इंतजार की घड़ियाँ हुई खत्म, 22 को हरी चंद आएगा भारत

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: हरी के पास पासपोर्ट पर लगा खुरूज, टिकिट हुआ कनफर्म

: हमारे न्यूज पोर्टल  thepublicworld.com और हनीफ अटेरना की मुहिम लाई रंग

यूनुस अलवी

 
इंतजार की घड़ियाँ हुई खत्म, 22 को हरी चंद आएगा भारत 2मेवात:   साउदी अरब में पिछले चार-पांच साल से अपने बच्चों से मिलने की तमन्ना कर रहे हरीचंद के इंतजार की घटिया अब खत्म हो चुकी है। अमर उजाला और हनीफ अटेरना की मुहिम की वजह से हरीचंद 22 जुलाई को दोपहर करीब 12 बजे इंद्रा हवाई अड्डा दिल्ली पर उतरेगा। हरी चंद के पासपोर्ट पर खुरूज लगने के बाद उसका टिकिट भी कनफर्म हो गया है। हरीचंद के बारे में पल-पल की जानकारी उपलब्ध करा रहे मेवात के गांव अटेरना-नगीना निवासी हनीफ सईद ने यह जानकारी हमारे संवाददाता को फोन पर दी है।
 
   साउदी अरब की एक निजी कंपनी में बतौर मैनेजर नोकरी कर रहे मेवात जिला के गांव अटेरना-नगीना निवासी हनीफ सईद ने अमर उजाला को फोन पर बताया कि जब से हरीचंद को पता चला की उसके पहले शेख ने उसके खिलाफ झूठा चोरी का मुकदमा दर्ज करा रखा है। उसके बाद तो उसने भारत आने की आस ही छोड दी थी। हनीफ सईद का कहना है कि दो दिन पहले हरीचंद और कफील का फैंसला करा दिया था। बृहस्पतिवार को करीब 10 घंटे लाईन में लगने के बाद हरीचंद के पासपोर्ट पर निकासी यानि खुरूज लग गया। पासपोर्ट पर खुरूज लगने के बाद हरीचंद का नई दिल्ली के लिऐ टिकिट कनफर्म कराया गया है। 
 
   हनीफ ने बताया कि 21 जुलाई की रात्री 10 बजकर 50 मिनिट पर हरीचंद रियाद से अबु-दुबई के लिए रवाना होगा। अबु दुबई से 22 जुलाई को सुबहे 08 बजकर 45 मिनट पर नई दिल्ली के लिए चलेगा। जो 22 जुलाई को दिल्ली के इंदिरागांधी एयरपोर्ट पर करीब 12 बजे दोपहर को पहुंचेगा। उसने बताया कि हरीचंद के पासपोर्ट की तारीख 22 जुलाई को खत्म हो रही है, इस वजह से 22 जुलाई से पहले हरीचंद का सऊदी अरब से निकलना ज़रूरी था। इसलिए उसका टिकिट सीधा नई दिल्ली का ना मिलने की वजह से वाया अबु-दुबई कन्फर्म कराया गया है।
 
    आप को बता दें कि करीब चार-पांच साल पहले मेवात जिला के गांव बसई मेव निवासी हरीचंद को किसी एजेंट ने साउदी अरब एक कफील के पास भेजा था। कफील हरीचंद के साथ छोटी-छोटी बातों पर मारपिटाई करता था और ना ही समय पर पैसा देता था। जिसकी वजह से हरीचंद करीब डेढ साल बाद पहले कफील के पास से भागकर दूसरे कफील के पास रहने लगा। लेकिन यह हरीचंद का गैरकानूनी तरीके का रहना था। करीब तीन माह पहले साउदी अरब सरकार ने आदेश दिया था की जो आदमी किसी कफील का भगोडा हो या किसी के पास पासपोर्ट ना हो वे 25 जुलाई तक अरब देश को छोड दे। हरीचंद ने अपनी तरफ से लाख कोशिश की, उसने रियाद स्थित भारतीय दूतावास से मदद मांगी लेकिन कोई भी मदद के लिये आगे नहीं आया। हरीचंद के अरब में फंसे होने की खबर को हमनेे प्रमुखता से छापा था। उसे पढकर ही मेवात निवासी हनीफ ने हरीचंद की दिलोजान से मदद की। आज हमारे अखबर-पोर्टल और हनीफ की मुहिम का ही असर है कि 22 जुलाई को हरीचंद अपनी परिवार के साथ होगा।
 

हरीचंद की मदद करने पर हनीफ को किया जाएगा सम्मानित

 
गोसेवा आयोग हरियाणा के चेयरमैन भानी राम मंगला, मेवात विकास सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उमर मोहम्मद पाडला और मेव पंचायत अलवर के सदर शेर मोहम्मद सहित कई संस्थाओं ने हनीफ सईद को भारत लोटने पर सम्मानित करने की बात कही हैं। भानी राम का कहना है कि साउदी अरब में रहकर हनीफ ने हरीचंद की मदद कर मेवात के सदियों पुराने हिंदु-मुस्लिम भाईचारे को कायम रखा है।

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