भाजपा सरकार दमन करने से बाज आएं, अपने वायदे पूरा करें : तंवर
किसानों के हक में करनाल में कांग्रेस का तीन दिवसीय सत्याग्रह शुरू
महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया सत्याग्रह का आगाज
करनाल, 19 जून : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने कहा है कि भाजपा की केन्द्र और प्रदेश सरकार आम आदमी, किसानों मजदूरों और दलितों का विश्वास खो चुकी है। अब भाजपा सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। भाजपा सरकार दमन की नीति अपनाकर जनता और किसानों की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। आवाज उठाने वाले लोगों पर भाजपा सरकार गोलियां चलाना बंद करें अन्यथा जन-सैलाब भाजपा को सत्ता से उखाड फैंक देगा।
उन्होंने भाजपा की केन्द्र और राज्य सरकार को चेताया कि वह सत्याग्रह के माध्यम से सरकार को यह चेतावनी देना चाहते है कि वह अपने वायदो को पूरा करें और सभी को साथ लेकर सभी का विकास करें। अन्यथा भाजपा मुक्त देश और प्रदेश बनने में देर नहीं लगेगी। कांग्रेस प्रदेश और देश को भाजपा मुक्त और भ्रष्टाचार मुक्त बनाना चाहती है। कांग्रेस ने किसानों की अवाज को बुलंद करने के लिए देश और प्रदेश व्यापी आन्दोलन का शंखनाद तीन दिवसीय सत्याग्रह सी.एम सिटी में शुरू करके किया।
सत्याग्रह की शुरूआत प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्र्यापण करके किया। उन्होंने कांग्रेस के नेताओं, किसानों, मजदूरों, कर्मचारियों और व्यापारियों से आह्वान किया यह समय घर बैठने का नहीं है बल्कि दमनकारी सरकार को सबक सिखाने का है। उन्होंने सभी का आह्वान किया वह सत्याग्रह स्थल पर आएं और अपनी समस्याएं बताएं। यहां पर आकर अपना सुझाव बताऐं। तीन दिन तक वह करनाल में सबकी समस्याएं सुनेंगे।
उन्होंने कहा कि सभी कांग्रेस नेता अपने-अपने जिलो ब्लॉक, तहसील और गांव और शहरों में सरकार के खिलाफ आन्दोलन, प्रदर्शन, धरने और सत्याग्रह करें। उन्होंने कहा कि आज जरूरत है देश को भाजपा के चंगुल से मुक्त करने की। उन्होंने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि पुर्तगाल में जब जंगल में आग लगती है तो प्रधानमंत्री टवीट करते है। लेकिन जब मंदसौर में पुलिस की गोली से किसान मरते है तो प्रधानमंत्री उस पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करते।
उन्होंने कहा कि यह आन्दोलन अभी शुरूआत है आगे-आगे और बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि करनाल में काम नहीं हो रहे है। गुडगांव में भाजपा सरकार ने अपनी दुकान खोल रखी है। गुडगांव में जमीन घोटाले लगातार हो रहे है। यहां पर बेशकीमती किसानों की जमीन पर भाजपा की निगाहें लगी हुई है। इस अवसर पर गुडगांव, महेन्द्रगढ़, चरखीदादरी, सिरसा, हिसार, अम्बाला, सोनीपत, करनाल, यमुनानगर, कैथल जींद, कुरुक्षेत्र, कालका, फरीदाबाद, पानीपत, पंचकूला सहित विभिन्न जिलो से कांग्रेस नेता आए हुए थे।
राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प
राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने का लिया संकल्प : आज सत्याग्रह स्थल पर कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी को 2019 के चुनावों में प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर राहुल गांधी के हाथ मजबूत करने के लिए सभी ने हाथ उठाकर संकल्प लिया। कार्यक्रम में प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि राहुल गांधी दलितो, किसानों और पिछड़े वर्ग और मजलूमों के नेता है। उनके जन्मदिवस पर यह आन्दोलन शुरू कर उनके जन्म दिन को नए आयाम दिया है।
3 हजार से अधिक लोगो ने किया रक्तदान
प्रदेशभर में 3 हजार से अधिक लोगो ने किया रक्तदान : राहुल गांधी के जन्म दिन पर 3 हजार से अधिक लोगों ने रक्तदान किया। यह जानकारी प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने दी। उन्होंने कहा कि रक्तदान के बाद सभी लोग करनाल आकर सत्याग्रह में शामिल हुए। फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत, पंचकूला, कुरुक्षेत्र, कैथल, कालका, हिसार, सिरसा, भिवानी, चरखी दादरी, यमुनानगर, गुडगांव, रोहतक सहित सभी जिलो में रक्तदान कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिनमें लोगों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया।
गांधी का दर्शन
गांधी का दर्शन दिखाई दिया सत्याग्रह में : कांग्रेस द्वारा सी.एम सिटी में शुरू किए सत्याग्रह में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का दर्शन दिखाई दिया। महात्मा गांधी ने सबसे पहले सत्याग्रह की शुरूआत की थी। सत्याग्रह पर बैठने वाले नेताओं को खादी के सूत की माला पहनाई गई। कांग्रेंस के साथ जहां भोपाल और मंदसौर में देश के जाने-माने गांधीवादी नेता सुब्बाराव साथ बैठे दिखाई दिए। वहीं पर करनाल में भी गांधी वादी नेता दयाल सिंह सिरोही धरना स्थल पर दिखाई दिए। यहां पर महात्मा गांधी का चित्र मुख्य तौर पर आर्कषण का केन्द्र रहा।
सत्याग्रह में भाग लेने वाले नेता
इन लोगों ने लिया सत्याग्रह में भाग : सत्याग्रह स्थल पर कांग्रेस के प्रदेश सचिव पंकज पुनिया, कृष्ण शर्मा बसताड़ा, डा. सुनील पंवार, पूर्व मंत्री बीजेन्द्र कादियान, जगदेव मालिक, ज्ञान सहोता, प्रदीप शर्मा, नरेश जांगड़ा, रामशरण भोला, पराग गाबा, काम्बोज सभा के अनिल काम्बोज, जोगिन्द्र राणा, शेर प्रताप शेरी, तरूण भंडारी, कुलदीप सोनी, डा. धर्मदेव आर्य, राजेश श्योकंद, विमल नम्बरदार, जसबीर गुर्जर, नरेश संधु, विरेन्द्र चौहान, शानू अहमद, जितेन्द्र विर्क, संतोष तेजान, संतोष कैरालिया, बृजेश यादव, सीमा रावत, भगवंत सिंह भाम्बा, नायब सिंह, रविदत्त कौशिक, देवीराज कसाना, बसंत राणा, जितेन्द्र संधु, डा. कपूर सिंह, सुनील शर्मा, राजेन्द्र शर्मा, संजीव कुमार, आसीम खान, प्रेम चन्द, राजकुमार, ज्ञानी राम, डा. मोहन लाल, जसविन्द्र संधु, सुरेन्द्र पटवा, जगबीर, ओमप्रकाश, संजय जांगड़ा, राकेश ढींगड़ा, कुलवंत सिंह कलेर, प्रेमचंद, बलवान सेन, कृष्ण गहलोत, कृष्णचंद, पूनम, महाबीर सिंह, राजरानी पूनम सहित कई लोग मौजूद थे।