श्रावणी मेला महोत्सव बासुकीनाथ धाम : बिछड़ों को हम मिलाते हैं …

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 सूचना जनसम्पर्क विभाग, दुमका टीम की ख़ास पहल 

                      
दुमका, 11 जुलाई 2017  : श्रावणी मेला के दौरान वासुकिनाथ धाम में लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा पर जलार्पण कर अपनी मनोकामना मांगने के लिए आते है। कई श्रद्धालु पहली बार बाबा के दरबार में पहुँचते है। श्रद्धालुओं के हर सुविधा का ख्याल जिला प्रशासन द्वारा रखा जाता है। सूचना जनसम्पर्क विभाग द्वारा वैसे श्रद्धालु जो अपनो से बिछड़ जाते है उनको मिलाने का कार्य किया जाता है।

ध्वनि विस्तारक यंत्र एवं अन्य माध्यमों से श्रद्धालुओं को उनके परिजनों से मिलाया जा रहा है। सूचना सहायता कर्मी सभी श्रद्धालुओं की मदद करते नजर आ रहे है। कई श्रद्धालुओं को फोन के माध्यम से उनके परिजनों से मिलाया जा रहा है। अब तक कुल 350 श्रद्धालुओं को सूचना सहायता कर्मी के द्वारा मिलाया जा चुका है। सभी श्रद्धालु जिला प्रशासन एवं सूचना जनसम्पर्क विभाग के इस पहल को सराहते थक नही रहे हैं। सभी दिल से धन्यवाद दे रहे हैं।

निःशुल्क चिकित्सा की व्यवस्था 

श्रावणी मेला 2017 में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाये गये विभिन्न चिकित्सा शिविरों में कुल 2192 श्रद्धालुओं का निःशुल्क चिकित्सा किया गया। जिनमें मुख्य प्रसासनिक शिविर के 530, स्वास्थ्य उपकेन्द्र 20, स्वास्थ्य षिविर (सूचना मंडप) 180, स्वास्थ्य शिविर बस स्टैण्ड 116, वासुकिनाथ रेलवे स्टेषन 129, रेफरल अस्पताल वासुकिनाथ 39, राजस्व तहसील कचहरी 87, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जरमुण्डी 20, कांवरिया धर्मषाला सहारा 07, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तालझारी 80, स्वास्थ्य उपकेन्द्र कटहराटाड़ 08, स्वास्थ्य शिविर बोगली 18, स्वास्थ्य षिविर मोतिहारा 24, स्वास्थ्य शिविर सुखजोरा 10, ओआरएस/इमरजेंसी काउन्टर के 80, 14 बुथों पर एन्टी पोलियो वैक्सीन काउन्टर में 805 एवं चलन्त चिकित्सा वाहन से 39 श्रद्धालु रहे।

वासुकिनाथ धाम में मंगलवार को 41 हजार से अधिक श्रद्धालु 

राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2017 वासुकिनाथधाम में मंगलवार को कुल 41448 श्रद्धालुओं ने बाबा वासुकिनाथ का जलाभिषेक किया। जिनमें शीघ्र दर्षनम् 1268, जलार्पण काउण्टर से 5387, निकास द्वार से दर्षनार्थी 34793 रहे। वासुकिनाथधाम में आज कुल चढ़ावा राशि 80184रु0 रहा। जिनमें गोलक से 70340रु0 एवं अन्य स्रोत से 9844रु0 रहा तथा 10 ग्राम चांदी का सिक्का 2 अदद बिक्री हुआ।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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