नई दिल्ली : केंद्रीय वस्त्र सचिव नीलम शमी राव ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन के अंतर्गत 10 वीं अधिकार प्राप्त कार्यक्रम समिति (ईपीसी) की बैठक की अध्यक्षता की।
उद्योग भवन में हुई बैठक में समिति ने तकनीकी वस्त्र क्षेत्र में आकांक्षी नवोन्मेषकों के लिए अनुसंधान एवं उद्यमिता अनुदान (जीआरईएटी) योजना के अंतर्गत प्रत्येक को लगभग 50 लाख रुपये की सहायता के साथ चार स्टार्ट-अप को मंजूरी दी। स्वीकृत स्टार्ट-अप परियोजनाएं मेडिकल टेक्सटाइल्स, औद्योगिक टेक्सटाइल्स और सुरक्षात्मक टेक्सटाइल्स के प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित हैं।
समिति ने सामान्य दिशा-निर्देशों के तहत तकनीकी वस्त्रों में पाठ्यक्रम आरंभ करने के लिए तीन शैक्षणिक संस्थानों को लगभग 6.5 करोड़ रुपये के अनुदान की भी मंजूरी दी। आईआईटी इंदौर और एनआईटी पटना इन संस्थानों में शामिल हैं। नए संस्थान अपने पाठ्यक्रम में जियोटेक्सटाइल्स, जियोसिंथेटिक्स, प्रोटेक्टिव टेक्सटाइल्स, स्पोर्ट्स टेक्सटाइल्स आदि शामिल करेंगे।
इसके अलावा, समिति ने मेडिकल टेक्सटाइल्स, प्रोटेक्टिव टेक्सटाइल्स, मोबाइल टेक्सटाइल्स और एग्रीकल्चर टेक्सटाइल्स में 12 कौशल विकास पाठ्यक्रमों को भी मंजूरी दी। ये पाठ्यक्रम तीन वस्त्र अनुसंधान संगठन- दक्षिण भारत वस्त्र अनुसंधान संघ (एसआईटीआरए), उत्तरी भारत वस्त्र अनुसंधान संघ (एनआईटीआरए) और सिंथेटिक एवं आर्ट सिल्क मिल्स रिसर्च एसोसिएशन (एसएएसएमआईआरए) द्वारा विकसित किए गए हैं और इनका उद्देश्य तकनीकी वस्त्र मूल्य श्रृंखला के सभी केंद्रित समूहों को प्रशिक्षण प्रदान करना है।