई है, फिर भी लोगों को एहतियात के तौर पर  मास्क पहनना, हाथ की सफाई बनाए रखना और  दो गज की दूरी को बनाये रखते हुए कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सतर्क रहना होगा।  उन्होंने लोगों से यह भी आग्रह किया कि वे कोरोना से न घबराएं क्योंकि यह पूरी तरह से इलाज योग्य बीमारी है। अपने स्वयं के उदाहरण का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कोरोना के कारण 17 दिनों तक मेदांता, अस्पताल में भर्ती रहे।  दृढ़ इच्छाशक्ति और डॉक्टरों के समर्पण भाव के परिणामस्वरूप वह कोविड़ से सफलतापूर्वक रिकवर हुए हैं।  

       हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि सरोज बाला पहली हेल्थकेयर कर्मी थीं, जिनका पंचकूला के सेक्टर -4 स्थित सरकारी डिस्पेंसरी में सफलतापूर्वक टीकाकरण किया गया।  उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के महानिदेशक सूरजभान कंबोज, स्वास्थ्य सेवाएं विभाग की अतिरिक्त महानिदेशक  डॉ. वीना सिंह, हरियाणा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक डॉ. वीके बंसल, पंचकूला के सिविल सर्जन डॉ. जसजीत कौर और राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. वीरेंद्र अहलावत उनमें शामिल हैं जो टीकाकरण के लिए आगे आए और टीकाकरण के प्रति राज्य के अन्य लोगों में विश्वास जगाने के लिए इन्होंने खुद को टीका लगवाया।  मेदांता-द मेडिसिटी गुरुग्राम के डॉ. नरेश त्रेहान, जो मेदांता के अन्य डॉक्टरों में से थे, जिन्होंने आज टीका लगवाया और उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि लोगों व उनके परिवार और समाज की सुरक्षा के लिए कोविड़ टीकाकरण आवश्यक है।  उन्होंने कहा कि टीकाकरण के बाद हल्का बुखार और शरीर में दर्द सामान्य है और लोगों को इन लक्षणों के बारे में चिंता नहीं करनी चाहिए।     

   इस अवसर पर  मुख्य सचिव विजय वर्धन, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव अमित कुमार अग्रवाल, हरियाणा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक  प्रभजोत सिंह, सूचना, जनसंपर्क और भाषा विभाग की अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन) वर्षा खंगवाल, स्वास्थ्य सेवाएं विभाग की अतिरिक्त महानिदेशक  डॉ वीना सिंह और राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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