राजीव चौक से जुलूस की शक्ल में जिला उपायुक्त कार्यालय पहुंचे
2012 से ही निष्पक्ष जांच की मांग करते रहे हैं : कुलदीप जांघू
मुख्यमंत्री के नाम जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा
गुरुग्राम : आज मारुति सुजुकी मजदूर संघ के नेतृत्व में मारुति प्रकरण की पांचवी बरसी मनाई गई। 5 साल पहले 18 जुलाई 2012 में मारुति मानेसर प्लांट में आज ही के दिन हुई दुखद घटना में एक मजदूर हितैषी मैनेजर की धुंए में दम घुटने से मौत हो गयी थी और उसका सहारा लेकर कंपनी ने 546, स्थाई मजदूरों सहित 1800 ठेका मजदूरों को काम से निकाल दिया था। इसके साथ ही 216 लोगों को घटना का दोषी मानते हुए 148 मजदूरों को जेल में डाल दिया गया। गत् मार्च 2017 को इस प्रकरण पर अंतिम निर्णय देते हुए सैशन कोर्ट गुड़गांव ने 17 लोगों को दोषी करार देकर चार मजदूरों को पांच साल की सजा, 13 को आजीवन कारावास, 14 को जितनी सजा काट चुके थे उसी सजा में व 117 मजदूरों को बरी करने का निर्णय दिया। इस मजदूर विरोधी फैसले का पूरे देश के मजदूर वर्ग ने विरोध किया और 4 व 5 अप्रैल को पूरे भारत में प्रतिरोध प्रकट किया गया।
मारुति संघ के नेता कुलदीप जांघू ने बताया कि मारुति सुजुकी मजदूर संघ की सभी यूनियन तथा अन्य सभी सहयोगी संगठन 2012 से ही निष्पक्ष जांच की मांग करते रहे हैं लेकिन किसी भी सरकार चाहे वो कांग्रेस हो या बीजेपी ने जांच करवाने की बजाय मजदूर संगठनों पर लाठियां ही बरसाई। आज जेल में बंद साथियों की रिहाई व गैर कानूनी तरीके से मजदूरों की बर्खास्तगी के विरोध स्वरूप सभी मजदूर व युनियन प्रतिनिधि, ट्रेड युनियन नेता सांय 4 बजे राजीव चौक गुड़गांव पर एकजुट हुए व वहां से जुलूस करते हुए उपायुक्त कार्यालय पर सभा के रुप में एकत्र हुए तथा मुख्यमंत्री के नाम जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा।
हौंडा यूनियन से रमेश सामोता, हीरो मोटो कॉर्प से सतनारायण, रीको धारूहेड़ा से वीरेंद्र, सीटू से सतवीर, जन संघर्ष मंच हरियाणा से सोमनाथ, एटक से अनिल पंवार, सुजुकी मोटरसाईकल से अमित कालीरामना, बीएमएस से पवन, प्रोविसनल कमेटी से रामनिवास, रीको से बिजेंद्र, अर्सटी से प्रधान संदीप, नेरोलेक से सतपाल नवराज पवन, सिकन्दर, सनबीम यूनियन ने 13 परिवारो की आर्थिक मदद के लिए 75000 रुपये हर परिवार के सदस्य को अनुदान दिया। प्रधान मुकेश शर्मा ने ये राशि दी। मारूति मानेसर से अजमेर ने सनबीम यूनियन का धन्यवाद किया।
सभी युनियन के नेताओं ने सरकार, प्रशासन, न्यायालय के मजदूर विरोधी गठजोड़ की निंदा करते हुए जेल में बंद मजदूरों के परिवारों को अपनी जिम्मेदारी मानते हुए उन्हें पूर्ण आर्थिक सहयोग करने की बात कही। मारुति सुजुकी मजदूर संघ ने जहां प्लांट में चल रहे आर्थिक सहयोग की मुहिम की सूचना दी वहीं सनबीम युनियन ने सभा में आए हुए परिजनों को 50-50 हजार रुपये का सहयोग देते हुए भविष्य में भी मदद करने का ऐलान किया।
मारुति गुरुग्राम से राजेश तथा एमपीटी से मनोज यादव सहित सभी वक्ताओं ने कहा कि मारुति मजदूरों का संघर्ष पूरे मजदूर वर्ग का सांझा संघर्ष है और जब तक हम इस संघर्ष में जीत नहीं जाते तब तक ये संघर्ष जारी रहेगा चाहे जमीनी स्तर पर हो या कानूनी कारवाई की। मारुति सुजुकी मजदूर संघ की छहों यूनियन मानेसर कार प्लाट, एमपीटी, सुजुकी मोटरसाईकल, एफएमआई, बेलसोनिका, मारुति उद्योग कामगार यूनियन सहित गुरुग्राम, मानेसर, बिनौला, धारूहेड़ा, बावल औघोगिक क्षेत्र की यूनियनों हौंडा स्कूटर, हीरो मोटो कॉर्प्स, सोना स्टेरिंग, सनबीम ऑटो, बजाज मोटर्स, कैरियर, हेमा, हितैशी इंडिया, पेरफेट्टी, डेगानिया, मितशुबिशी, लुमैक्स, एक्सवरियन, टालब्रुश, हाइलेक्स, मुंजाल किरु, एस्टी, इंडोरेंस, प्रिकोल, कूपर स्टैंडर्ड, मुंजाल शोवा, दूध मान सागर, मोती सागर, सत्यम, फ्रिगोग्लास, एफसीसी क्लच रीको, ओमेक्स, एजी, नापिनो, मार्क एग्जास्ट, शिवम ऑटो, सन वैक्यूम, सन स्टेयरिंग, हरसूर्या, एसकेएच, कपारो, जेबीएमएल, लुमैक्स एनिसिल्लारी, नेरोलेक, एशियन, एनएसके, आइजेएल, अशाही इंडिया ग्लास, यूनि प्रोडक्ट आदि ने भारी संख्या में श्रमिकों ने हिस्सा लिया।