जोधपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को जोधपुर में यह कहते हुए लोगों से माफी मांगी कि उनके कारण भाजपा सरकार व वसुंधरा राजे ने मारवाड़ की उपेक्षा की। पत्रकारों से बातचीत में गहलोत ने कहा कि पूरे प्रदेश में हमारी पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कई काम रोक दिए। मारवाड़ की उपेक्षा हुई, खास तौर पर जोधपुर का तो भट्टा ही बैठा दिया। क्योंकि यहां से मैं आता हूं। अब जनता के पास मौका है सबक सिखाओ। पार्टी में बगावत पर गहलोत ने कहा कि बगावत हुई है तो हम मना लेंगे। तीन दिन का समय है। वे पार्टी व देश हित में नामांकन वापस ले लेंगे। चुनाव बाद उचित लोगों को संगठन-सत्ता में जगह दी जाएगी।
किस मुद्दे पर क्या बोेले गहलोत टिकट वितरण :
टिकटों में राहुल गांधी के युवाओं व महिलाओं को मौका देने के फॉर्मूले पर काम किया गया है। इसमें वे कोई समझौता नहीं करना चाहते थे। आगामी रणनीति : आगामी चुनावों में नई पीढ़ी के साथ अनुभवी राजनेता काम करेंगे। कांग्रेस में राजनीति का भविष्य कुछ एेसा ही होगा। आगामी चुनावों में दावेदारी की प्रक्रिया ही बदल जाएगी। इसमें ब्लॉक अध्यक्ष से फीडबैक और जिलाध्यक्ष की अनुशंसा पर ही सबकुछ निर्भर करेगा।
डूडी प्रकरण :
डूडी के बयान पर कहा कि टिकट बदले गए तो वे एक बैठक में थे और अचानक उनको यह सूचना मिली एेसे में उनका रिएक्शन यह था कि अब हम चुनाव कैसे जीत पाएंगे? उनका मतलब यह नहीं था कि वे बगावत कर रहे हैं। परिवारवाद : पुत्र वैभव गहलोत को मेरे मुख्यमंत्री रहते सांसद का टिकट दे रहे थे, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लडऩा चाहता था। प्रदेश कांग्रेस में महामंत्री बना रहे थे। लेकिन मैंने रोक दिया, लोग कहते कि परिवारवाद किया।