गुरुग्राम पुलिस आयुक्त का पीसीआर /राइडर/दुर्गा शक्ति पीसीआर व नाका कर्मचारियों के साथ सीधा संवाद
डयूटी के दौरान सभी से नम्र व अच्छा व्यवहार करने की दी हिदायत
पुलिस के विभिन्न विंग एवं अधिकारियों के बीच बेहतर कॉर्डिनेशन के लिए व्हाट्सएप्प ग्रुप
पीसीआर/राइडर को सेंट्रलाइज्ड करने का उद्देश्य पीड़ित को सहायता पहुंचाने में रेस्पांस टाइम कम करना
सुभाष चौधरी/प्रधान संपादक
गुरुग्राम : गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त के के राव ने पुलिस लाईन गुरूग्राम में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान रविवार को पीसीआर /राइडर/दुर्गा शक्ति पीसीआर व नाका ड्यूटियों पर तैनात कर्मचारियों के साथ सीधा संवाद किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि गुरूग्राम में अधिकतर लोग उच्च शिक्षित हैं तथा पुलिस से हमेशा अच्छे व्यवहार की अपेक्षा रखते हैं। अतः डयूटी के दौरान सभी से नम्र व अच्छा व्यवहार करें। उन्होंने पुलिस अधिकारियों व कर्मियों स्पष्ट हिदायत दी कि डयूटी के दौरान यदि कोई व्यक्ति पुलिसकर्मी की ड्यूटी में बाधा पहुंचाता है तो नियमानुसार कार्रवाई करें। उन्होंने खुलासा किया कि गुरूग्राम में लगे नाकों व पीसीआर/राइडर को सेंट्रलाइज्ड करने से गुरूग्राम कमिश्नरी में वाहन चोरी की वारदात लगभग 30 से 40 प्रतिशत कम हो गई हैं।
इस ख़ास कार्यक्रम में कुलविन्द्र सिंह डीसीपी हेड क्वार्टर, धारणा यादव एसीपी, शकुंतला एसीपी एवं उषा कुंडू एसीपी भी मौजूद थी। इनके अलावा दोंनो महिला थानों की एस एच ओ एवं महिला हेल्पलाईन कंट्रोल रूम में तैनात सभी कर्मचारी भी उपस्थित थे।
पुलिस आयुक्त ने लगभग 50 पीसीआर , 90 प्रहरी (राइडर), 6 दुर्गा शक्ति वाहन व 50 नाका पर तैनात सभी तीनों शिफ्टों के 850 कर्मचारियों को अपनी कार्यशैली में आवश्यक बदलाव की नसीहत दी.
के के राव ने कहा कि लगभग एक माह पूर्व पीसीआर/राइडर के नए प्रोग्राम के अनुसार डयूटी लगे है. यह संतोषजनक बात है कि सभी ने अपनी ड्यूटी को सही तरीके से अंजाम दिया है। उनका कहना था कि इन सभी जगह 3-3 शिफ्टों में ड्यूटियां लगाई जा रही हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य यह है कि थानों का कार्य सिर्फ इन्वेस्टीगेशन का रहे जबकि पीसीआर/राइडर/नाकों का कार्य प्रिवेंशन का हो। इससे जिला की सुरक्षा व्यवस्था और इससे सम्बंधित सभी जिम्मेदारियों को प्रभावी व सुचारू तरीके से निभाया जा सकेगा.
उन्होंने पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को ध्यान दिलाया कि गुरूग्राम में अधिकतर लोग उच्च शिक्षित है. यह एक अंतर्राष्ट्रीय शहर है. यहाँ देश के सभी राज्यों के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं जबकि विदेशों से भी व्यावसायी व प्रोफेशनल्स रहते हैं. सभी पुलिस से हमेशा अच्छे व्यवहार की अपेक्षा रखते हैं। उनका कहना था कि डयूटी के दौरान सभी पुलिस कर्मी आम जन से नम्र व अच्छा व्यवहार करें। उन्होंने यह भी कहा कि अगर डयूटी के दौरान कोई व्यक्ति पुलिसकर्मी की ड्यूटी में बाधा पहुंचाता है तो नियमानुसार कार्रवाई करें।
पुलिस आयुक्त ने मानवता का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि हमें किसी भी पीड़ित को पुलिस सहायता देकर सन्तुष्टि मिलती है इसलिए हमारा कर्तव्य है हम पीड़ित की मदद दिल से करें।
इस अवसर पर उन्होंने बताया कि पुलिस के विभिन्न विंग एवं अधिकारियों के बीच बेहतर कॉर्डिनेशन के लिए व्हाट्सएप्प ग्रुप भी बनाया गया है। अपनी ड्यूटी को सही ईमानदारी व लगन से निभाने को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि अच्छा कार्य करने वाले कर्मचारी को प्रोत्साहन के लिए उसको प्रशंसा पत्र व उचित नकद इनाम भी दिया जाएगा।
उन्होंने आश्वस्त किया कि तीन महीने बाद इन शिफ्टों की ड्यूटियों को बदल दिया जाएगा ताकि रोटेशन से अलग-अलग स्थानों पर इनको तैनात किया जा सके।
उन्होंने जानकारी दी कि दुर्गा शक्ति हरियाणा एप को अब काफी संख्या में डाउनलोड किया जा चुका है तथा अब इस एप के माध्यम से भी कॉल आनी शुरू हो जाएंगी। क्योंकि गुरूग्राम में दुर्गा शक्ति पीसीआर की संख्या 6 है अतः इस एप या 1091 या 100 नंबर पर कॉल आने पर तुरंत पुलिस सहायता हेतु नजदीकी किसी भी पीसीआर/राइडर/दुर्गा शक्ति वाहन को भेजा जा सकता है। पीसीआर/राइडर को सेंट्रलाइज्ड करने का उद्देश्य पीड़ित को सहायता पहुंचाने में रेस्पांस टाइम कम करना है।
उन्होंने बतलाया कि गुरूग्राम में लगे नाकों व पीसीआर/राइडर को सेंट्रलाइज्ड करने का परिणाम यह रहा है कि गुरूग्राम कमिश्नरी में वाहन चोरी की वारदात लगभग 30 से 40 प्रतिशत कम हो गई हैं। उन्होंने सलाह दी कि पीक टाइम या सड़क पर वाहनों की संख्या अधिक होने पर अपने विवेक अनुसार बैरिकेड्स को साइड में कर ले ताकि जाम ना लगे तथा पब्लिक को परेशानी ना होने पाए।