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गुरुग्राम। वित्त मंत्री सीता रमण द्वारा पेश किए गए बजट को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैप्टन अजय सिंह यादव ने दिशाहीन करार देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री बात तो करते हैं मेक इन इंडिया की लेकिन उसके लिए करते कुछ नही हैं। अब आम बजट में मेक इन इंडिया के लिए एक रूपया का भी बजट नही रखा। उपर से एफ डी आई 100 प्रतिशत कर दिया। तो बीएसएनएल, एयर इंडिया, एल आई सी इत्यादि भारतीय कंपनीयों का क्या होगा ये भाजपा जरा सा भी नही सोच रही। उन्होंने कहा कि गाँव, गऱीब व किसान हाशिये पर हैं। फिर भी न किसान की आय दुगनी करने का रास्ता, न न्यूनतम समर्थन मूल्य का वादा, न अकाल सूखे से लडऩे का कोई उपाय, न ग्रामीण अर्थव्यवस्था में संकट का सुधार। गरीब और किसान की अनदेखी करना भाजपा को भारी पडेगा।
कैप्टन अजय सिंह ने कहा कि दुकानदारों की पेंशन के बारे में भी नही बताया कि कितनी पेंशन देंगें। साथ ही 2 करोड के चेक पर 2 प्रतिशत टीडीएस कटेगा इस तरह से तो भाजपा एक हाथ से देकर दूसरे हाथ से छीन रही है। व्यापारी को तो दोहरी मार लग रही है। कर्मचारियों को 5 लाख तक की इंकम में तो पहले से ही राहत थी इसमें भी कोई बदलाव नही किया, कर्मचारियों के भी हाथ खाली रह गए।
श्री यादव ने कहा कि मनेठी एम्स का क्या होगा। इस बात का ना तो भाजपा, ना सांसद और ना ही आम जनता को पता है। चुनाव से पहले अग्रीम बजट में तो तत्कालिन वित्त मंत्री अरूण जेटली ने एम्स के लिए बजट दिया था लेकिन चुनाव में जनता की वोट लेने के बाद एम्स के बजट को ही भूल गए। इसके अलावा गुडग़ांव वासियों को मेट्रो के विस्तार की बडी आशा थी कि भाजपा द्वारा गुडगांव मेट्रो का बजट दिया जाएगा लेकिन गुडग़ांव वासियों के सपने तोडने का काम भाजपा ने किया है। इसके अलावा मात्र दो साल 2017-18 से 2019-2020 में महिलाओं से सम्बंधित योजनाओं के बजट में 2000 करोड़ से ज्यादा की कटौती की गई। 2019 के जरिए भारत को देश में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए पर्याप्त संसाधनों और सटीक योजना की जरूरत है।
कैप्टन अजय सिंह ने कहा कि भारी जल संकट और सूखे के बीच पिछले 4 साल के दौरान सिंचाई के बजट में 433 करोड़ की कटौती के कारण किसान आत्महत्याओं और कर्जे में वृद्धि हुई है। 2019 के जरिए किसानों को कर्जे के जाल से मुक्ति दिलाने के लिए ठोस कृषि नीति की जरूरत है।