नई दिल्ली। संसदीय मामले, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने आज यहां केन्द्रीय विद्यालयों के लिए आयोजित 30वीं राष्ट्रीय युवा संसद प्रतियोगिता, 2017-18 के पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता की।
संसदीय कार्य मंत्रालय पिछले 30 वर्षों से केन्द्रीय विद्यालयों में युवा संसद प्रतियोगिताओं का आयोजन कर रहा है। केन्द्रीय विद्यालयों के लिए राष्ट्रीय युवा संसद प्रतियोगिता की योजना के तहत, 2017-18 के दौरान श्रृखंला में 30वीं प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। इसमें देशभर के 125 केन्द्रीय विद्यालय शामिल थे।
युवा संसद योजना का उद्देश्य छात्रों को संसद की प्रक्रिया और कार्यविधि, विचार-विमर्श एवं भाषण की तकनीकों, नेतृत्व गुणवत्ता का विकास, आत्मअनुशासन की भावना, विविध विचारों के प्रति सहनशीलता-जो लोकतंत्र के गुण हैं, उनसे छात्रों को अवगत कराना है।
पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की महत्वपूर्ण संसदीय बहस का उदाहरण देते हुए श्री मेघवाल ने सांसदों के आचरण और शिष्टाचार तथा संसद की कार्यवाही में सदस्यों के व्यवहार संबंधी विभिन्न विषयों के बारे में छात्रों को महत्वपूर्ण जानकारी दी। मंत्री महोदय ने छात्रों को राजनीति में शामिल होने और सामाजिक महत्व के विकास संबंधी मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने विजेताओं और प्रतियोगिता में भाग लेने वाले स्कूलों, छात्रों तथा शिक्षकों को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बधाई दी। मंत्री महोदय ने यह भी कहा कि ये बच्चे बहुत भाग्यशाली हैं क्योंकि इन्हें सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय युवा संसद योजना के कारण संसद की कार्यवाही के बारे में बेहद नजदीक से जानने का अनुभव प्राप्त हुआ है।
श्री मेघवाल ने अकादमिक वर्ष के दौरान आयोजित प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले स्कूलों और छात्रों को पुरस्कार वितरित। इस अवसर पर, केन्द्रीय विद्यालय, एएफएस मनौरी, इलाहाबाद को प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार के रूप में संसदीय शील्ड और ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय ने “युवा संसद” की एक छोटी सी प्रस्तुति पेश की। इसके अलावा, प्रतियोगिता में सराहनीय प्रदर्शन करने लिए निम्नलिखित स्कूलों को मेरिट ट्रॉफी से सम्मानित किया गया:
- केन्द्रीय विद्यालय संख्या 1, बजाज नगर, जयपुर
- केन्द्रीय विद्यालय सीआरपीएफ, भुवनेश्वर
- केन्द्रीय विद्यालय, सीएलआरआई, चेन्नई
- केन्द्रीय विद्यालय, सैनिक विहार, दिल्ली
- केन्द्रीय विद्यालय, भवानीपत्ना, रायपुर
- केन्द्रीय विद्यालय संख्या 1, पलक्कड़, एर्नाकुलम
- केन्द्रीय विद्यालय संख्या 3, गांधीनगर कैंट।
- केन्द्रीय विद्यालय संख्या 2, बेलगाम, बेंगलुरु
- केन्द्रीय विद्यालय संख्या 1, एसटीसी जबलपुर, जबलपुर
- केन्द्रीय विद्यालय, ओएनजीसी, पनवेल
- केन्द्रीय विद्यालय, एएफएस, हाकिमपेट, हैदराबाद
- केन्द्रीय विद्यालय संख्या 5, ग्वालियर
- केन्द्रीय विद्यालय संख्या 1, एचबीके, देहरादून
- केन्द्रीय विद्यालय, पिंजौर
- केन्द्रीय विद्यालय, खंडवा, भोपाल
- केन्द्रीय विद्यालय, मेघाहतुबुरु, रांची
- केन्द्रीय विद्यालय संख्या 1, आर्मापुर, कानपुर
- केन्द्रीय विद्यालय संख्या 1, जालंधर
- केन्द्रीय विद्यालय संख्या 2, फरीदाबाद
- केन्द्रीय विद्यालय, नई बोंगाईगांव
- केन्द्रीय विद्यालय, सहरसा, पटना
- केन्द्रीय विद्यालय, कमांड अस्पताल कोलकाता
- केन्द्रीय विद्यालय, नॉर्थ लखीमपुर
- केन्द्रीय विद्यालय, कुंजाबन
इस अवसर पर संसदीय सचिव श्री एस. एन. त्रिपाठी, और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों सहित स्कूलों के प्रिंसिपल, शिक्षक, छात्र तथा उनके माता-पिता भी उपस्थित रहे।