गुरूग्राम, 24 जून। नगर निगम गुरूग्राम के सौजन्य से कॉलेजिएट ड्रामा सोसायटी के कलाकारों द्वारा हास्य नाटक ‘रेट्रो’ के माध्यम से बुढ़ापे के अकेलेपन की समस्या को दिखाया। हरियाणा इंस्टीट्यूट ऑफ परफोर्मिंग आर्ट के सहयोग से मंचित किए गए इस नाटक के लेखक एलेगजेंटर एलिश हैं, जबकि इसका निर्देशन रवि तनेजा द्वारा किया गया है।
नाटक की कहानी एक ऐसे बुर्जुग की है, जो अपनी पत्नी व बेटी के साथ गांव में गरीबी की हालत में भी सुखी जिंदगी व्यतीत कर रहा है। बेटी अपनी मर्जी से शहर में रहने वाले एक व्यक्ति से शादी कर लेती है। कुछ समय के बाद उस बुर्जुग की पत्नी का देहांत हो जाता है तथा वह व्यक्ति गांव में अकेला व बीमारा रहने लगता है। बेटी अपने पिता की यह हालत देख, उसे अपने साथ शहर ले आती है। जिंदगी भर गांव में रहने वाला व्यक्ति शहर में घुटन और अकेलापन महसूस करता है। उसकी बेटी और दामाद दोनों कामकाजी हैं। अपने को व्यस्त करने हेतु बुर्जुग व्यक्ति घर की सफाई व खाना बनाना शुरू कर देता है। अकेलेपन को दूर करने के लिए पक्षियों से बात करता है तथा बार-बार गांव जाने की बात कहता है। उसकी बेटी और दामाद उसकी मानसिक स्थिति को समझते हुए उसके लिए जीवन साथी की तलाश शुरू कर देते हैं तथा तीन बुर्जुग औरतों को घर पर बुलाते हैं, ताकि उनमें से किसी एक को चुना जा सके। जवानी में अपने-अपने क्षेत्र में माहिर ये औरतें आज अकेली हैं। उनकी होड़ लग जाती है उस बुर्जुग का साथ पाने को, ताकि वे भी अपने आज के अकेलेपन को दूर कर सकें तथा चैन से मर सकें। इसी ताने-बाने में समाज के दो रंगी व बुर्जुगों के प्रति निरसता का स्वभाव सामने आता है। गांव व शहर की जीवन शैली के अंतर को स्पष्ट करता यह नाटक, जहां कई बार दर्शकों को हंसाता है, वहीं आंखें भी नम करने को मजबूर करता है।
नाटक में बुर्जुग व्यक्ति निकोलाई की भूमिका रवि तनेजा ने, बेटी ल्यूडमिला की भूमिका सिमरन ने, दामाद लियोनिद की भूमिका नवीन गुप्ता ने, नीना की भूमिका संगीता बाली ने, रोजा की भूमिका शालू कौर ने, दियाना की भूमिका भावना तनेजा ने निभाई। प्रकाश संचालन भोपाल सिंह द्वारा किया गया, जबकि मंच संचालन शिक्षाविद अनिल जेटली ने किया। कार्यक्रम में आए दर्शकों एवं कलाकारों ने इस प्रकार के आयोजनों के लिए निगमायुक्त यशपाल यादव एवं उनकी टीम का धन्यवाद किया।
गुरुग्राम के लोगों को बुढ़ापे के अकेलेपन का बखूबी अहसास कराया : कॉलेजिएट ड्रामा सोसायटी के कलाकारों का मंचन
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