धर्मेन्द्र यादव
फरीदाबाद : फरीदाबाद के सबसे पुराने मशहूर ओल्ड बाजार में हजारों दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दी है, जिसके चलते ग्राहकों को सामान खरीदने के लिये परेशानी उठानी पड रही है,, खबर है कि सुबह से पूरा बाजार खुला हुआ था दोपहर बाद अचानक से सभी दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दी जिसके पीछे इनकम टैक्स और सेल्स टैक्ट टीम का छापा बताया जा रहा है तो वहीं कुछ लोगों का कहना है कि 500 और हजार के छुट्टे न होने के चलते परेशान होकर दुकानदारों ने अपनी दुकानों पर ताला लगा दिया है.
प्रधानमंत्री ने जो किया वो ठीक है मगर उनके कुछ सरकारी विभाग जो कर रहे हैं वो बिल्कुल भी ठीक नहीं है, सरकारी विभाग दुकानदारों में भय का महौल पैदा कर रहे हैं. ऐसा ही कुछ कहना है ओल्ड फरीदाबाद के दुकानदारों का. 500 और 1000 के नोट बंद होने के बाद भी दुकानदार जैसे तैसे करके दो दिन से अपनी दुकानें चला रहे थे उसी प्रकार दुकानदारों ने आज भी सुबह दुकानें खोली मगर दोपहर बाद अचानक से इनकम टैक्स और सेल्स टैक्स विभाग की टीम के आने की सूचना मिली तो दुकानदार दुकानों पर ताला लगाकर अपने अपने घरों के लिये निकल गये,, कुछ ऐसी ही बातें अब ओल्ड फरीदाबाद में बंद पडी हुई हजारों दुकानें के सामने खडे हुए लोग कर रहे हैं। सुबह से खुले हुए बाजार में आचानक के
मच गई और एक के बाद एक दुकानदार दोपहर के बाद दुकान बंद करके चलता बना। अब पूरी तरह से ओल्ड फरीदाबाद का बाजार बंद हो गया है। इस संबंध में बाजार में पान की दुकान चला रहे एक पनवाडी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें दुकानें बंद होने का कारण तो नहीं पता मगर अचानक से सभी दुकानदारों ने दुकानें दोपहर बाद बंद कर दी और अपने अपने घरों को चले गये।
वहीं दुकानदार दीपक की माने तो वो लंबे समय से ओल्ड फरीदाबाद में दुकान करते हैं आज उन्हें भी कुछ सरकारी विभागों की वजह से अपनी दुकान बंद करनी पडी है, उनका कहना है कि उन्हें सूचना मिली कि इनकम टैक्स और सेल्स टैक्स टीम का छापा पड रहा है जिससे डर कर सभी दुकानदार अपनी अपनी दुकानें बद कर रहे हैं इसलिये उन्होंने भी कर दी, कुछ ऐसी ही अफवाहें फैलाकर सरकार तत्व दुकानदारों में भय का महौल पैदा करना हैं, इसलिये उनकी विनिती है कि ऐसे सरकारी विभागों पर अंकुश लगाया जाये.
वहीं बाजार में सामान खरीदने के लिये आयो ग्राहकों की माने तो वो घर से बाजार में सामान लेने के लिये आये हैं मगर बाजार में उन्हें सभी दुकानें बंद नजर आ रही है, जिससे उन्हें पता लगा है कि दुकानदारों के पास 500 और 1000 के छुट्टे नहीं है और ग्राहक उन्हें 500 और 1000 के नोट ही दे रहे हैं जिससे परेशान होकर दुकानदार अपनी अपनी दुकानों पर ताला लगाकर चले गये हैं।