बदनाम करने व पैसे ऐंठने के लिए झूंठी एफआईआर दर्ज कराई है :  सहाब खां

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हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश सचिव सहाब खां ने उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लागाया 

यूनुस अलवी

 
मेवात:    पुन्हाना उपमंडल के गांव सिंगार निवासी एवं हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश सचिव सहाब खां का कहना है कि दिल्ली निवासी मनीश नाम के आदमी ने उसे बदनाम करने और पैसे ऐंठने कि वजह से उसके खिलाफ झूंठी एफआईआर दर्ज कराई गई है। जो धोखाधडी का मुकदमा दर्ज कराया गया है उससे उसका कोई लेना देना नहीं हैं बल्कि साजिश रच कर उनके नाम को मुकदमा में जोड गया है।
 
   हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश सचिव एंव पुन्हाना विधान सभा से चुनाव लड चुके सहाब खां ने बताया कि उसने 13 दिसंबर 2011 को गांव हिरमतला निवासी समीखां से गांव हिरमतला में 14 कनाल 2 करला जमीन को 31 लाख दो हजार रूपये में नगद खरीदी थी। जिसमें उसने 20 लाख रूपये चैक से और 11 लाख रूपये नगद दिये थे। समीखा ने रजिस्ट्री कराते समय तहसीलदार के सामने ब्यान दिया था कि उसने उपरोक्त जमीन का कोई ऐग्रीमेंट, बेनामा, रहन और लोन आदि नहीं किया हुआ है। समीखां कि करीब चार साल पहले मृत्यु भी हो गई है।
 
  सहाब खां का कहना है कि दो दिन पहले उसने अखबार में पढा कि उसके खिलाफ दिल्ली के किसी मनीष नाम के आदमी ने अदालत में इस्तगासा दायर कर उनके खिलाफ फर्जकारी का मुकदमा दर्ज कराया है। उसमें यह भी दिखाया गया है कि जिस जमीन की उसने रजिस्ट्री कराई है उस जमीन का 2010 में मनीष ने समीखां से एग्रीमेंट करा रखा है। सहाब खां का कहना है कि जब मनीष है 2010 में ऐग्रीमेंट करा रखा था तो वह पिछले सात साल से कहां सोया हुआ था। अगर उसने गलत रजिस्ट्री कराई है तो मनीष न उसी दौरान ऐतराज क्यों नहीं किया। उसने कानूनी तरीके से अदालत के जरिये अपनी रजिस्ट्री क्यों नहीं कराई। रजिस्ट्री कराने वाले समी खां के मौत के पांच साल बाद ही मनीष को कैसे याद आया है। 
 
  सहाब खा का कहना है कि उसने पैसे दिये हैं और रजिस्ट्री कराई है। उसने कोई गलत काम नहीं किया है। मनीष के साथ अगर कोई धोखाधडी हुई है तो उसको पहले ही अदालत में जाना चाहिये थे। सहाबखां का कहना है कि मनीष को वह जानता तक नहीं है ना ही उसने कभी इसके बारे में कोई जिक्र ही किया है। सहाब खां का कहना है कि मनीष द्वारा उसके खिलाफ झूंठा मुकदमा दर्ज कराने से साफ जाहिर होता है कि उसने बदनाम करने और पैंसा ऐठने कि वजह से ये इस्तगासा दायर किया गया है। उन्होने कहा कि मनीष ने उसके उपर रिश्वतखोरी और गलत तरीके से पैसे इक्टठा करने का आरोप लगाया है। सहाब खां का कहना है कि उसके पास जो पैसा है एक नंबर का है तथा सरकार को प्रति वर्ष करीब तीन करोड रूपये का कर देता है।
 
  गौरतलब कि दिल्ली निवासी मनीष पुत्र किशन लाल ने नूंह अदालत में इंस्गासा दायर कर आरोप लगाया है कि सहाब खां ने जिस जमीन कि रजिस्ट्री कराई है उसका उसने समीखां से वर्ष 2010 में ही एग्रीमेंट करा रखा है। इस्तगासा के आधार पर पुलिस ने सहाब खां सहित कई लोगों के खिलाफ धोखाधडी का मुकदमा दर्ज किया है।
 

क्या कहना है मनीष का ?

 
जब शिकायतकर्ता मनीष से उनके फोन पर बाद कि गई तो उसने इस बारे में कुठ भी कहने से इंकार कर दिया बल्कि इस मामले के बारे में उसके वकील को जवाब देने कि बात कही है। मनीष है इस बारे में भी कुछ नहीं बताया कि आखिर सात साल बाद ही उसने मामला क्यों दर्ज कराया है।

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