टूंडलाका मामले में राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं कांग्रेसी : सुरेंद्र प्रताप

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भाजपा ने कांग्रेस नेताओं पर सीआरपीएफ कैंप मामले को बेवजह तूल देने का आरोप लगाया 

यूनुस अलवी

मेवात :  मेवात इलाके के गांव टूंडलाका में सरकार द्वारा स्थापित किये जा रहे सीआरपीएफ कैंप के मसले को विपक्ष खासतौर से कांग्रेस पार्टी खामेखां तूल दे कर अपनी राजनेतिक रोटियां सेख रहे हैं। ये आरोप मेवात जिला भाजपा के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र प्रताप लगाये। सुरेंद्र प्रताप ने फोन पर बताया कि कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों को मेवात के विकास से कोई लेना-देना नहीं हैं। वे नहीं चहाते कि मेवात की सुरक्षा बढे जिससे यहां पर युवाओं को रोजगार के संसाधन जुटे और उद्योग स्थापित हों। उन्होने कहा कि सीआरपीएफ कैंप स्थापित करना ये सरकार की योजनायें हैं।

 

मेवात अमन पसंद इलाका है परंतु ऐसे लोगों कि वजह से मेवात इलाका को अलग ही नजरिये से देखा जाता है। यहां पर सुरक्षा के इंतजाम होंगें तो दूसरे इलाकों में मेवात का अच्छा संदेश जाऐगा तभी यहां पर फैक्ट्रियां आऐगीं।  उन्होने कहा कि प्रदेश में सबसे ज्यादा कांग्रेस का राज रहा है। उन्होने ही मेवात को सबसे पिछडा जानबूझकर रखा है। उन्होने कभी मेवात के विकास ही तरफ ध्यान नहीं दिया बल्कि यहां के लोगों को आपस में लडाने का काम किया है। उन्होने कहा कि फिरोजपुर झिरका में पहले ही सीआरपीएफ कैंप है, उससे आम जनता को अभी तक क्या नुकसान हुआ है? 

 

उन्होने कहा कि टूंडलाका में पंचायत कि जमीन से कब्जे हटवाये गये क्योंकि बहुत से लोगों ने काफी समय से नाजायज कब्जे किये हुऐ थे। प्रशासन ने ये कार्रवाई पंचायत के प्रस्ताव पर कि है। उन्होने कहा कि हर बात पर पंचायतें करना इससे क्या साबित होता है। अगर कोई मांग है तो उसे सरकार और प्रशासन के सामने भी रखी जा सकती है। लेकिन ये लोग आम जनता कि समस्या का समाधान कराने कि बजाये अपनी राजनेतिक रोटियां सेखने का काम करते हैं।

 

उन्होने आरोप लगाया कि कांग्रेस के राज में रोजका मेव इंडरट्रियल एरिया में कई फैक्ट्रियों में आग लगा दी गई थी, जिसकी वजह से कंपनी मालिकों में एक असुरक्षा कि भावना पैदा हो गई थी अब भाजपा सरकार फिर से कंपनी मालिकों में एक विश्वास पैदा करने की कोशिश कर रही है जिससे मेवात में अधिक से अधिक फैक्ट्रियां आ सके और यहां के युवाओं को रोजगार मिल सके।

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