गुरूग्राम, 22 सितम्बर। हरियाणा लीगल सर्विसिज अथॉरिटी के कार्यकारी चेयरमैन एवं पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के जस्टिस ए.के. मित्तल ने कहा कि पात्र लोगों को कानूनी सहायता देना अथॉरिटी की प्रथम प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक समाज के पात्र लोगों को अथॉरिटी की तरफ से सुविधाएं दी जाएं, ऐसा सभी जिला अथॉरिटीज को निर्देश दिए गए हैं।
जस्टिस मित्तल शुक्रवार को जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण द्वारा समाज के सभी लोगों एवं पात्र लोगों के लिए स्थानीय शीतला माता मंदिर में लगाए गए नि:शुल्क कानूनी जानकारी एवं सहायता शिविर में मुख्य वक्ता के तौर पर बोल रहे थे। नवरात्रों के पावन अवसर पर मंदिर में जो भी श्रद्धालु आएंगे, उन्हें व सभी स्थानीय लोगों के लिए नौ दिन तक नि:शुल्क कानूनी जानकारी एवं सहायता शिविर का आयोजन प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी किया जा रहा है, जिसमें प्राधिकरण के पैनल अधिवक्ता लोगों को नि:शुल्क कानूनी सहायता एवं जानकारी देंगे। जस्टिस मित्तल ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के प्रति समाज को जागरूक करने का कार्य भी लीगल सर्विसिज अथॉरिटी द्वारा आरंभ किया गया है, ताकि महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के प्रति समाज जागरूक हो सके। उन्होंने बताया कि पात्र लोगों को मैडीकल सुविधा प्रदान करने का भी प्रपोजल शीघ्र आने वाला है।
जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के चेयरमैन और जिला एवं सत्र न्यायधीश गुरूग्राम श्री हरनाम सिंह ठाकूर ने कहा कि प्राधिकरण का उद्देश्य समाज के लोगों को ज्यादा से ज्यादा नि:शुल्क रूप से कानूनी सहायता उपलब्ध करवाना है, जिसके लिए उन्होंने पैनल अधिवक्ताओं को नियुक्त किया हुआ है। चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट और जिला प्राधिकरण की सचिव सुरूचि अतरेजा ने उपस्थित लोगों को जानकारी देते हुए बताया कि प्राधिकरण महिलाओं, ग्रामीणों, बच्चों, पूर्व सैनिकों, किन्नरों और विकलांगों को मुफ्त में कानूनी सलाह और जानकारी देने का कार्य करता है। इनके द्वारा किए गए विवाद भी पैनल अधिवक्ताओं द्वारा बिलकुल नि:शुल्क रूप से पैरवी की जाती है। उन्होंने बताया कि बलात्कार पीडि़त को भी प्राधिकरण द्वारा मुआवजा दिए जाने का प्रावधान है। कानूनी शिविर का आरंभ जिला एवं सत्र न्यायधीश हरनाम सिंह ठाकूर द्वारा हवन करके किया गया और इसके पश्चात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जस्टिस ए.के. मित्तल ने कानूनी शिविर का शुभारंभ विधिवत रूप से रिबन काटकर किया। हवन और विधिवत शुभारंभ का कार्यक्रम उत्तर भारत के विद्वान ब्राह्मण पंडित हरिओम द्वारा करवाया गया और उन्होंने सभी न्यायधीशों को आर्शीवाद भी दिया। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि जस्टिस एके मित्तल ने माता मंदिर के प्रांगण में त्रिवेणी पौधे भी लगाए। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमाता शीतला देवी पूजा स्थल बोर्ड के कार्यकारी अधिकारी वत्सल वशिष्ठ ने विशेष भूमिका निभाई।
इस अवसर पर अतिरिक्त सत्र न्यायधीश राजेश मेहता, आरपी गोयल, एसके शर्मा, लेबर कोर्ट की जज रचना गुप्ता, एडीजे एके बिश्रोई, बलवंत सिंह, संदीप दुग्गल, फैमिली कोर्ट की जज वाणी गोपाल शर्मा, सीजेएम अभिषेक फुटेला, लेबर लॉ एडवाईजर्स एसोसिएशन के संयोजक एडवोकेट आर एल शर्मा, सैक्टर-37 इंडस्ट्रियल डवलपमैंट एसोसिएशन के महासचिव दीपक मैनी, कोषाध्यक्ष महेन्द्र अरोड़ा, वरिष्ठ अधिवक्ता हरकेश शर्मा, एडवोकेट अर्चना चौहान, नूतन यादव, सुजान सिंह, सुनील कुमार, सुनील शर्मा, संदीप शर्मा, विजय यादव, एडवोकेट कुलभूषण भारद्वाज, राजबाला शर्मा, सीमा शर्मा, मुनमुन गोयल और प्रियंका शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
जरूरतमंदों को कानूनी सहायता देना अथॉरिटी की प्रथम प्राथमिकता : जस्टिस मित्तल
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