जिला न्याययिक प्रांगण में ‘दिल से-राइट टू हैल्दी लाईफ’ शिविर का आयोजन
40 जजों व 250 अधिवक्ताओं ने लिया हिस्सा
गुरुग्राम,28 जुलाई। जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण द्वारा मेदांता द मेडिसिटी और जिला बार एसोसिएशन गुरुग्राम के सहयोग से ‘दिल से-राइट टू हैल्दी लाईफ’ विषय पर जागरूकता शिविर का आयोजन जिला न्याययिक प्रांगण के सर शादी लाल सभागार में किया गया। इसमें दिल से संबंधित बिमारियों के बारे में विस्तार से अवगत करवाया गया।
इस शिविर में जिला न्यायालय के लगभग 40 जजों व 250 अधिवक्ताओं ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायधीश हरनाम सिंह ठाकुर, मुख्य न्याययिक दंडाधिकारी एवं विधिक सेवाएं प्राधिकरण की सचिव सुरूचि अतरेजा सिंह, गुरुग्राम जिला बार एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट सुदेश यादव, सचिव विनोद कटारिया, मेदांता द मेडिसिटी के ह्दय रोग विशेषज्ञ डा0 नरेश त्रेहान सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इस शिविर में मुख्य वक्ता के तौर पर बोलते हुए डा0 नरेश त्रेहान ने हैल्दी लाईफस्टाइल पर फोकस करते हुए ह्दय संबंधी बिमारियों पर चर्चा की और स्वस्थ रहने के लिए अपनाए जाने वाले बचाव उपायों तथा बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया। उन्होंने योग के महत्व पर प्रकाश डाला और तनाव मुक्त तथा स्वस्थ जीवन जीने के लिए किए जाने वाले योगासनों के बारे में विस्तार से समझाया। डा0 त्रेहान ने कहा कि जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के साथ मिलकर वे इस प्रकार के और कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को ह्दय संबंधी रोगों के बारे में अवगत करवाते हुए उन्हेें ये बताया जा कि कैसे वे एक स्वस्थ जीवन जी सकते है।
जिला एवं सत्र न्यायधीश हरनाम सिंह ठाकुर ने इस आयोजन के पीछे उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम तनावपूर्ण वातावरण में रहते है इसलिए यह जानना जरूरी है कि हमारा ह्दय किस प्रकार काम करता है तथा स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए क्या-क्या करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के अंतर्गत गारंटी युक्त जीने के अधिकार के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य है। इसके लिए हर व्यक्ति को अपने ह्दय की बनावट को समझना आवश्यक है।
जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण की सचिव एवं सीजेएम सुरूचि अतरेजा सिंह ने कहा कि मानव अस्तित्व के लिए स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है, इसीलिए एक स्वस्थ जीवनशैली का माहौल तैयार करने को लेकर यह आयोजन किया गया था।