नई दिल्ली। प्राधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह देश का पहला चुनाव है जब किसी ने भी सेक्युलरिज्म का नाम नहीं लिया। यह पिछले 30 साल से खेल इस देश में चल रहा था लेकिन इस बार उस सभी कुनबे की बोलती बंद हो गयी और किसी ने वही इस शब्द का नाम नहीं लिया। इस देश में अब तक इस शब्द का टैग लगा कर सारे गोरख धंधे किये जाते रहे और अब किसी ने भी इसका नकाब ओढ़ कर चुनाव नहीं लड़ा क्योंकि सेक्युलरिज्म से पर्दा उठ गया ।
उन्होंने कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव 2019 में जो मतदान हुए हैं वह लोकतांत्रिक विश्व में ऐतिहासिक रिकॉर्ड है क्योंकि देश के आजाद होने के बाद अब तक जितने चुनाव हुए हैं उनमें से सबसे अधिक मतदान इस बार के चुनाव में हुए हैं ।इसलिए यह हमारे लिए गर्व का विषय है और दुनिया के लिए एक रिकॉर्ड है। पीएम ने कहा कि देश की 130 करोड़ जनता ने आज इस फ़क़ीर की झोली भर दी।
उन्होंने कहा कि देश की जनता से इतना समर्थन मिलने के पीछे जनता का विश्वास और उम्मीद जुड़ी है। जो दायित्व हमें मिला है मैं उसने दिनों में बद नियत से कोई काम नहीं करूंगा। काम करते हुए गलती हो सकती है लेकिन बदनीयत से कोई काम नहीं करूंगा। मैं देशवासियों से वायदा करता हूँ कि मैं अपने लिए कुछ नही करूंगा और मेरे शरीर का कण कण देश की सेवा के लिए रहेगा। इन कसौटियों पर मुझे कसते रहें।
पीएम ने कहा कि लोकतंत्र के खातिर जिन जिन लोगों ने बलिदान दिया है जो लोग घायल हुए हैं उनके परिवारजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं और लोकतंत्र के इतिहास में लोकतंत्र के लिए मरना विशाल आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी मैं चुनाव आयोग को सुरक्षाबलों को इस लोकतंत्र उत्सव की व्यवस्था को संवारने वाले हर व्यक्ति को उत्तम तरीके से लोकतंत्र में विश्वास बनाने वाली व्यवस्था देने के लिए बधाई देता हूं।
प्रधानमंत्री ने महाभारत काल की युद्ध की चर्चा करते हुए कहा कि तब भगवान श्री कृष्ण से पूछा गया कि आप किसके पक्ष में थे मैं समझता हूं कि उस समय उस महाभारत के काल में भगवान श्री कृष्ण ने जो जवाब दिया था वह आज 21वीं सदी में 2019 के चुनाव में हिंदुस्तान के 130 करोड़ नागरिकों ने श्री कृष्ण के रूप में जवाब दिया है तब भगवान श्रीकृष्ण ने जवाब दिया था कि मैं किसी के पक्ष में नहीं था मैं तो सिर्फ हस्तिनापुर के लिए हसनापुर के पक्ष में खड़ा था आज 130 को नागरिक श्री कृष्ण के रूप में भारत के लिए करी थी भारत के लिए मतदान किया।
पीएम ने कहा कि देश के समान नागरिक की भावना भारत के उज्जवल भविष्य की गारंटी है इस चुनाव में में पहले दिन से ही कह रहा था कि यह चुनाव कोई दल नहीं लग रहा है कोई उम्मीदवार नहीं लग रहा है कोई नेता नहीं लग रहा है कि चुनाव देश की जनता लड़ रही है। उन्होंने कहा कि जिनके आंख कान बंद से उनके लिए मेरी बात समझना मुश्किल था लेकिन आज मेरी वह भावना को जनता जनार्दन ने प्रकट कर दिया। इसलिए अगर कोई विजई हुआ है तो केवल हिंदुस्तान विजय हुआ है अगर कोई विजय हुआ है तो लोकतंत्र में से हुआ है अगर कोई विजई हुआ है तो जनता जनार्दन विजई हुई है इसलिए हम सभी भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता हम सभी एनडीए के साथी नम्रता पूर्वक इस विषय को जनता जनार्दन के चरणों में समर्पित करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस लोकसभा के चुनाव में जो विजई हुए हैं उन सभी विजेताओं को मैं बधाई देता हूं और सभी विजई चाहे वो किसी भी दल से जीत कर आए हो किसी भी पाप भूमि से आए हो लेकिन देश के उज्जवल भविष्य के लिए प्रतिबद्धता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रतिनिधि आने वाले दिनों में देश की सेवा करेंगे इस विश्वास के साथ मैं उन सभी विजई सांसदों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं।
प्रधानमंत्री ने 4 विधानसभा चार राज्यों की विधानसभा की हुई चुनाव की चर्चा करते उन्होंने कहा कि उन राज्यों में जनता ने जिन सरकारों को चुना है उनको ही मैं बहुत वक्त अभिनंदन करता हूं मैं उन सभी सरकारों को विश्वास दिलाता हूं भारतीय जनता पार्टी भारत के संविधान को समर्पित है भारत के और सैडली जन को समर्पित है विश्वास दिलाता हूं कि केंद्र सरकार राज्यों की विकास यात्रा में पूरी तरह कंधे से कंधा मिलाकर उनके साथ चलेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जैसे हमारे अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी करो कार्यकर्ताओं का परिश्रम पर हमें गर्व होता है जिस दिल में हम हैं उस दल में ऐसे दिलदार लोग हैं एक हिसाब भारत माता की जय और कुछ नहीं।
भारतीय जनता पार्टी परिवार का प्रत्येक साथी अभिनंदन का अधिकारी है जिसने निस्वार्थ भाव से लोकतंत्र का झंडा ऊंचा रखते हुए देश के सामान्य मानवीय की आस आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए जी जान से लोकतांत्रिक तरीके से इस पूरे लोक साहित्य उत्सव में शरीक होकर के उस की आन बान शान बढ़ाने में महती भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की है विशेषता है कि हम कभी दो भी हो गए थे लेकिन कभी भी अपने मार्ग से विचलित नहीं होते आदर्शों को ओझल नहीं होने दिया नर उसके न थके न झुके कभी हम दो हो गए तब भी आज दोबारा आ गए दूसरे दोबारा आ गए तक इस यात्रा ने अनेक उतार-चढ़ाव आए दो थे तब भी निराश नहीं हुए दोबारा आए तो भी ना हम नम्रता करेंगे ना हम अपना विवेक छोड़ेंगे नाम अपने आदतों को छोड़ेंगे हम अपने संस्कार को छोड़ेंगे।
प्रधानमंत्री ने हजारों कार्यकर्ताओं की भीड़ को संबोधित करते हुए उनके नारे के बीच में कहा कि भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने जो चुनाव के बारे में आज बताया वह अपने आप में एक बड़ा उदाहरण है हमें पिछली सदी के सारे विचारों को छोड़ना पड़ेगा 21वीं सदी का नया भारत है उन्होंने कहा कि यह मोदी का विजय नहीं है यह देश के इमानदारी के लिए तड़पते हुए नागरिक की आशाओं का विजय 21वीं सदी के सपनों को लेकर चल पड़े नौजवानों का विजय एक शौचालय के लिए तड़पती हुई उस मां का विजय विजय उस बीमार व्यक्ति का है जो 4455 साल से पैसे के अभाव में इलाज नहीं करवा पा रहा था जिसका आज उपचार सफाया आज उसका विजय या विजय देश के उन किसानों की है जो पसीना बहाकर राष्ट्र के पेट भरने के लिए अपने पेट को भी परेशान करते रहता।
यह विजय देश की उन 40 को और संगठित मजदूरों का विजय जिनको पहली बार पेंशन योजना लागू की गई उनका है। विजय मध्यम वर्ग के परिवारों का है जो हमेशा कानून का पालन कर टैक्स देता रहता है ना उन्हें कभी सम्मान मिला और देश के काम आता है यह उनका विजय है।
उन्होंने कहा कि ईमानदारी को जो ताकत मिली है उस ताकत को इस चुनाव ने एक नई स्वीकृति दी है उन्होंने उन्होंने कहा कि पिछले 30 साल से भी अधिक समय से इस देश में एक जुमला चल रहा था जिसका टैग लगाकर कोई भी विमान से बेईमान व्यक्ति ईमानदार बन जाता था और वह सब था सेकुलरिज्म लेकिन देश का यह सबसे पहला चुनाव है जिसमें वह सारे के सारे कुंडली में से किसी ने भी शक्ल रीजन शब्द का नाम तक नहीं लिया और किसी ने भी इस मुद्दे पर आरोप नहीं लगाया उन्होंने कहा कि यह चुनाव ऐसा चुनाव है जब भ्रष्टाचार का कोई मुद्दा नहीं था जबकि इससे पहले कि सभी चुनाव भ्रष्टाचार के मुद्दे से रंगे रहते थे।