8 मार्च की महिला मैराथन गुरुग्राम को विश्व पटल पर नई पहचान दिलाएगी : ओ पी सिंह

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– गुरुग्राम मैराथन के लिए रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 75000 पार कर गया

गुरुग्राम 1 मार्च : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को होने वाली गुरुग्राम मैराथन दौड़ की तैयारियों की आज मुख्यमंत्री के विशेष अधिकारी तथा खेल एवं युवा कल्याण विभाग हरियाणा के प्रधान सचिव श्री ओपी सिंह ने समीक्षा की।


यह समीक्षा बैठक गुरुग्राम के लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में आयोजित की गई थी। बैठक के बाद वहीं पर मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए श्री सिंह ने बताया कि इस मैराथन के लिए महिलाओं का रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 75000 पार कर गया है, जो कि सभी के लिए खुशी की बात है। सबको इस पर गर्व होना चाहिए। श्री सिंह ने कहा गुरुग्राम ने जिस तरह से इस इवेंट को अपना बनाया है, महिलाओं और लड़कियों ने जितने उत्साह से दौड़ के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है, उसे लगता है कि यह 8 मार्च की गुरुग्राम मैराथन रिकॉर्ड कायम करेगी। इतनी बड़ी संख्या में केवल महिलाएं दौड़ेगी जोकि विश्व कीर्तिमान होगा। उन्होंने महिलाओं से अपील भी की कि वे इसमें जरूर भाग ले, यह बहुत ही बड़ा ऐतिहासिक कार्यक्रम होने वाला है, इसको ना छोड़े।


एक सवाल के जवाब में श्री सिंह ने कहा कि 8 मार्च को गुरुग्राम महिला मैराथन की वजह से आम लोगों को कम से कम असुविधा हो और कार्यक्रम भी अच्छे से आयोजित हो, इसके लिए उन्होंने आज अधिकारियों की टीम के साथ आयोजन स्थल का दौरा किया है। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम के साइबर हब में मैराथन के फ्लैग ऑफ स्थल और पार्किंग आदि की जगहों का मुआयना किया गया है। मैराथन जहां से फ्लैग ऑफ होनी है उसके आसपास आईकॉनिक बिल्डिंग है। यह कार्यक्रम गुरुग्राम को विश्व पटल पर लेकर आएगा और इस इवेंट को लोग गुरुग्राम के गौरव के तौर पर जानेंगे ।


इस महिला मैराथन में प्रोफेशनल धावकों के भाग लेने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए श्री सिंह ने कहा कि रजिस्ट्रेशन से यह कह पाना मुश्किल है कि प्रोफेशनल धावक इस मैराथन में आ रहे हैं कि नहीं, लेकिन आइटीबीपी से 50 महिलाओं के दल की इसमें भाग लेने की पुष्टि हुई है। उन्होंने आशा जताई कि मैराथन रनर इसमें जरूर आएंगे और इस कार्यक्रम को बड़े स्तर पर लेकर जाएंगे।


इससे पहले, ऑर्गेनाइजिंग कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक में श्री ओ पी सिंह ने तैयारियों पर संतोष जताते हुए वॉलिंटियरो, जिन्हें इस प्रकार की मैराथन पहले करवाने का अनुभव है, उनके साथ विचार विमर्श किया और सुझाव मांगे। श्री सिंह को बताया गया कि जिला गुरुग्राम की महिलाओं में गुरुग्राम मैराथन को प्रचारित करने के लिए हर रोज विभिन्न स्थानों पर प्रमोशनल रन आयोजित की जा रही है। इसके अलावा, सेक्टरों की मार्केट तथा शॉपिंग मॉल में नुक्कड़ नाटक करवा कर महिलाओं को मैराथन में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। श्री सिंह ने कहा कि आयोजन स्थल साइबर हब में गुरुग्राम मैराथन को लेकर ऐसे क्रिएटिव और डिजाइन लगवाएं जिससे कि यह आयोजन रोचक बने और लोगों का आकर्षण खींचने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि आयोजन स्थल पर 8 मार्च को ढोल नगाड़ों के साथ सांस्कृतिक मुंडलिया हों, जिससे कि वहां पर उत्सव सा माहौल लगे। दौड़ के रूट में बीच-बीच में छोटे प्लेटफॉर्म बनाकर वहां भी म्यूजिशियन खड़े किए जाएंगे, जो मैराथन के प्रतिभागियों की हौसला अफजाई करेंगे। यही नहीं, बीच-बीच में फोटो शूट के लिए बूथ भी बनाए जाएंगे, जिनमें ‘ईच फ़ॉर इक्वल ‘ के हैश टैग लगे होंगे। श्री सिंह ने बताया कि इस दौड़ के आयोजन में एनएसएस के वालंटियर भी सहयोग करेंगे जिनकी संख्या गुरुग्राम जिला में 2300 बताई गई है, इनमें से लगभग 1600 लड़कियां है।


आज की बैठक में गुरुग्राम मैराथन के नोडल अधिकारी एवं मानेसर के डीसीपी दीपक सहारण, डीसीपी चंद्रमोहन, नगराधीश मनीषा शर्मा, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के संपदा अधिकारी भारत भूषण गोगिया, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त अमरदीप जैन, बादशाहपुर के एसडीएम हितेंद्र शर्मा, एसीपी पंखुड़ी, एसीपी उषा, एसीपी अशोक, एसीपी अखिल कुमार, एसीपी अमन यादव, जिला आबकारी एवं कराधान अधिकारी हरीश दहिया, जिला परियोजना अधिकारी सुनयना, जिला खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी राज यादव, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सारवान, हरियाणावी विजन जीरो से सारिका पांडा, सबरी, केशिका सहित कई वॉलेंटियर उपस्थित थे।


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