वोट की राजनीति में जनता को उकसा रही इनेलो : बराला

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-योग्य को रोजगार और बिजली व्यवस्था में सुधार खटक रहा है चौटाला परिवार को

-अपने राजनीतिक अस्तित्व को बचाने के लिए जनता को गलत रास्ते पर ले जाने की फिराक में इनेलो

 
चंडीगढ़, 20 जून : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा कि एसवाईएल के मामले में जनता का भरोसा जीतने में नाकाम रहने के बाद अब इनेलो अपनी राजनीतिक जमीन खिसकता देखकर जनता को उकसाने में जुट गई है। उन्होंने कहा कि एक ओर भाजपा सरकार योग्य को रोजगार और बिजली व्यवस्था सुधार की दिशा में प्रभावी कदम उठा रही है, वहीं दूसरी ओर इनेलो वोट की राजनीति के चलते जनता को गलत रास्ते पर ले जाने की फिराक में है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता चाहती है कि व्यवस्था सही हो, ताकि हर योग्य को उसका हक मिले, लेकिन विपक्षी दलों को यह सुधार अब खटकने लगा है। 
इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला द्वारा गत दिवस रेवाडी में भाजपा सरकार के बिजली व्यवस्था में सुधार की दिशा में उठाए जा रहे कदम पर बौखलाहट में सत्ता में आने पर बिजली के मीटर उखाड कर तालाब में फैंकने का ऐलान किया था।
 
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा कि डेढ दशक पहले पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने बिजली व्यवस्था को सुधारने की बजाय बिगाडने पर जोर देते हुए नारा दिया था कि न तो मीटर रहेगा और न मीटर रीडर, एक बार फिर उसी रास्ते पर चलकर इनेलो नेता अभय  चौटाला घरों के बाहर लगे मीटरों को तालाब में फैंकने की बात करते हैं। योग्य युवाओं के हक मारने की बदौलत इनेलो के नेता जेल की सलाखों के पीछे हैं, इसके बाद भी इनेलो नेता भर्तियों में तैयार होने वाली मेरिट की ऐसी तैसी करने की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि इनेलो नेताओं ने मंडल आंदोलन के दौरान युवाओं को रास्ते जाम करने, अवैध वसूली करने जैसे रास्तों की ओर धकेला, जिसके कारण हमारा युवा पथभ्रष्ट हुआ। आज फिर इनेलो युवाओं और प्रदेश की जनता को गलत रास्ते पर अपने राजनीतिक हित पूर्ति के लिए इस्तेमाल करना चाहती है। 
 
उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि आज लोगों को बिजली के बिल भरने की बजाय उनके मीटर उखडवाने की बात कर उकसाने वाली इनेलो ने अपने राज के दौरान बिजली बिल भरने के नाम पर गोली चलवाकर किसानों के खून से अपने हाथ रंगे थे। हरियाणा की भाजपा सरकार ने बिजली निगमों की हालत सुधारने के लिए न केवल उनका 26 हजार करोड रूपए का कर्ज अपने ऊपर लिया, अपितु व्यवस्था में सुधार लाने तथा आमजन को 24 घंटे बिजली देने की दिशा में कदम बढाए गए। प्रदेश के 2000 गांवों में म्हारा गांव, जगमग गांव में बिजली आपूर्ति में बडा सुधार किया गया और लाइन लास को 35 प्रतिशत से कम करके 20 प्रतिशत पर लाने का काम किया गया है।
 
उन्होंने कहा कि इनेलो और उनके नेताओं को अब पारदर्शी व्यवस्था चुभने लगी है, क्योंकि योग्य व्यक्ति को उसका हक मिलने से इनेलो को अपना राजनीतिक वजूद खत्म होता नजर आ रहा है। इनेलो नेताओं की मंशा व्यवस्था को बेहतर करने की बजाय बिगाडने की है, ताकि उनके निजी स्वार्थ पूरे हो सकें। उन्होंने कहा कि आज आम आदमी समझ चुका है कि व्यवस्था बेहतर होने से जहां उनके ऊपर पडने वाला अनावश्यक बोझ कम हो रहा है तथा उचित व्यक्ति तक लाभ पहुंचना सुनिश्चित हुआ है, जिसे इनेलो के नेता पचा नहीं पा रहे हैं।   

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