नई दिल्ली, 26 दिसम्बर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर झूठ बोलने का आरोप लगाने के लिये भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बृहस्पतिवार को पलटवार करते हुए उन्हें ‘‘झूठों का सरदार’’ कहा। भाजपा ने कहा कि असम में हिरासत केंद्र (डिटेंशन सेंटर) तब बनाये गए थे जब कांग्रेस केंद्र और राज्य दोनों ही जगह सत्ता में थी।
इससे पहले दिन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम में हिरासत केंद्र के मुद्दे पर देश से झूठ बोल रहे हैं। श्री गाँधी ने पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण की विडियो भी ट्विट में शामिल करते हुए उनके बयान को यह कहते हुए झूठा करार दिया है कि ” RSS का प्रधानमंत्री भारत माता से झूठ बोलता हैं “।. कांग्रेस नेता ने अपनी विडियो में असम राज्य के मटिया गाँव की ओर जाने वाले उस रास्ते को दिखा कर यह दावा किया है कि यह रास्ता डिटेंशन सेंटर की ओर जाता है.
RSS का प्रधानमंत्री भारत माता से झूठ बोलता हैं ।#JhootJhootJhoot pic.twitter.com/XLne46INzH
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 26, 2019
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है लेकिन उनसे सार्वजनिक संवाद में शालीन भाषा की अपेक्षा करना बहुत ज्यादा है।
पात्रा ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए 2011 में तत्कालीन कांग्रेस नीत संप्रग सरकार की ओर से जारी आधिकारिक बयान दिखाया जिसमें कहा गया था कि असम में हिरासत केंद्र स्थापित किये गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी झूठों के सरदार हैं। असम में तीन हिरासत केंद्र उनकी पार्टी ने बनवाये थे, जो (उस वक्त) केंद्र और राज्य दोनों ही जगह सत्ता में थी।’’
पात्रा ने असम सरकार द्वारा अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर जारी श्वेतपत्र भी दिखाया और दावा किया कि इसमें भी हिरासत केंद्र स्थापित करने की बात की गई है।
उन्होंने साथ ही कहा कि हिरासत केंद्रों और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) में कोई संबंध नहीं है।
गांधी ने बृहस्पतिवार को मोदी पर उनकी उस टिप्पणी को लेकर निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा था कि देश में कोई हिरासत केंद्र नहीं है। गांधी ने ट्वीट करते हुए आरोप लगाया,‘‘आरएसएस के प्रधानमंत्री भारत माता से झूठ बोलते हैं।’’
उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो क्लिप भी डाली जिसमें मोदी कांग्रेस और उसके सहयोगियों तथा ‘‘शहरी नक्सलियों’’ पर यह अफवाह फैलाने का आरोप लगा रहे हैं कि मुस्लिमों को हिरासत केंद्रों में भेजा जाएगा।
क्लिप में असम में एक कथित हिरासत केंद्र बनते हुए भी दिखाया गया है।