गृह मंत्री अनिल विज ने गाइड लाइन का पालन सख्ती से कराने का निर्देश दिया
सामाजिक दूरी का नहीं कर रहे हैं लोग पालन
गुडग़ांव, 27 अगस्त : जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने में जिला प्रशासन सक्रीय है, लेकिन कोरोना पीडि़तों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। हालांकि प्रदेश के अन्य जिलों में भी कोरोना संक्रमण की रफ़्तार पुन: तेज होने लगी है. प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर कई मंत्री व विधायक भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। अधिकतर का उपचार गुडग़ांव के निजी अस्पताल में चल रहा है। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने जिले के सभी सिविल अस्पतालो में ओपीडी की सुविधा को कुछ समय पहले ही बहाल कर दिया था। अभी इन ओपीडी में मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है दूसरी तरफ गुरुग्राम में वीरवार को कोरोना के 141 नए पॉजिटिव केस आए जबकि 93 मरीज रिकवर भी हुए. जिला में अब तक कुल 11429 पॉजिटिव केस आ चुके हैं जिनमें से 10360 रिकवर भी हो चुके हैं. अब तक 158528 सैम्पल लिये गए हैं जिनमें से 144993 नेगेटिव मिले हैं. प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने गाइड लाइन का पालन सख्ती से कराने का निर्देश दिया .
गृहमंत्री श्री विज ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण मरीजों की संख्या को देखते हुए भारत सरकार द्वारा कोविड-19 को लेकर सार्वजनिक स्थानों पर धार्मिक, राजनीतिक तथा सामाजिक कार्यक्रमों में ज्यादा भीड़ इकट्ठा नहीं होने देने के बारे में जारी एस ओ पी का दृढ़ता से पालन किया जाए। भारत सरकार द्वारा जारी एस ओ पी का उल्लंघन की अनुमति नही हैं और इसका पालन सुनिश्चित किया जाए।
उधर चिकित्सकों की निजी क्लीनिकों व निजी अस्पतालो में भी मरीज उपचार के लिए आने शुरु हो गए हैं। जुलाई माह तक निजी अस्पतालों में भी मरीज उपचार के लिए जाने से भयभीत रहते थे, लेकिन अब इन मरीजों के सामने यह सबसे बड़ी समस्या उत्पन्न हो रही है कि कुछ निजी अस्पताल प्रबंधन अस्पताल में आने वाले मरीजों से कोरोना महामारी को लेकर अतिरिक्त रकम भी वसूल कर रहे हैं। इन मरीजों की समस्या यहीं खत्म नहीं हो जाती। इन मरीजों को कोरोना टेस्ट कराने के लिए बाध्य किया जा रहा बताया जाता है।
हालांकि जिला स्वास्थ्य विभाग को जब इस प्रकार की जानकारी मिली तो स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्यवाही करने का भी मन बना लिया है। उधर स्वास्थ्य विभाग ने भी आम मरीजों से आग्रह किया है कि वायरल बुखार का भी सीजन चल रहा है। वे बुखार को कोरोना न समझें। बारिश के सीजन में वायरल होना आम है। जिले के सिविल अस्पताल में प्रतिदिन वायरल व फ्लू के मरीज भी आ रहे हैं। वे इतने भयभीत हो जाते हैं कि उन्हें चिकित्सकों से यही पूछना पड़ता है कि कहीं उन्हें कोरोना तो नहीं हो गया।
चिकित्सक उनकी शंका का समाधान करने में भी लगे हैं। वे उनको कोरोना वायरस व वायरल बुखार के अंतर को भी बताकर उनका संशय दूर करना चाहते हैं, लेकिन कुछ मरीज ऐसे हैं कि वे कोरोना का कंन्फ्यूजन पाले बैठे हैं। सिविल अस्पताल में लगने वाली ओपीडी में मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है, लेकिन कोरोना का भय उन्हें अभी भी सता रहा है। गुडग़ांव में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ जाने से गुडग़ांव रिकवरी रेट में प्रदेश में अब तीसरे नंबर पर पहुंच गया है। जिले का रिकवरी रेट गिरता जा रहा है, जबकि गत सप्ताह यह रिकवरी रेट प्रदेश के अन्य जिलों से सबसे अधिक था। अब पहले नंबर पर पलवल और दूसरे नंबर पर फरीदाबाद आ गया बताया जाता है।
कोरोना संक्रमितों की जांच के लिए निशुल्क कोरोना जांच शिविरों का किया जा रहा है। औद्योगिक क्ष्ेात्रों में भी इस प्रकार के शिविर लगाए जा रहे हैं। शहर के जैकबपुरा क्षेत्र को कोरोना के मामले में हॉटस्पॉट माना गया है। जैकबपुरा क्षेत्र में भी कोरोना जांच का कार्य किया जा रहा है।
अनलॉक-3 के 27वें दिन शहर के विभिन्न क्षेत्रों में आवागमन सामान्य ही रहा। कोरोना से पूर्व की स्थिति गुडग़ांव में आती दिखाई दे रही है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में चहल-पहल दिखाई देनी शुरु हो गई है। शहर के मुख्य सदर बाजार व इससे लगते बाजारों में भी खरीददारों की अच्छी भीड़ दिखाई दे रही है, लेकिन लोग सामाजिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि वे इसको भूल ही गए हैं। इसी कारण से कोरोना संक्रमितों की संख्या में वृद्धि हुई बताई जा रही है।