थाना प्रभारी ने एफआईआर को किया खारिज तो डीएसपी ने दिए दुबारा जांच के आदेश

Font Size

: फर्जी स्कूल सर्टिफिकेट का मामला

यूनुस अलवी

 
मेवात:   मेवात खेडली-खुर्द की सुबीना के आठवीं के सर्टिफिकेट को एसडीएम ने जांच में पाया फर्जी तो पुलिस ने पाया सही। इसी आधार पर सुबीना के खिलाफ दर्ज धोखाधडी के मामले को पुलिस ने खारिज कर दिया है। वहीं डीएसपी ने मामले पर संज्ञान लेते हुऐ सर्टिफिकेट की दुबारा से जांच करने के आदेश जारी कर दिए हैं। मामले की दुबारा जांच होने पर जहां आरोपी पक्ष की मुश्किलें बढ सकती हैं वहीं शिकायतकर्ता ने दुबारा जांच के आदेश पर खुशी जाहिर की है।
   प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव खेडली-खुर्द में बेसर पटटी के नंबर कमरूदीन का तीन-चार पहले मृत्यु हो गई थी। बेसर पटटी में नया नंबरदार चुनने के लिए अनीस अहमद, सुबीना, मुबारिक, रफीक, इरशाद और मंूसा ने आवेदन किया था। ततसीलदार फिरोजपुर झिरका ने अनीस अहमद को नंबरदार बनाने की शिफारिश कर दी। वहीं एसडीएम ने भी अनीस अहमद को ही नंबरदार बनाने की शिफारिश कर दी। गांव खेडली-खुर्द का नंबरदार कौन बनेगा इसका फैंसला मेवात के जिला कलेक्टर करेगा। जिसकी सुनवाई आगामी 31 अक्तुबर को होनी है।
    अनीस अहमद ने बताया कि उसके मुकाबले में नंबरदार बनने के लिए सुबीना नाम की महिला ने आवेदन किया है। उनके ही परिवार से मरने वाला नंबरदार है। क्योंकि अब दादा इलाई नंबदारी प्रथा खत्म कर दी गई है इस लिए कोई भी गांव के नंबरदार बन सकता है। लेकिन सुबीना और उसके परिवार के लोग नंबरदार बनने की होड में लगे हुऐ हैं। अनीस का कहना है कि सुबीना राजस्थान के गांव हसनपुर की रहने वाली है जबकि उसने आठवीं कक्षा का जो प्रमाणपत्र दिया है वहं मेवात के साकरस स्कूल का दिया है। जो पूरी तरह फर्जी है। सुबीना के सर्टिफिकेट की फिरोजपुर झिरका के बीईओ और एसडीएम ने खुद जांच की तो वह फर्जी पाया गया। जिसकी तहत सुबीना और अन्य लोगों के खिलाफ धोखाधडी का मामला फिराजपुर झिरका में 21 अगस्त 2017 को मामला दर्ज कराया गया था। लेकिन जांच अधिकारी ने आरोपियों से सांठ-गांठ कर मुमदमा को ही खारिज कर दिया। उन्होने इसकी शिकायत डीएसपी को कर दी है।
 
क्या कहते हैं डीएसपी
फिरोजपुर झिरका के डीएसपी यादराम बिश्रोई ने बताया कि थाना द्वारा मुकदमा नंबर 351 को खारिज कर उनके पास लाया गया। जांच में उसे खामिया नजर आई हैं। इस वजह से उन्होने मामले की दुबारा से जांच करने के आदेश कर दिऐ हैं। जांच के बाद ही सही खुलासा हो सकेगा।
 थाना प्रभारी ने एफआईआर को किया खारिज तो डीएसपी ने दिए दुबारा जांच के आदेश 2

You cannot copy content of this page