यंग इंडिया मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने राहुल गांधी की याचिका खारिज कर दी
कांग्रेस नेता ने टैक्स चोरी मामले में टैक्स री असेसमेंट की अनुमति मांगी थी
नेशनल हेराल्ड गबन मामले में 5000 करोड़ गबन का है आरोप
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने सोमवार को पार्टी की प्रेस ब्रीफिंग में जानकारी दी कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी की एक याचिका दिल्ली हाई कोर्ट ने खारिज कर दी है। उस याचिका में इन्होंने अपने ऊपर लगे 5000 करोड़ के घोटाले के यंग इंडिया मामले में टैक्स री असेसमेंट की अनुमति मांगी थी जो हाई कोर्ट ने इनकार कर दिया। अपनी इन्हीं कारगुजारियों को छिपाने के लिए कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज भारत बंद का आह्वान किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि आज जान बुझ के भारत बंद का आह्वान किया गया क्योंकि कांग्रेस को पता था की हाई कोर्ट में National Herald केस में हियरिंग चल रही है और आज ही के दिन उस सुनवाई का नतीजा आना था ।
संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त थे जिन लोगों का जमीर बंद था उन्होंने जानबूझकर आज भारत बंद का आह्वान किया, क्योंकि उन्हें पता था कि हाईकोर्ट में नेशनल हेराल्ड के केस के मामले की सुनवाई चल रही है और अगर उनके खिलाफ फैसला आया तो यह चर्चा का विषय बनेगा। जो टैक्स का चोरी करता है स्वाभाविक रूप से उसके मन में उत्तर होता है। गांधी फैमिली राहुल गांधी और सोनिया गांधी को अच्छी तरह पता था कि वह हाई कोर्ट में उनके खिलाफ मामला होने वाला है। डॉ पात्रा ने आरोप लगाया कि उनकी याचिका आज रद्द हो सकती है इसीलिए उन्होंने जानबूझकर आज के दिन भारत बंद का आह्वान किया था। किस प्रकार देश को गुमराह करने की कोशिश गांधी परिवार ने किया उस का नायाब नमूना है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी का आज पर्दाफाश हुआ। जहां तक गांधी परिवार का विषय है पूरा परिवार एक ऐसे परिवार के रूप में जाना जाता है जो धोखाधड़ी करता है जो भ्रष्टाचार का परिचायक है जो कानून को तोड़ने वाला परिवार के रूप में अब पहचान बना चुका है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सोनिया गांधी प्रियंका और रॉबर्ट वाड्रा चारों इसमें शामिल हैं और जिस केस के बारे में डिस्कस कर रहे हैं वह कांग्रेस पार्टी के अध्यक् राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा ,रॉबर्ट वाड्रा को इस मामले में टैक्स का नोटिस गया हुआ है ।
संबित पात्रा ने कहा कि जो लोग इतने वर्षों तक हिंदुस्तान में सत्ता पर काबिज रहे उनको इस तरह का भाव पैदा हो गया था कि किस तरह से देश की आंखों में धूल झोंककर गरीब जनता के पैसे को गाढ़ी कमाई को लूट सकते हैं। आज इस का पर्दाफाश हो गया और दिल्ली हाईकोर्ट में उनकी याचिका रद्द हो गई ।
संबित पात्रा ने दावा किया कि हाई कोर्ट में उन्हें टैक्स री असेसमेंट की अनुमति नहीं दी गई। इसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने देश के कानून को दरकिनार करते हुए गरीब जनता के 5000 करोड़ रु लूटा है । गबन किया है और 50000 रु के मुचलके पर बेल बांड पर वह बाहर है।
उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो बैलगाड़ी की बात की थी उस बेलगाड़ी पर पूरा का पूरा परिवार सफर कर रहा है। हर कोई इस परिवार में बेल पर बाहर है। कांग्रेस पार्टी में भी आधे से अधिक लोग बेल पर बाहर है। अपने जमीर को बेचने के बाद वह भारत बंद का आह्वान करते हैं और छोटी सी बच्ची की मौत हो गई। इस पर कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी सवाल खड़ा किया था ।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने एक कंपनी के माध्यम से 5000 करोड़ का गबन किया उसको उन्होंने छुपाया । यंग इंडिया कंपनी ने 2011 में जिस प्रकार आय की उनके इनकम को छुपाया गया। सच्चाई नहीं बताई । इसलिए देश का नुकसान हुआ। आज हम जो बात करने वाले हैं डॉक्टर मनमोहन जी सुन रहे होंगे और आज वह इनके साथ बैठे हुए थे कि ऐसा लगता है कि आप इस केस में शामिल रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि किस प्रकार से यंग इंडिया कंपनी को केवल 5 लाख रु में खोला गया था और सोनिया गांधी और बेटे राहुल गांधी इसके निदेशक बने। 76% की होल्डिंग राहुल गांधी के पास और बाकी हिस्सा सोनिया गांधी के पास जो तत्कालीन अध्यक्ष थी । इस कंपनी का गठन किया और एक दूसरी कंपनी से कर्ज लिया जिसका नाम डॉटेक्स कंपनी है । उन्होमे आरोप लगाया कि यह कंपनी हवाला कंपनी है।
उन्होंने कहा कि करप्शन के सारे आरोपी दस जनपथ में रहते हैं। उन्होंने कहा कि क्योंकि ए जे एन एल कंपनी से लोन लिया था इसीलिए डीमोनेटाइजेशन को लेकर यह लोग हमेशा विरोध करते हैं। उसके विरोध में बोलते हैं। ए जे एल कंपनी जो नेशनल हेराल्ड की कंपनी है नेहरु जी ने खड़ा किया था। इसने 90 करोड़ का लोन कांग्रेस पार्टी से लिया था । इसमें भी यही लोग डायरेक्टर हैं । इनमें माता सोनिया गांधी, पुत्र राहुल गांधी और ऑस्कर फर्नांडिस और मोतीलाल वोरा यही निदेशक है। इस कंपनी ने कांग्रेस पार्टी से लोन लिया बाद में यंग इंडिया ने इसे खरीद लिया और उन्होंने केवल 50 लाख में उनके शेयर खरीद लिए और उन्होंने और ए जे एल कंपनी की 5000 करोड़ की प्रॉपर्टी पर कब्जा करने का पूरा प्रपंच रच दिया ।