- स्थानीय बस स्टैंड, लघु सचिवालय व सेक्टर-29 सहित अन्य क्षेत्रों का निरीक्षण करने के साथ ही अधिकारियों, आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों तथा पर्यावरणविदों के साथ की बैठक
गुरूग्राम, 10 अप्रैल। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन पी. राघवेंद्र राव बुधवार को गुरूग्राम पहुंचे। उन्होंने कई क्षेत्रों का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों, आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों व पर्यावरणविदों के साथ बैठक भी की।
स्थानीय बस स्टैंड का निरीक्षण के दौरान उन्होंने वहां की सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने परिवहन निगम के महाप्रबंधक अभिनव गोयल से कहा कि बस स्टैंड परिवहन विभाग की संपत्ति है तथा इसकी सफाई, रख-रखाव व कचरा निष्पादन की जिम्मेदारी भी परिवहन विभाग की ही है। उन्होंने कहा कि ठोस कचरा प्रबंधन नियम के तहत बस स्टैंड बल्क वेस्ट जनरेटर की श्रेणी में आता है। नियम के तहत उन्हें स्वयं के स्तर पर अपने ही परिसर कचरे का निष्पादन करना होता है। उन्होंने कहा कि महाप्रबंधक एक सप्ताह में बस स्टैंड परिसर से मलबा व कूड़ा उठवाकर सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। मलबे को बसई स्थित सीएंडडी प्लांट में भिजवाएं तथा कूड़े को नगर निगम के सैकेंडरी कलेक्शन प्वाइंटों पर भिजवाया जाए। उन्होंने कहा कि आदेशों की पालना नहीं करने की सूरत में संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लघु सचिवालय के आसपास की सफाई व्यवस्था से उन्होंने संतुष्टि जाहिर की तथा नगर निगम गुरूग्राम द्वारा शहर में पिछले कई दिनों से चलाए जा रहे विशेष सफाई अभियान की सराहना की। उन्होंने निगमायुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ से कहा कि वे आगे भी सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाए रखें। सेक्टर-29 का निरीक्षण करते हुए उन्होंने सीएंडडी वेस्ट डंपिंग पर लगाम लगाने की हिदायत दी।
सेक्टर-29 स्थित जिमखाना क्लब में विभिन्न विभागों के अधिकारियों, आरडब्ल्यूए तथा पर्यावरणविदों से गुरूग्राम को स्वच्छ, सुंदर, हरा-भरा व एनवायरनमेंट फ्रेंडली शहर बनाने के लिए सुझाव लिए गए तथा एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार करके सभी को साथ लेकर संयुक्त टीम के रूप में काम करने का आह्वान किया गया। श्री राव ने कहा कि हम सभी को एक टीम के रूप में संयुक्त प्रयास करने की आवश्यकता है। इसके लिए क्षेत्र वाइज लोगों को साथ लेकर योजना बनाकर कार्य करें। बैठक में सशक्त नागरिक केन्द्रित समिति बनाने का भी निर्णय लिया गया।
नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ ने बैठक में बताया कि पिछले कई दिनों से सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए विशेष अभियान निगम द्वारा चलाया जा रहा है। इसके तहत कूड़े, मलबे व हॉर्टिकल्चर वेस्ट का उठान सुनिश्चित करने के साथ ही सफाई व्यवस्था दुरूस्त की जा रही है, जिसमें नागरिकों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। उन्होंने बताया कि निगम द्वारा बसई में 300 टन प्रतिदिन निष्पादन क्षमता का सीएंडडी प्लांट चल रहा है, जिसकी क्षमता को बढ़ाकर 1000 टन प्रतिदिन करने का प्रस्ताव मंजूरी के लिए भेजा हुआ है। विभिन्न क्षेत्रों पर पड़े सीएंडडी वेस्ट को उठान के लिए एक अन्य अलॉटमैंट की मंजूरी के लिए सरकार को भेजा गया है। उन्होंने कहा कि बल्क वेस्ट जनरेटरों को ठोस कचरा प्रबंधन नियमों की पालना सुनिश्चित करवाने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। इसके तहत एक रजिस्ट्रेशन पोर्टल बनाया गया है तथा विशेष टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें बीडब्ल्यूजी के यहां जाकर उन्हें प्रशिक्षित करने के साथ ही जागरूक भी करेंगी। बीडब्ल्यूजी को तकनीकी सहायता उपलब्ध करवाने केलिए दक्ष एजेंसियां एंपैनल की गई हैं। उन्होंने बताया कि सडक़ों की सफाई रात्रि के समय 13 स्वीपिंग मशीनों से की जा रही है, जिसकी निगरानी को और भी अधिक सुदृढ़ किया गया है। बंधवाड़ी में होने वाली आग की घटनाओं पर काबू करने के लिए वहां पर एक विशेष दमकल वाहन की नियुक्ति की गई है। विभिन्न स्थानों पर कूड़े में आग लगने की घटनाओं की निगरानी बढ़ाई गई है। उन्होंने कहा कि सेकेंडरी कचरा कलेक्शन प्वाइंटों की चारदीवारी करवाई जाएगी तथा डिसेंट्रलाइज्ड कचरा प्रबंधन के लिए साईटों की पहचान कर रहे हैं।
बैठक में कई पर्यावरणविदों व आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों ने अपने सुझाव दिए। इनमें सुधीर कृष्णा, गौरी सरीन, मोनिका खन्ना गुलाटी, कविता बंसल, स्मिता आहुजा, कुसुम शर्मा, सुनील सरीन, राजेश गेरा, शोना चटर्जी, सोनिया गार्गा, लक्ष्मी रघुपैथी, अनु मुखर्जी सहित अन्य शामिल थे। बैठक में निगमायुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़, अतिरिक्त निगमायुक्त डा. बलप्रीत सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त हितेश कुमार मीणा, पुलिस उपायुक्त विरेन्द्र विज, संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन) डा. नरेश कुमार, एचएसवीपी के एस्टेट अधिकारी विकास ढांडा, आरओ कुलदीप सिंह व विजय चौधरी, जीएमडीए से सुभाष यादव सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।