नई दिल्ली : देवरिया शेल्टर होम मामले में उत्तर प्रदेश सरकार पर विपक्षी दल हमलावर है। दूसरी तरफ योगी सरकार ने इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंपने का ऐलान किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार देर रात्रि में प्रेस वार्ता आयोजित कर कहा कि देवरिया शेल्टर होम केस की जांच सीबीआई से कराने का फैसला लिया गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एडीजी क्राइम के अंडर एक एसआईटी बनाई जा रही है जो पुलिस की भूमिका की भी जांच करेगी।
पत्रकार वार्ता में सीएम योगी ने घटना के लिए जिलाधिकारी को जिम्मेदार ठहराया। योगी ने कहा कि ‘जिलाधिकारी की लापरवाही की वजह से ही यह घटना हुई, उन्हें चार्जशीट किया जा रहा है। बाल कल्याण समिति की भी जिम्मेदारी होती है। उन्होंने अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से नहीं निभाई। इसीलिए इस समिति को भी निलंबित किया जा रहा है।’
मुख्यमंत्री योगी ने इस प्रकार की घोर अनियमितता का ठीकरा पिछली सरकार पर फोड़ते हुए कहा कि सीबीआई ने 2015-16 में बोला था कि यहां वित्तीय अनियमितताएं हैं। जब हम 2017 में सत्ता में आए तो हमने इसे बंद करने का आदेश दिया। जिला प्रशासन ने समय पर कार्य नहीं किया इसलिए डीएम को ट्रांसफर कर दिया गया।