गौरव पट्ट पर शहीदों की गौरव गाथा होगी : ओ पी धनखड़

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-कृषि मंत्री ने सुरहेती गांव में शहीद अमित देशवाल की प्रतिमा का किया अनावरण 

– कहा, गुमनाम शहीदों  को पहचान देने को आगे आएं इतिहासकार , पैसे की नहीं आने देंगे कमी

– शहीद को नमन करने से बढ़ता है देश का मान

झज्जर, 13 अप्रैल: सोनू धनखड़ : राज्य में हर गांव के गौरवपट्ट पर संबंधित गांव के रणबांकुरों का उल्लेख किया जाएगा। इससे नई पीढ़ी को प्ररेणा ही नहीं मिलेगी बल्कि गांव का मान भी बढ़ेगा। यह बात कृषि एवं किसान कल्याण तथा पंचायत विकास मंत्री ओपप्रकाश धनखड़ ने कही। वे गुरूवार को सुरहेती गांव में  शहीद मेजर अमित देशवाल की प्रतिमा के अनावरण के उपरांत उपस्थित जनसमूह से रूबरू हो रहे थे। उन्होंने कहा जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपनी जान न्यौछावर की  उन वीरों का नाम और वीरगाथा सभी को पता होनी चाहिए। उन्होंने कहा मुझे इस बात का भी दु:ख है कि स्वतंत्रता की लड़ाई के दौरान देश के लिए मर-मिटने वाले हजारों शहीदों कहा कहीं नाम भी नहीं है, वीर माटी के ऐसे अज्ञात शहीदों को भी हम शत-शत नमन करते हैं। उन्होंने कहा मुझे भी इस बात पर नाज है कि मैंने झज्जर जिले में जन्म लिया, यह वीरों की भूमि है जहां दो-दो विक्टोरियॉ क्रॉस से लेकर अदम्य साहस के साथ देश की रक्षा करने का जज्बा हर नौजवांन में है।

श्री धनखड़ ने कहा कि शहीदों की वीरगाथाएं  देश को आगे ले जाने का काम करती हैं, कृषि मंत्री ने शहीद अमित देशवाल की समाधि पर श्रद्धासुमनगौरव पट्ट पर शहीदों की गौरव गाथा होगी : ओ पी धनखड़ 2 अर्पित करते हुए कि शहीदों को नमन करने से देश का मन बढ़ता है, क्योंकि शहीद देश का गौरव होते है। उन्होंने कहा  हम ही अभिनंदित हुए हैं कर अभिनन्दन आपका। उन्होंने  कहा कि शहीद अमित देशवाल का जीवन बहादुरी की मिसाल है। 2005 को भारतीय सेना अकादमी में कदम रखने के साथ ही उन्हें प्रशिक्षण के दौरान सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया,स्पेशल फोर्सिज में जाने के उपरांत अक्टबूर 2014 में संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना का भाग बने। बीते वर्ष आज ही के दिन आंतकियों से लोहा लेते हुए बहादुरता के साथ असाधारण शौर्य एवं वीरता का परिचय देते हुए अपना जीवन राष्ट्र के नाम समर्पित कर दिया।

वाइपर टापू का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वीर सावकर जैसे वीरों के नाम को कुछ राजनितिक लोगो ने दबाने का प्रयास किया। मगर ये ऐसी सरकार है  जो गुमनाम वीरों को भी प्रकाश में लाने का काम करें। इसके लिए जो इतिहासकार इस पर काम करना चाहते है उन्हें पैसे की कोई कमी नही होने दी जायेगी।सभी गुमनाम वीरो को भी पब्लिक डोमेन में लेन का काम करेंगे।

कृषि मंत्री ने पिछले दिनों की अपनी मिस्र यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि जब वे वहां से वीर शहीद की मिट्टी लेकर आए तो जिस भावना के साथ हजारों की  संख्या में यहां लोग उमड़े तो लगा कि वीर शहीद ने खुद मुझे ही अभिनंदित कर दिया है। कृषि मंत्री ने इससे पूर्व शहीद की स्मृति में बने संग्रहालय का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर शहीद अमित के पिता ऋषि देशवाल,एसडीएम प्रदीप कौशिक, जिप अध्यक्ष परमजीत, अमित छनपाडिया प्रतिनिधी सरपंच बादली, पूर्व विधायक नरेश शर्मा, आनंद सागर व सतबीर सिंह सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।

गांव के विकास के लिए 1.68 लाख मंजूर

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने बताया कि शहीद किसी  परिवार का नहीं बल्कि पूरे समाज और देश का होता है। उन्होंने कहा शहीद अमित देशवाल सुरहेती की माटी में पला-बढ़ा है। ऐसे में उनकी स्मृति में गांव के लिए जितना किया जाए कम है, उन्होंने कहा कि गांव के विकास के लिए जो मांग आई थी उसी के मुताबिक गांव के विकास के लिए 1.68 करोड़ रुपए से अधिक राशि मंजूर की गई है। उन्होंने गांव की सड़क के निर्माण की भी घोषणा की। उन्होंने कहा इसके अतिरिक्त 67 लाख रुपए के अन्य विकास कार्यो भी स्वीकृति हुई है।

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