तावडू के चिलावली गांव में अज्ञात बीमारियों से 14 व्यक्तियों की मौत

Font Size

: गांव में दहशत व मातम का माहौल

: ग्रामीणों ने की हेल्थ विभाग व जिला प्रशासन से बीमारियों की रोकथाम की व्यवस्था कराने की मांग 

यूनुस अलवी/  शाहिद मेवाती

मेवात। तावड़ू खंड के गांव चिलावली में अज्ञात बीमारियों के से एक पखवाड़े में 14 लोगो की मौत होने का मामला सामने आया है। ग्रमीण इन मौतों को बुखार, मलेरिया, टाइफाइड, डेंगू से बता रहे है वही स्वास्थ्य विभाग कुछ बोलने को तैयार नही है। आये दिन हो रही मोतों को लेकर जहा गांव में मातम छाया हुआ है और ग्रामीण ख़ौफ़ज़दा है। ग्रमीणों की मौत किन कारणों से हुई है अभी इसकी पुष्टि नही हो सकी हैं।

 गांव चिलावली के सरपंच साजिद, समाजसेवी अब्दुल अजीज, नसीबा, नस्सा, हाजी जमालुद्दीन, जफ्फा आदि ग्रामीणों का कहना है कि बीते एक पखवाड़े में गांव में मलेरिया व टाइफाइड आदि बीमारियों के कारण पांच बच्चें, तीन महिलाएं व छ बुजुर्गों की मौत हो चुकी है। बीते 5 दिनों से लगातार मोत होने का सिलसिला जारी हैं। जिसकी वजह से गांव के लोग ख़ौफ़ज़दा है। इन मौतों से गांव में मातम पसरा हैं। ग्रामीणों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग ओर प्रसाशन ने गांव में हो रहीं मौत के बारे में कोई सुद्ध नही ली हैं। ग्रामीणों ने हैल्थ विभाग और प्रसासन से गांव में फेल रही बीमारी की रोकथाम के लिये उचित कदम उठाये जाने की मांग की हैं। ग्रामीणों ने बताया कि चार लोगों की मौत नलहड़ अस्पताल नूह में हुई हैं। ग्रामीणों ने बताया कि अधिकतर लोगों की मौत प्लेट रेट कम होने के कारण हुई है। इस बारे में जब स्वास्थ्य विभाग नूह के सी एम ओ डॉ एसआर सिवाच से बात करनी चाही तो उनके मोबाइल पर घण्टी बजती रही पर कोई जवाब नहीं मिला। वही ज़िला मलेरिया अधिकारी डॉ अतुल कुमार का मोबाइल स्विच ऑफ होने की वजह से स्वास्थ्य विभाग की प्रतिक्रिया नही मिल सकी।

You cannot copy content of this page