गुरुग्राम नगर निगम की बैठक में पार्षदों का हंगामा, निगम की जमीन बेचने का विरोध

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कई मामलों पर पार्षदों ने उठाये सवाल

जमीन बेचने को लेकर हुआ हंगामा

पुराने गुरुग्राम में अधिकस क्षमता वाले सीवर डालने की मांग

अधिकारियों की मनमानी को लेकर गुस्से में पार्षद

सुभाष चौधरी

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गुरुग्राम। गुरुग्राम नगर निगम की सोमवार को हुई मासिक बैठक हंगामेदार रही। पार्षदों ने नगर निगम की जमीन बेचने को लेकर मेयर और अधिकारियों से तीखे सवाल पूछे तो वही कई मुद्दों पर निगम की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया। साथ ही पुराने गुरुग्राम में अधिक क्षमता की सीवर पाइप लाइन डालने की मांग भी संबंधित वार्डों के पार्षदों ने सदन की बैठक में जोरदार तरीके से उठाई।

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गुरुग्राम नगर निगम की बैठक में लगातार पार्षदों की नाराजगी सामने आ रही है। गुरुग्राम के जोन में हॉल में आज हुई सदन की इस बैठक में अधिकतर पार्षदों ने विकास कार्यो को लेकर नारजगी जताई और तीखे सवाल किये। पार्षदों ने विकास कार्यों की उपयोगिता और उसकी रूपरेखा को लेकर आरोप लगाया कि कई योजनाएं जनता की सुविधा के अनुरुप लागू नहीं की जा रही है। जिन कार्यों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए उन कार्यों में देरी बरती जा रही है जबकि अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं। बैठक में इस बात के पुख्ता संकेत देखने को मिले कि पार्षदों के एरिया में कार्य नहीं होने के चलते लोगों में काफी नारजगी है। इसको लेकर सदन की आज की बैठक में के बार नोकनझोक की स्थिति भी बन गयी। अधिकारियों की मनमानी को लेकर पार्षदों ने सवाल खडे किये । वही गरीब लोगों को प्लाट देने के बिल को आगामी बैठक में पेश करने का निर्णय लिया गया। उस पर चर्चा करने के बाद ही कोई निर्णय लिया जायेगा.।

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आज की बैठक में हंगामा होने का मुख्य कारण रहा निगम की जमीन को बेचने का मुद्दा। कुछ इलाकों में नगर निगम की बेशकिमती जमीन को प्राइवेट बिल्डरों को दिये जाने के मामले में पार्षदों ने मेयर और अधिकारियों को घेरा। पार्षदों ने सवाल उठाया कि जब हरियाणा का सबसे अमीर नगर निगम गुरुग्राम है तो निगम की जमीन को क्यो ट्रांसफर किया जा रहा है। आरोप लगाया इससे साफ होता है कि किसी व्यक्ति विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। निगम पार्षदों ने इसे गलत निर्णय करार दिया।

इसके अलावा पुराने गुरुग्राम में पिछले कई सालों से सीवर की पुरानी पाइप लाइन डली हुई है। जिससे अब गुरुग्राम की जनसंख्या लगातार बढ़ रही है। एरिया बढ़ा है लेकिन पाइप लाइन की क्षमता बेहद कम है। इससे अधिकतर वार्डों में सीवर ओवरफ्लो की शिकायतें आमहो गईं है। इसी को ध्यान में रखते हुए पूराने गुरुग्राम में सीवर की पाइप लाइन को चौडा़ किया जाये जिससे वर्ष पानी निकासी और सीवर ओवरफ्लो की शिकायत दूर हो सके और लोगों को राहत मिले।

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पार्षदों के तीखे तेवर देख कर निगम आयुक्त यशपाल यादव और मेयर मधु आजाद ने सड़क निर्माण और सफाई के बारे में अधिकारियों को आदेश जारी किया कि लोगों की समस्या का समाधान तुरंत किया जाये।

गुरुग्राम नगर निगम की सदन की बैठक में निगम के दायरे में आने वाले सभी सरकारी स्कूलों के सौंदर्यकरण और उनकी जर्जर हालत को ठीक करने के लिए सभी की सहमती बनी और अब शिक्षा विभाग को एक पत्र लिखा जायेगा। इसमें निगम को शिक्षा विभाग लिस्ट भेजेगा औऱ उसके बाद उनका मरम्मत और सौंदर्यकरण का काम किया जायेगा। इसके अलावा निगम पार्षदों ने ये भी मांग रखी है कि किसी भी कम्यूनिटी या चौपाल का निर्माण होने के बाद उद्घाटन होगा तो उसकी जानकारी उसके संबंधी पार्षद को दी जायेगी जिससे कि वो उस कार्यक्रम में शामिल हो सके। पिछले कुछ मामलों में पार्षदों को इसकी जानकारी नहीं थी और कम्यूनिटी सेंटर का उद्घाटन हो गया। वही इस बैठक को स्वच्छता ही सेवा है नाम दिया गया ।

इससे पूर्व नगर निगम गुरूग्राम की सामान्य बैठक मेयर मधु आजाद की अध्यक्षता में सिविल लाईंस स्थित स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद भवन में शुरू हुई। बैठक में सर्वप्रथम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
बैठक में भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के तहत चल रहे स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत मेयर टीम, निगम पार्षदों एवं अधिकारियों ने स्वच्छता की शपथ ली कि वे शहर को स्वच्छ बनाने में अपना योगदान देंगे तथा अपने-अपने क्षेत्र में स्वच्छता के लिए कार्य करेंगे। अगर कोई व्यक्ति गंदगी करता है, तो उसे रोकेंगे तथा स्वच्छता के प्रति जागरूक करेंगे। नगर निगम की ओर से सभी को स्वच्छता एप डाऊनलोड करने का आह्वान किया गया तथा एप डाऊनलोड करने और उसका उपयोग करने के बारे में जानकारी प्रदान की गई। बताया गया कि इस एप के माध्यम से गंदगी संबंधी शिकायत भेजें, शिकायत का समाधान 12 घंटे में करने का प्रावधान इस एप में किया गया है। इसके साथ ही अपने परिचितों को भी स्वच्छता एप डाऊनलोड करवाएं। बैठक में उपस्थित सभी निगम पार्षदों एवं अधिकारियों को कपड़े के थैले वितरित किए गए तथा उनसे अपील की गई कि वे पॉलीथीन की बजाए कपड़े के थैले का इस्तेमाल करें तथा दूसरों को भी इसके लिए जागरूक करें।

गुरुग्राम नगर निगम की बैठक में पार्षदों का हंगामा, निगम की जमीन बेचने का विरोध 6बैठक में सभी पार्षदों ने सर्वसम्मति से गुरूग्राम शहर में प्लास्टिक के बैन पर प्रस्ताव पास किया तथा कहा कि कंपनी स्तर पर प्लास्टिक बैन करने बारे सरकार को प्रस्ताव भेजा जाए। इसके अलावा, नगर निगम क्षेत्र में अगर प्लास्टिक बनाने वाली कोई कंपनी है, तो उसे बन्द करवाया जाए तथा प्लास्टिक के स्टॉकिस्ट एवं प्लास्टिक का उपयोग करने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई की जाए। इसके अलावा बैठक में जन प्रस्तावों को मंजूरी प्रदान की गई, उनमें सभी वार्डों में सामुदायिक केन्द्रों का निर्माण करने तथा अगर किसी वार्ड में जगह उपलब्ध नहीं है, तो उसके साथ लगते वार्ड में सामुदायिक केन्द्र का निर्माण करने, नगर निगम क्षेत्र में आने वाली चौपालों का वार्ड वाईज विवरण उपलब्ध करवाने तथा मरम्मत अथवा पुन: निर्माण की आवश्यकता वाली चौपालों का विवरण उपलब्ध करवाने, नगर निगम के कॉल सैंटर तथा निगम कार्यालय में आम जनता द्वारा दी जाने वाली शिकायतों का विवरण, जिनका निपटान हो चुका है तथा शेष का निपटान करने बारे की जा रही कार्रवाई का विवरण सदन के समक्ष प्रस्तुत करने का प्रस्ताव पारित किया गया।
इसके अलावा, विकसित होते हुए गुरूग्राम तथा पुराने गुरूग्राम मे सीवर प्रणाली को सुदृढ़ करने तथा जहां पर छोटी लाईनें हैं, उनके स्थान पर बड़ी लाईनें डलवाने के लिए योजना तैयार करने का प्रस्ताव मंजूर हुआ। दिल्ली की तर्ज पर गुरूग्राम में एक बड़े पार्क को चिल्र्डन पार्क में तबदील करने के प्रस्ताव पर बताया गया कि इस बारे में चाईल्ड वेलफेयर सोसायटी के साथ कोलोब्रेशन किया जाएगा। इसी प्रकार निगम सीमा में स्थित खस्ता हाल में सरकारी स्कूलों को प्राईवेट स्कूलों की तरह सुविधापूर्ण बनाने के प्रस्ताव पर मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर, संबंधित वार्ड के निगम पार्षद तथा शिक्षा विभाग एवं नगर निगम के अधिकारियों की एक संयुक्त कमेटी बनाने का निर्णय बैठक में लिया गया। दिसम्बर 2017 से सितम्बर 2018 तक नियमित हुई 32 कॉलोनियों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के मामले में निर्णय लिया गया कि नियमानुसार विकास शुल्क का भुगतान करने पर मूलभूत सुविधाएं विकसित की जाएंगी। विकास शुल्क की राशि को कम करने बारे सरकार के पास प्रस्ताव पूर्व की बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार भेजा हुआ है। सडक़ों एवं चौराहों के नामकरण करने के प्रस्ताव पर निगम पार्षद महेश दायमा की अध्यक्षता में गठित कोर कमेटी को रिपोर्ट देने बारे निर्णय लिया गया। बैठक में कुल 10 प्रस्ताव नामकरण हेतु रखे गए थे। कोर कमेटी अगली बैठक में अपनी रिपोर्ट देगी।
बैठक में सरकार द्वारा बनाई गई वाटर एटीएम पॉलिसी के तहत निगम क्षेत्र के विभिन्न स्थानों में वाटर एटीएम लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली। इसके तहत पॉलिसी के अनुसार निर्धारित दरों पर वाटर एटीएम के माध्यम से स्वच्छ पानी आमजन को उपलब्ध करवाया जाएगा। यहां बताया गया कि इस बारे में ईओआई/टैंडर करने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी, ताकि आमजन को कम दरों पर स्वच्छ पानी मिल सके। बैठक में निगमायुक्त ने बताया कि आने वाले समय में जितनी भी कम्यूनिटी बिल्डिंग नगर निगम द्वारा बनाई जाएंगी, उनमें मल्टीपर्पज हॉल का निर्माण करने बारे अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं, ताकि हॉल को इंडोर स्टेडियम सहित अन्य उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जा सके। न्यू कॉलोनी बैडमिंटन कोर्ट की संचालन प्रक्रिया की जांच करने के आदेश मेयर द्वारा बैठक में दिए गए।
‘बैठक में शहर के विकास से संबंधित विभिन्न बिन्दुओं पर विचार-विमर्श करने उपरान्त उन्हें स्वीकृति दी गई है। नगर निगम का प्रयास नागरिकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाना है, जिसके लिए कार्य किया जा रहा है।’- श्रीमती मधु आजाद, मेयर गुरूग्राम।
‘सदन की सामान्य बैठक में गुरूग्राम में प्लास्टिक बैन करने बारे प्रस्ताव पास हुआ है। इस बारे में भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से निर्देश प्राप्त हुए हैं। बैठक में निर्णय लिया गया है कि कंपनी स्तर पर प्लास्टिक बैन करने बारे सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा तथा नगर निगम सीमा में अगर कोई प्लास्टिक निर्माता कंपनी है, तो उसे बन्द करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही प्लास्टिक स्टॉकिस्टों तथा विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।’ – यशपाल यादव, आयुक्त नगर निगम गुरूग्राम।
बैठक में सीनियर डिप्टी मेयर प्रमिला, डिप्टी मेयर सुनीता यादव, एडीशनल म्यूनिसिपल कमिशनर एवं निगम सचिव, संयुक्त निगमायुक्त मुकेश सोलंकी, रोहित यादव एवं रविन्द्र यादव, चीफ इंजीनियर एनडी वशिष्ठ, चीफ टाऊन प्लानर आरके सिंह, चीफ अकाऊंट ऑफिसर भारत भूषण कालरा सहित अन्य निगम अधिकारी उपस्थित थे।

ये निगम पार्षद रहे उपस्थित : निगम पार्षद मिथलेश, शकुंतला यादव, रविन्द्र यादव, विरेन्द्र राज यादव, अनूप सिंह, दिनेश सैनी, शीतल बागड़ी, योगेन्द्र सारवान, ब्रह्मप्रकाश यादव, संजय कुमार, सीमा पाहुजा, मधु बत्रा, सुभाष सिंगला, अश्विनी शर्मा, कपिल दुआ, धर्मबीर, सुनीता यादव, अश्विनी शर्मा, सुनील कुमार, सुभाष फौजी, प्रवीणलता, सुदेश रानी, हेमन्त कुमार, कुलदीप यादव, महेश दायमा, कुलदीप बोहरा एवं आरएस राठी उपस्थित थे।

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