केंद्रीय कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव की डीसी गुरुग्राम के साथ बैठक, जल संरक्षण पर एक्शन प्लान बनाने के निर्देश

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गुरूग्राम। भारत सरकार के कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव एवं जल शक्ति अभियान के नोडल अधिकारी विवेक अग्रवाल ने आज गुरूग्राम पहुंचकर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चलाए जा रहे जल शक्ति अभियान को लेकर उपायुक्त सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। यह बैठक गुरूग्राम के लोक निर्माण विश्राम गृह मे आयोजित की गई थी।

आज आयोजित बैठक में जल संरक्षण को लेकर विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। श्री अग्रवाल ने अधिकारियों को जल शक्ति अभियान को सफल बनाने को लेकर दिशा- निर्देश दिए। श्री अग्रवाल ने कहा कि जल शक्ति अभियान जल संरक्षण के लिए एक अनूठी पहल है जिसे सफल बनाने के लिए जनभागीदारी बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह अभियान लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए शुरू किया गया है ताकि भूमिगत जलस्तर में सुधार हो और लोग जल के महत्व को समझते हुए पानी का सदुपयोग करें। उन्होंने कहा कि आने वाले तीन महीने जल संरक्षण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, ऐसे में यदि लोग जल संरक्षण के लिए अपने उत्तरदायित्वों को समझेंगे तो बरसाती पानी का संचयन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिनमे आरडब्ल्यूए, उद्योगों, कंपनियों, एनजीओ, सरपंचों सहित समाज में विभिन्न वर्गोें के लोगों को आमंत्रित किया जाएगा।
श्री अग्रवाल ने कहा कि गांवो में पुराने तालाबों का जीर्णाेद्धार करवाकर वहां जल संरक्षण के प्रयास किए जाएंगे। इसके अलावा, जल संचयन के लिए रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम लगवाएं जाने चाहिए ताकि बरसात का ज्यादा से ज्यादा पानी जमीन के अंदर डाला जा सके। जिला में किसानों को कम पानी खपत वाले खेती के तरीकों जैसे सिंचाई के लिए ड्रिप इरीगेशन अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएं। उन्होंने बैठक में उपस्थित जिला उद्यान अधिकारी पिंकी यादव से कहा कि वे सूक्ष्म सिंचाई को बढ़ावा दे और इसके लिए रूपरेखा बनाकर काम करें। इसके अलावा , कृषि विभाग भी जल प्रबंधन को लेकर अपने स्तर पर कार्ययोजना तैयार करें।

उन्होंने कहा कि जिला में यदि कही अवैध बोरवैल चल रहे हों तो उन्हें नियमानुसार बंद करवाएं। उन्होंने कहा कि जनता के सहयोग से इस अभियान को सफल बनाने को विभाग अनुसार एक्शन प्लान तैयार किए जाएं और सभी विभाग अपने विभाग का एक माइक्रो प्लान बनाकर उसी अनुरूप काम करें। उन्होंने कहा कि विभाग ऐसे स्थानों की पहचान करें जहां पुराने तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा सकता है और पंचायतों या अन्य विभागों की खाली पड़ी जमीन पर पौधारोपण करवाएं। बैठक में उपस्थित जिला वन अधिकारी दीपक नंदा ने बताया कि 14 जुलाई को जिला में वन महोत्सव मनाया जा रहा है जिसमें सभी विभागों तथा आम जन द्वारा बड़ी संख्या में पौधारोपण किया जाएगा।

श्री अग्रवाल ने कहा कि परम्परागत तालाब, बावड़ी व झील सूखने लगी हैं। इस तरह की गम्भीर स्थिति को देखते हुए जल शक्ति मंत्रालय भी बनाया गया है, जिसका उद्देश्य जल संरक्षण और इसके प्रबंधन के लिए सभी उपायों को करना है। शुरूआत में जल शक्ति अभियान देश के 254 जिलों में चलाया जाएगा जिनमें प्रभारी अधिकारी लगाए गए हैं। इनके सहयोग के लिए तकनीकि अधिकारी भी होंगे। उन्होंने कहा कि तकनीक के इस दौर में जरूरी है कि फेसबुक,वाट्सएप, इंस्टाग्राम तथा ट्वीटर आदि का इस्तेमाल कर लोगों को जल संरक्षण से जोड़ा जाए। इसके अलावा, गांव में लोगों को प्रेरित करने के लिए जन सभाएं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जल शक्ति अभियान के लिए जिला की गतिविधियों का एक्टिविटी कलेंडर बनाकर ज्यादा से ज्यादा आम जनता को अभियान से जोड़े।
उन्होने कहा कि अभियान के तहत इस प्रकार से कार्य हो जिससे आसानी से पता लगाया जा सके कि कितना काम हुआ है। प्रत्येक काम विजीबल हो, जिससे पता चले कि पहले क्या था और अब क्या परिवर्तन हुआ है। अभियान में सभी गांवो को शामिल करके लेागों को जागरूक किया जाए।

स्वच्छ पेयजल को बचाने के उपायों के बारे मे चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वेस्ट पानी को पुनः प्रयोग में लाने के लिए ट्रीटमेंट प्लांटों को और अधिक सक्षम बनाया जाएगा, ताकि बागवानी व भवन निर्माण तथा अन्य कार्यों के लिए शोधित पानी का प्रयोग किया जा सकेे। सरकारी, पंचायती भूमि, सडकों के किनारे तथा शिक्षण संस्थाओं के परिसर में अधिक से अधिक पौधे लगाकर उनका संरक्षण किया जाना चाहिए। रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को और अधिक सशक्त बनाने की जरूरत है। बताया गया कि सभी सरकारी भवन, शिक्षण संस्थान, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के आवासीय क्षेत्रो में निर्माण से पहले रेन हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाना अनिवार्य किया गया है। आवश्यकता अनुसार क्षेत्रों में जल संग्रहण यानि वाटर शैड विकसित किए जाएंगे।

बैठक में उपायुक्त श्री अमित खत्री ने पावर प्वाइंट प्रैजेंटेशन के माध्यम से जल संरक्षण को लेकर जिला में किए जा रहे प्रयासों के बारे मंे बताया। उपायुक्त ने कहा कि जल शक्ति अभियान केन्द्र सरकार का एक फलैगशिप कार्यक्रम है। उन्होंने बताया कि जल शक्ति अभियान के तहत जिला में आरडब्ल्यूए संस्थाओं के अलावा स्कूल व काॅलेजो के छात्रों को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने श्री अग्रवाल को विश्वास दिलाया कि जिला गुरूग्राम में इस अभियान को जनभागीदारी से एक जन आंदोलन बनाने की कोशिश की जाएगी।

इस अवसर पर जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. सतेन्द्र दूहन, जिला वन अधिकारी दीपक नंदा, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेन्द्र सारवान, जिला उद्यान अधिकारी पिंकी यादव, कृषि विभाग के उप निदेशक आत्माराम गोदारा सहित कई विभागो के अधिकारीगण उपस्थित थे।

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