चण्डीगढ़, 15 अगस्त : 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने हरियाणा के वीर शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों, को नमन किया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हरियाणा सरकार ने एक ओर जहां कोरोना संक्रमण का डट कर मुकाबला किया है वहीं दूसरी और प्रदेश में विकास की गति को धीमी नहीं पड़ने दी। इसके लिए हरियाणा सरकार बधाई की पात्र है। उन्हें गर्व है कि हरियाणा की वीर धरती पर उन्हें लोगों की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
कोविड-19 प्रोटोकाॅल नियमों के तहत पहली बार हरियाणा राजभवन में आयोजित स्वतंत्रता समारोह में राष्ट्र ध्वज फहराने से पूर्व परेड का निरीक्षण करने के उपरान्त राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने मार्च पास्ट की सलामी ली।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रकार स्वतंत्रता आंदोलन में देश के लोगों ने जाति, धर्म सम्प्रदाय से उपर उठ कर एकजुटता से लडाई लड़ी थी, उसी प्रकार कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए भी प्रदेशवासियों ने एकजुटता दिखाई है। उन्होनें कहा कि आज का दिन भारतवासियों के लिए बड़े गर्व और गौरव का दिन है। देश की आजादी के लिए शहीद-ए-आजम सरदार भगतसिंह, राजगुरू, सुखदेव, लाला लाजपत राय, शहीद उधम सिंह, नेताजी सुभाष चन्द्रबोस, चन्द्रशेखर आजाद व जाने-अनजाने हजारों देशभक्तों ने अपने प्राण न्यौछावर किए। इसी प्रकार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी, डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद, पंडित जवाहर लाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर, मौलाना आजाद जैसे नेताओं ने राष्ट्रीय एकता और राष्ट्र निर्माण के लिए कार्य किया।
सभी वीर शहीदों को नमन् करते हुए श्री आर्य ने कहा कि हरियाणा के वीरों का देश के स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आज भी देश की सेना में हर दसवां सैनिक हरियाणा से है।
उन्होनें कहा कि समय-समय पर हरियाणा के वीरों ने राष्ट्रीय सुरक्षा की नई मिसाल कायम की है।राज्यपाल ने कहा कि आज देश और प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरा विश्व कोरोना संक्रमण महामारी से जूझ रहा है। ऐसे में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए डाॅक्टर, नर्स, पुलिसकर्मी, बिजली, सफाईकर्मी व स्वयंसेवक अपनी जान हथेली पर रखकर कार्य कर रहे हैं। उन्होनें कहा कि इन कोरोना योद्धाओं ने बिना किसी सामाजिक, धार्मिक, जातिगत व सामुदायिक भेदभाव के कोरोना पीड़ित लोगों के लिए काम किया है, जिसकी बदोलत राज्य में कोरोना से मृत्यु की दर 1.14 प्रतिशत है। इसी प्रकार प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 83 प्रतिशत से भी ज्यादा है।
श्री आर्य ने कहा कि यह सब प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता के साथ-साथ कोरोना संक्रमण बचाव में लगे सभी सरकारी कर्मचारियों, सरकारी व गैर-सरकारी संस्थाओं तथा सामाजिक-धार्मिक संगठनों के सहयोग से ही हो रहा है। उन्होनें कोरोना संक्रमण बचाव में लगे सभी कोरोना योद्धाओं को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं प्रदान करते हुए कहा कि विश्व में अभी तक न तो कोरोना महामारी की वैक्सीन बनी है न ही कोई ईलाज है। इसलिए उन्होनें लोगों से अपील की है कि वे सभी सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन करें।
श्री आर्य ने कहा कि जब कभी भी जरूरी काम के लिए घर से बाहर जाना पड़े तो मास्क और सैनीटाइजर का प्रयोग करें, जिससे कोरोना से बचा जा सकता है और दूसरों को बचाया जा सकता है। उन्होनें कहा कि कोरोना काल के चलते भी आज हरियाणा प्रतिव्यक्ति आय, औद्योगिक उत्पादन, आॅटोमोबाइल इंडस्ट्रीज, विदेशी निवेश, शिक्षा, खेल, सेना, कृषि, परिवहन व पशुधन आदि क्षेत्रों में देश का अग्रणी राज्य है। हरियाणा में आज पर्याप्त बिजली उपलब्ध है। कृषि की उत्पादन लागत को कम करने और कृषि गतिविधियों को आर्थिक रूप से लाभप्रद बनाने के लिए किसानों को सस्ती दरों पर बिजली आपूर्ति की जा रही है। बिजली सब्सिडी के लिए वर्ष 2020-21 में 6040 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया। इसी प्रकार ‘म्हारा गांव-जगमग गांव‘ योजना के तहत प्रदेश के 4538 गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है।
श्री आर्य ने कहा कि प्रदेश में किसानों को ‘फसल बीमा योजना’ लागू की गई है। इस योजना के तहत किसानों को 43 करोड़ 81 लाख 17 हजार रूपये का मुआवजा दिया गया है। इसी प्रकार प्रदेश में फसल खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा‘ पोर्टल तैयार किया गया है, जिस पर 8 लाख से भी अधिक किसानों ने अपनी भूमि का पंजीकरण करवाया है। किसानों की सिंचाई की जरूरतों को पूरा करने के लिए सभी टेलों पर पानी पहुंचाया गया है।
श्री आर्य ने कहा कि खाद्यान्न उत्पादन व प्रति व्यक्ति दुग्ध उपलब्धता में हरियाणा देश में दूसरा स्थान है। हरियाणा को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में भारत की शान बढ़ाने वाला राज्य बताते हुए राज्यपाल ने कहा कि हरियाणा ने खेल-संस्कृति विकसित करने के लिए नई खेल नीति लागू की है। श्री आर्य ने कहा कि प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से हर जिले में एक मेडिकल काॅलेज खोलने का लक्ष्य रखा गया है। हरियाणा ‘आयुष्मान भारत योजना‘ लागू करने वाला भी पहला राज्य है। उन्होनंे कहा कि राज्य सरकार द्वारा पंक्ति में खड़े अंतिम गरीब व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने का सार्थक प्रयास किया गया है। राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश में ‘‘वृद्धावस्था सम्मान भत्ता योजना‘‘ सहित अन्य सामाजिक सुरक्षा पेन्शन की राशि 2000 रुपये से बढ़ाकर 2250 रुपये मासिक की गई है। इसी प्रकार अनुसूचित जातियों व पिछड़े वर्ग के लाखों छात्रों को डा0 भीमराव अम्बेडकर मेधावी योजना व पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति योजना के तहत छात्रवृति प्रदान की गई है। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश को आत्म-निर्भर बनाने तथा वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का सपना संजोया है। इस सपने को साकार करने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री जी बधाई के पात्र है।
उन्होनें कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अप्रित की और प्रदेश के लोगों के लिए सुख समृद्धि व युवाओं के उज्जवल भविष्य की कामना की।इस अवसर पर परेड कमाण्डर आई.पी.एस वरूण सिंगला के नेतृत्व में हरियाणा पुलिस की महिला व पुलिस की टुकडी द्वारा शानदार परेड प्रस्तुत की गई। महिला पुलिस की अगुवाई उप निरीक्षक सुश्री शीतल तथा पुलिस टुकड़ी की अगुवाई उप निरीक्षक अशोक कुमार ने की। स्वतंत्रता दिवस समारोह में लेडी गर्वनर सरस्वती देवी, राज्यपाल की सचिव डा. जी.अनुपमा, अम्बाला रेंज के आई.जी वाई.पुर्ण कुमार, राज्यपाल के सलाहकार अखिलेश कुमार, राज्यपाल के सुपूत्र कौशल किशोर सहित परिवार के अन्य सदस्य उपस्थित रहे। उप-सचिव अमरजीत के अलावा अनेक गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।