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– तीन घंटे तक गुरुग्राम की सडक़ों पर दौड़ती रही सीएम की गाड़ियाँ
– लगभग एक दर्जन परियोजनाओं की प्रगति का लिया जायजा
– तल्ख़ लहजे में दिया अधिकारियों को निर्देश
– निर्माणाधीन योजनाओं के पूरा करने की समय सीमा की निर्धारित
गुरुग्राम, 16 अप्रैल। गुरुग्राम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल का शनिवार को परियोजनाओं का औचक निरीक्षण इस शहर के समग्र विकास के लिए काफी फायदेमंद साबित हुआ। चिलचिलाती धूप में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों की टीम के साथ तीन घंटे से भी ज्यादा गुरुग्राम की परिक्रमा की। प्रात: 8:30 बजे शुरू होकर उनका यह दौरा दोपहर लगभग 12 बजे तक चला। इस दौरान उन्होंने करीबन एक दर्जन परियोजनाओं की प्रगति का जायजा लिया और इन परियोजनाओं को पूरा करने की समय सीमा निर्धारित की। इसके अलावा, ग्रीन बैल्ट में पार्किंग के नाम पर वाहन मालिकों से की जा रही अवैध वसूली का मामला भी मुख्यमंत्री के संज्ञान में आया, जिस पर उन्होंने कार्यवाही के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड़ अर्थात् एसपीआर को ठीक करने और इसके साथ सौन्दर्यकरण कार्यों के लिए 30 जून तक का समय निर्धारित किया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सडक़ के साथ में ऊंचे-नीचे मिट्टी के टीले और पौधों की नर्सरियां बनी हुई है, टीलों को समतल करके वहां सौन्दर्यकरण किया जाए और पौधों की नर्सरियों को अन्य स्थानों पर शिफ्ट करवाया जाए ताकि इनका रोज़गार भी ना छीने और ये लोग शहर में आकर पौधों व फूलों की बिक्री कर सके। इस पर नगर निगम आयुक्त वी.उमाशंकर ने बताया था कि गुरुग्राम में एक फूलों की मंडी बनाई जानी प्रस्तावित है। इस मौके पर उनके साथ लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर ङ्क्षसह तथा हरियाणा आवास बोर्ड के चेयरमैन श्री जवाहर यादव भी थे।
जब मुख्यमंत्री सोहना रोड़ पर गए तो वहां पर उन्होंने ग्रीन बैल्ट में वाहनों की पार्किं ग को देखा और अधिकारियों को ग्रीन बैल्ट से अतिक्रमण हटवाने के निर्देश दे डाले। इस पर भी नगर निगम आयुक्त ने सफाई देते हुए बताया कि निगम द्वारा सडक़ों के साथ से अतिक्रमण हटाने की मुहिम शुरू की जा चुकी है और उस मुहिम के तहत एक-एक सडक़ को लिया जा रहा है। वर्तमान में एमजी रोड़ की ग्रीन बैल्ट पर यह मुहिम पिछले एक सप्ताह से चल रही है और उसके बाद सोहना रोड़ पर शुरू करने की योजना है। निगम आयुक्त ने ये भी बताया कि पेड पार्किंग वालों को निगम की ओर से प्रोपर्टी टैक्ट के नोटिस भेजे गए हैं जिसके उपरांत ज्यादातर ने यह शपथ पत्र दिया है कि उन द्वारा पेड पार्किंग नही करवाई जा रही। इससे वाहन मालिकों को फ्री पार्किंग के लिए ज्यादा जगह मिली है। इस पर भी मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रीन बैल्ट क्षेत्र में पेड पार्किंग नही होगी, फ्री पार्किंग पर फिर भी विचार किया जा सकता है। सरकार के इस कड़े तेवर से पार्किंग माफिया की गतिविधियों पर अंकुश लगेगा और पार्किं ग के नाम पर वाहन मालिकों से की जा रही अवैध वसूली बंद होगी।
इसी प्रकार, नर्दन पैरिफेरियल रोड़(एनपीआर) अर्थात् द्वारका एक्सप्रैस-वे के निर्माण के विषय में मुख्यमंत्री ने जब पूछा तो हुडा प्रशासक यशपाल यादव ने बताया कि इसके आरओडब्ल्यू में 78 स्ट्रक्चर आते हैं और उच्च न्यायालय की हिदायतानुसार 1 मार्च को इन्हे 6 महीने का समय दिया गया था और यह समय एक अगस्त को पूरा होगा तब इन स्ट्रक्चरों को हटाने की कार्यवाही की जाएगी। श्री यादव ने बताया कि रामबीर की ढाणी के स्ट्रक्चर हटाने का काम पूरा कर दिया गया है और उन्हें वैकल्पिक प्लॉट भी दिए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ढाणी के अधीन रहे क्षेत्र में भी नई सडक़ का निर्माण करवाएं। एनपीआर पर निर्माणाधीन फ्लाईओवर को भी मुख्यमंत्री ने देखा, जिसके बारे में अधिकारियों ने बताया कि यह फ्लाईओवर लगभग तैयार है और 15 मई के बाद कभी भी इसका उद्घाटन किया जा सकता है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री जब हीरो होंडा चौंक से शहीद कैप्टन उमंग भारद्वाज चौंक तक वाली सडक़ पर गए तो इसे ठीक हालत में नही पाया और उन्होंने वहीं काफिला रूकवाकर नीचे उतरकर अधिकारियों से जवाब-तलब किया। साथ ही इस सडक़ की मरम्मत करवाने के निर्देश भी दिए। हुडा प्रशासक ने बताया कि इस सडक़ को एनएचएआई द्वारा टेकओवर किया जाएगा, तब तक के लिए इसकी मरम्मत करवा दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने एनएच-8 पर इफ्को चौंक, सिग्रेचर टॉवर , महाराणा प्रताप चौंक तथा राजीव चौंक के सुधारीकरण कार्य का भी निरीक्षण किया। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण(एनएचएआई) के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि महाराणा प्रताप चौंक पर फ्लाईओवर का कार्य 30 जून तक पूरा कर लिया जाएगा और बाकि तीनो चौंको का लगभग 33 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री ने यह कार्य भी एक साल में पूरा करने के निर्देश दिए।
अपने इस दौरे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल कडक़ मिजाज में नज़र आए और उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट कर दिया कि गुरुग्राम को जो मिलेनियम सिटी का खिताब मिला हुआ है उसे वास्तविक रूप देने के लिए काम करें और इसमें कोताही कतैई बर्दाश्त नही की जाएगी। मुख्यमंत्री का गुरुग्राम में शनिवार का दौरा औचक था तथा निरीक्षण के लिए रूट भी निर्धारित नही था। जहां जहां मुख्यमंत्री ने चाहा उसी ओर काफिले का रूख हो गया जिससे पुलिस को खासी परेशानी झेलनी पड़ी और काफिले को कई मार्गों पर भीड़ से भी गुजरना पड़ा।