नई दिल्ली। दक्षिण कश्मीर के पवित्र अमरनाथ गुफा के लिए 46 दिनों की वार्षिक तीर्थयात्रा एक जुलाई को शुरू होगी। राजभवन के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि राजभवन में श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अध्यक्ष राज्यपाल सत्यपाल मलिक की अध्यक्षता में एसएएसबी की 36 वीं बैठक में यह निर्णय लिया गया। बोर्ड अनंतनाग जिले में पारंपरिक पहलगाम मार्ग और गंदेरबल जिले में बालटाल मार्ग पर वार्षिक तीर्थाटन का प्रबंधन करता है।
अधिकारी ने बताया कि श्री श्री रविशंकर समिति के दृष्टिकोण के आधार पर बोर्ड ने 46 दिनों की इस यात्रा का फैसला किया जो हिंदू कैलेंडर के अनुसार मासिक शिवरात्रि के दिन एक जुलाई को शुरु होगी और श्रावण पूर्णिमा और रक्षा बंधन त्यौहार के दिन 15 अगस्त को उसका समापन हो जाएगा।
बोर्ड को इस तीर्थाटन की अवधि और कार्यक्रम के संबंध में सलाह देने के लिए श्री श्री रविशंकर समिति गठित की गयी थी। प्रवक्ता ने कहा कि दोनों मार्गों की क्षमता और बुनियादी ढांचों को ध्यान में रखते हुए उन पर रोजाना 7,500-7,500 यात्रियों को जाने देने की अनुमति देने का फैसला किया है। हेलीकॉप्टर से यात्रा करने वाले उनमें शामिल नहीं होंगे।