नई दिल्ली : दिल्ली मेट्रो के किराया बढ़ोतरी को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के बीच जुबानी जंग का सिलसिला चल पडा है. केजरीवाल ने केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी से मेट्रो रेल के किराए में वृद्धि के प्रस्ताव पर रोक लगाने की मांग की थी. इस सम्बन्ध में केन्द्रीय मंत्री को पत्र लिख कर यह मांग की थी. आज य मंत्री ने साफ कर दिया कि किराया बढ़ाए बिना मेट्रो को चलाना मुश्किल है.. पुरी ने कह दिया कि अगर किराया नहीं बढ़ा तो दिल्ली मेट्रो डीटीसी बन जाएगी. दूसरी तरफ केजरीवाल ने अब मेट्रो के खातों के निष्पक्ष जांच की मांग की है.
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि ‘आठ साल से मेट्रो का किराया नहीं बढ़ा है. दिल्ली मेट्रो कैसे चलेगी? एक तरीका है वह (दिल्ली मेट्रो) डीटीसी बन जाए और डीटीसी की हालत तो आपको पता है.
केंद्रीय मंत्री के इस जवाब के बाद अरविंद केजरीवाल ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए. उन्होंने कहा कि सर, अगर लोग इतने ज़्यादा किराए की वजह से मेट्रो इस्तेमाल ही ना कर पाएं तो मेट्रो चलाने का क्या फ़ायदा ? उन्होंने कहा कि बेइंतहा किराया बढ़ा कर मुनाफ़ा कमाना ठीक नहीं. मेट्रो को सक्षम बना कर मुनाफ़ा कमाया जाए
केजरीवाल ने कहा कि किराए बढ़ोतरी में दिल्ली सरकार ने खूब विरोध किया लेकिन सरकार की बात नहीं सुनी गई उन्होंने कहा, ‘किराया निर्धारण कमिटी में दिल्ली सरकार ने किराया बढ़ोतरी का ख़ूब विरोध किया. दिल्ली की चुनी हुई सरकार की बात क्यों नहीं सुनी गई? दूसरी तरफ केजरीवाल ने अब मेट्रो के खातों के निष्पक्ष जांच की मांग की है. उन्होंने कहा है कि ‘मेट्रो के आय व्यय के सारे आंकड़े जनता के सामने रखे जाएं. पहले बिजली कंपनियां फर्जी घाटा दिखा कर बिजली दाम बढ़ाती थीं. हमने 3 साल से बिजली दाम नहीं बढ़ने दिए. मेट्रो के खातों की निष्पक्ष जाँच हो’