मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ के सदर बाजार इलाके में स्थानीय अधिकारियों द्वारा अतिक्रमण हटाने की कोशिश के बाद 150 से अधिक झोपड़ियां जल गईं और भीड़ ने कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। अतिक्रमण हटाने आए पुलिसकर्मियों पर आक्रोशित लोगों ने पथराव किया। लोगों का आक्रोश स्थानीय मेहताब सिनेमा होते हुए दिल्ली रोड पर भी पहुंच गया। दोनों जगहों पर हंगामे के दौरान पथराव, फायरिंग, आगजनी और तोड़फोड़ करते लोगों को पुलिस ने लाठियां भांजकर खदेड़ा।
कैंट बोर्ड और पुलिस ने शहर की भुसा मंडी इलाके में अतिक्रमण हटाने की कोशिश की तो दो दर्जन से अधिक कारों, दोपहिया वाहनों, आठ या नौ उत्तर प्रदेश रोडवेज बसों को नुकसान पहुंचा। पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा, तनाव को बढ़ाते हुए समुदायों के लोगों ने एक-दूसरे पर आग लगाने का आरोप लगाया। बाद में स्थिति को नियंत्रण में लाया गया।
मेरठ के जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने PTI-भाषा को बताया, ‘घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए गए हैं। हालात फिलहाल काबू में है। घटना की वजह जांच के बाद ही पता लग सकेगी।’ पुलिस सड़क पर उतरी तो छतों से भी गोलीबारी की गई।
भैसाली डिपो मेरठ के एक बस चालक सुनील कुमार बताते हैं, ‘लगभग सौ से डेढ़ सौ लोगों ने उनकी बस पर हमला बोल दिया। बस में सवार एक महिला और बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गए जबकि बस में सवार तीस से भी ज्यादा अन्य लोगों को गंभीर चोटें आईं हैं।’