मुंबई । भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से बांद्रा स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। हालांकि, दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई इस बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने इस भेंट को ‘‘शिष्टाचार’’ मुलाकात बताया है। लेकिन मोदी की मुश्किल बढ़ सकती है क्योकि दोनों मोदी सरकार से नाराज चल रहे हैं।
इस बीच शिवसेना ने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण सुगम बनाने के लिए कानून बनाए जाने पर आज जोर दिया और कहा कि 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद संसद की तस्वीर ‘‘अनिश्चित’’ दिखती है। शिवसेना ने कहा कि यह कहना कि राम मंदिर का निर्माण आम सहमति से होगा, वैसा ही है जैसे पाकिस्तान यह कहे कि उसका कश्मीर से कोई लेना देना नहीं है और वह हिस्सा भारत का है। शिवसेना ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राम मंदिर बनने तक भगवा पगड़ी नहीं पहननी चाहिए।
राजग में शामिल शिवसेना की यह टिप्पणी उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के एक बयान के बाद आयी है। मौर्य ने कहा कि जब कोई विकल्प नहीं होगा तो कानूनी रास्ते अपनाया जाएगा। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में एक संपादकीय में कहा कि पूर्व की सरकार सत्ता से बाहर हो गयी क्योंकि वह राम मंदिर मुद्दे पर आम सहमति नहीं बना सकी और न ही उच्चतम न्यायालय ने इस पर कोई फैसला दिया।