हरियाणा से 42 हज़ार करोड़ का आई टी निर्यात

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वर्ष 2015-16 का अन्तराल

पिछले वर्ष की अपेक्षा लगभग 6.5 प्रतिशत की वृद्धि

 

गुरूग्राम :  विश्वभर  में आई आर्थिक मंदी के बावजूद, वर्ष 2015-16 के दौरान हरियाणा से आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) निर्यात लगभग 42 हज़ार 160 करोड़ रूपये का किया गया. इसमें बहुत बड़ा हिस्सा अकेले गुरूग्राम से था। आईटी निर्यात में हरियाणा ने उससे पिछले वर्ष की अपेक्षा लगभग 6 से 6.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है।

 

नैसकॉम व एक्सपोर्ट प्रमोशन काऊंसिल का आकलन

यह आंकलन नैसकॉम तथा एक्सपोर्ट प्रमोशन काऊंसिल द्वारा एकत्रित आंकड़ों के आधार पर किया गया है। वर्तमान में गुरूग्राम में 500 से ज्यादा आईटी तथा आईटीईएस(सूचना प्रौद्योगिकी आधारित) कम्पनियाँ संचालित हैं। वर्तमान भाजपा सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल में छोटी-बड़ी सभी आईटी कंपनियों को मिलाकर लगभग 50 नई आईटी कंपनियां प्रदेश में आई हैं।

 

स्नैपडील के गुरुग्राम कार्यालय में  6000 लोगों को रोजगार

इसके अलावा, पहले से स्थापित आईटी और आईटीईएस कंपनियों ने विस्तार भी किया है। ई-कामर्स के क्षेत्र में स्नैपडील ने गुरूग्राम में अपना कार्यालय खोला है जिसमें सीधे तौर पर 6000 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला है और परोक्ष रूप से हज़ारों लोग इससे लाभांन्वित हुए हैं। प्रदेश सरकार की नीतियों की बदौलत गुरूग्राम आईटी क्षेत्र में निवेश के लिए उद्यमियों का पसंदीदा स्थान बन गया है। विश्व की लगभग सभी बड़ी आईटी कंपनियों ने गुरूग्राम में अपने कार्यालय खोले हैं।

 

कोपल रिसर्च इंडिया भी गुरुग्राम में

 

कोपल रिसर्च इंडिया ने अपना कार्यालय गुरूग्राम में स्थापित किया है जिसमें प्रत्यक्ष रूप से लगभग 1250 लोगों को रोज़गार के अवसर मिले हैं तथा परोक्ष रूप से हज़ारो लोगो को फायदा हुआ है। ग्राफिक्स एंड एनीमेशन कंपनी थॉमसन सहित टीसीएस, जनपैक्ट आदि ने भी गुरूग्राम में कई कार्यालय खोलकर अपनी इकाइयों का विस्तार किया हैं।

 

दूर संचार का बेहतर नेटवर्क

देश में गुरूग्राम सूचना प्रौद्योगिकी (आई.टी. तथा आई.टी. इनेबल्ड सर्विसिज) का हब बन गया है। विदेशों मे भी गुरूग्राम की आईटी तथा आईटीईएस के क्षेत्र में ख्याति है। वर्तमान राज्य सरकार की उदार उद्यमी प्रोत्साहन नीतियों के कारण गुरूग्राम में आई.टी. उद्योगों की विकास दर में खासी वृद्धि हुई है। गुरूग्राम के उपायुक्त टी एल सत्यप्रकाश के अनुसार आज के आधुनिक युग में आईटी सेक्टर में तेजी से विकास हो रहा है। गुरूग्राम की दिल्ली से निकटता तथा यहां उपलब्ध शिक्षित युवाओं व राज्य सरकार की उदार उद्यमी प्रोत्साहन नीतियों और दूर संचार के बेहतर नेटवर्क के कारण यहां आईटी कम्पनियाँ अपने व्यापार का विस्तार कर रही हैं।

 

समयबद्ध तरीके से क्लीयरैंस

भाजपा सरकार ईज़ ऑफ डूंइग बिजनेस पर भी अधिक ध्यान दे रही है। उद्यमियों की सुविधा के लिए ई-बिज पोर्टल 222.की शुरूआत भी की गई है . इस पर बिजनेस क्लीयरैंस के लिए ऑनलाईन आवेदन किया जा सकता है। इसी पोर्टल पर उद्यमी अपनी समस्याएं तथा शिकायतें भी अपलोड कर सकते हैं.  क्लीयरैंस समयबद्ध तरीके से दी जाती है। राज्य सरकार द्वारा जिला स्तर पर 10 करोड़ रूपये से कम लागत अथवा एक एकड़ तक भूमि पर लगने वाले उद्योगों को स्वीकृति व मंजूरी प्रदान करने के लिए उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला स्तरीय क्लीयरेंस कमेटी का भी गठन किया गया है।

 

आंतरिक रैपिड मैट्रो का प्रस्ताव

इसके अलावा, गुरूग्राम की मैट्रो के माध्यम से दिल्ली से कनैक्टीविटी से भी गुरूग्राम में आईटी कम्पनियों की स्थापना को बढ़ावा मिला है। अब गुरूग्राम में आंतरिक रैपिड मैट्रो की भी शुरूआत की जा चुकी है, जिससे गुरूग्राम स्थित साइबर सिटी में स्थापित आईटी कंपनियों के कर्मचारियों को काफी लाभ हो रहा है।

 

गुरुग्राम में कौन कौन सी कम्पनी है ?

गुडग़ांव में जो विश्व विख्यात आईटी कम्पनियाँ कार्यरत हैं उनमें हयूग्स सॉफ्टवेयर, टाटा कंसलटैन्सी सर्विसिज, एचसीएल, जी कैपीटल, सिलीकॉन ग्राफिक्स, अल्काटेल, अमेरिकन एक्सपै्रस, कनवर्जिज, मोटोरोला, एरिक्सन, पोलरिस, सेपियन्ट, हैविट, डैल, सैमसंग, ऐरिसेन्ट, माईक्रोसोफ्ट, आईबीएम, सीमनस, फाईडेलिटी, जैनपैक्ट, ओरेकल, डब्ल्यूएनएस, गुगल, असेनच्युअर, विप्रो आदि शामिल हैं।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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