हरियाणा के मेवात में शिक्षकों को पढ़ाने वाले शिक्षक नहीं !

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लेक्चरर के 70 प्रतिशत पद रिक्त 

 600 भावी अध्यापकों की पढ़ाई राम भरोसे

यूनुस अलवी 14-nov-18-dite-mewat-1

मेवात :  मेवात जिला से हर वर्ष 300 भावी अध्यापक बनकर निकलते हैं। जब इन भावी अध्यापकों को पढाने के लिये ही अध्यापक नहीं होगें तो ये बच्चों को पढ़ाने के लिए ये कैसे तैयार हो पायेंगे. ये क्या सीख  पायेंगे और आने वाले समय में कैसे बच्चों को शिक्षा दे पाएगें। मेवात जिला में फिलहाल डाईट, बाईट और गेटी सहित तीन संस्थान कार्यरत हैं। यहां पर 600 बच्चों को भावी अध्यापक बनने कि ट्रेनिंग दी जाती है।

 

इनमें जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाईट) मालब में, राजकीय प्राथमिक अध्यापक प्रशिक्षण संस्थान (गेटी) फिरोजपुर नमक  और ब्लोक इंस्टयूट ऑफ टीचिंग ऐजुकेशन (बाईट) नगीना में कार्यरत हैं। डाईट मालब में 100, बाईट नगीना में 50 और गेटी फिरोजपुर नमक में 150 आरक्षित की गई हैं जहां से हर साल 300 भावी अध्यापक बनकर निकलते हैं।

लेक्चरर के 52 में 32 पद खाली

तीनों संस्थानों में भावी अध्यापकों का दो वर्षीय कोर्स होता है। इस लिये प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्र और छात्राओं कि संख्या कुल 600 हो जाती है। सरकार ने इनको पढाने के लिये 52 लेक्चरर और कलेरिकल में 33 का स्टाफ स्वीकृत कर रखा है। लेक्चरारों के 52 में 32 पद खाली है जबकि क्लेरिकल स्टाफ के 33 पदों में से 25 रिक्त पडे हुए हैं। नगीना बाईट संस्थान तो एक प्रिंसीपल और एक क्लर्क के सहारे ही चल रहा है।

डाईट मालब का हाल

डाईट मालब संस्थान के कार्यकारी प्रिंसीपल विजय अरोडा ने बताया कि उनके यहां 200 बच्चों को भावी अध्यापक बनने का प्रशिक्षण दिया जाता है। उनके संस्थान में 25 लेक्चरार और 18 क्लेरिकल स्टाफ के पद स्वीकृत हैं। इनमें से दो लेक्चरार नियमित और तीन डेपूटेशन पर नियुक्त किये हुए हैं बाकी 20 पद खाली पडे हैं। वहीं क्लेरिकल के 18 पदों में से एक सुप्रिडेंट, एक कर्लक नियमित हैं जबकी एक कर्लक को तीन दिन डेपूटेशन पर दे रखा है।

बाईट नगीना का हाल

बाईट नगीना संस्थान के कार्यकारी प्रिंसीपल महेंद्र कुमार गोयल ने बताया कि उनके  संस्थान में कुल 50 सीटें हैं। जिनमें कुल 100 बच्चे प्रशिक्षण लेते हैं। विभाग ने उनके  संस्थान में 9 लेक्चरार और 8 क्लेरिकल स्टाफ के पद स्वीकृत कर रखे हैं। इनमें वह खुद अकेला कार्यरत है। वह प्रिंसीपल और लेक्चरारों का पद संभाले हुए हैं। यानि उनके यहां 8 लेक्चरार के पद खाली हैं जबकी 8 क्लेरिकल स्टाफ में से 7 पद खाली हैं। केवल एक क्लर्क कार्यत है।

गेटी फिरोजपुर नमक का हाल

 राजकीय प्राथमिक अध्यापक प्रशिक्षण संस्थान (गेटी) फिरोजपुर नमक  के प्रिंसीपल अबदुल मजीद ने बताया कि उनका संस्थान मेवात में 1981 से चल रहा है। इसमें 100 सीटें उर्दू विषय की है जबकी 50 सीट एमडीए के कोटे से भरी जाती हैं। उनके संस्थान में कुल 300 बच्चे भावी अध्यापक बनने का प्रशिक्षण लेते हैं। विभाग ने उनके संस्थान में लेक्चरार के 28 और क्लेरिकल के 7 पद मंजूर कर रखे हैं। लेक्चरार के 28 पदों में से 14 खाली हैं जबकी क्लेरिकल के सात में पांच पद काफी समय से खाली हैं।

उर्दू के भावी शिक्षकों के लिए कोई लेक्चरर नहीं

राजकीय प्राथमिक अध्यापक प्रशिक्षण संस्थान (गेटी) फिरोजपुर नमक  में प्रथम और द्वितीय वर्ष में पढने वाले 200 छात्र छात्राओं को पढाने के लिये करीब एक साल से कोई भी उर्दू का प्राध्यापक नहीं है। जिसकी वजह से बच्चों को भारी परेशानी हो रही है।

तीनों संस्थानों में नहीं है कोई चपरासी

मेवात जिला में कार्यत डाईट, बाईट और गेटी प्रशिक्षण संस्थानों में एक भी चपरासी नहीं हैं। जिसकी वजह से अधिकारियों के संस्थान में दौरा करने या फिर किसी वीआईपी के आगमन पर खुद लेक्चरारों को ही सेवादार बनकर काम करना पडता है।

क्या कहती हैं डायरेक्टर 

एससीईआरटी गुडगांव कि डारेक्टर किरण मई का कहना है कि मेवात कि तीनों संस्थानों में लेक्चरों की भारी कमी है। इसको भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही इस समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। वहीं उन्होने कहा कि उर्दू लेक्चरार को गेटी में जल्द ही डेपूटेशन पर नियुक्त कर दिया जाएगा।

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