देवघर में द्वितीय सोमवारी को व्यवस्था बनाये रखना चुनौतीपूर्ण

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उपायुक्त ने दिया बाबा मंदिर और पार्वती मंदिर दोनों में जलार्पण में तेजी लाने का निर्देश 

रूटलाईन किसी भी छोटी-बड़ी गाड़ी या जानवर से बाधित न हो

पूरे रास्ते के स्टैंड वाटर पोस्ट का निरीक्षण करने पर बल 

देवघर :  सावन की दूसरी सोमवारी को लेकर आज बी.एड. काॅलेज में उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा एवं पुलिस अधीक्षक ए विजयालक्ष्मी द्वारा व्यवस्था को लेकर ब्रीफिंग की गयी। इस मौके पर उनके अतिरिक्त अनुमंडल पदाधिकारी सुधीर गुप्ता, अनुमंडल पलिस पदाधिकारी दीपक कुमार पाण्डेय एवं नगर आयुक्त संजय कुमार सिंह भी उपस्थित थे।ब्रीफिंग के दौरान वहाँ उपस्थित सभी दण्डाधिकारियों एवं सुरक्षाकर्मियों को उपायुक्त द्वारा निर्देश दिया गया कि वे आने वाले द्वितीय सोमवारी हेतु पूरी तरह सजग रहे, क्योंकि श्रावणी मेला को द्वितीय एवं तृतीय सोमवार को हीं सर्वाधिक भीड़ आती है। ऐसे में इतनी बड़ी तादाद में आए कांवरियों की सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण जैसी चुौतियों का सामना बिना सजगता के नहीं किया जा सकता है। भीड़ व्यवस्थापन के लिए जो चीज सर्वाधिक आवश्यक  है, वह है समुचित योजना के अन्तर्गत कार्य करना। अगर हम अपनी पिछली गलतियों से सीख लेते हुए समुचित योजना बना कर कार्य करेंगे तो हम बहुत अच्छे से भीड़ का नियंत्रण कर सकते हैं।

साथ हीं उपायुक्त ने कहा कि कल आने वाले सोमवारी से अधिक आज की रात हम सभी के लिए चैलेंजिंग से हीं कांवरयिा पथ में श्रद्धालु बहुतायात संख्या में देवघर आ रहे हैं। इसलिए हमंे आज से हीं तैयार रहना होगा। विद्युत व्यवस्था पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में विद्युत व्यवस्था बहुत अच्छा है परन्तु फिर भी इसे और अधिक अच्छा करने की आवष्यकता है। विद्युत विभाग के द्वारा यह सुनिश्चित किया जाय कि सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति कभी भी बाधित न हो। साथ हीं विद्युत बाधित होने जैसे स्थितियों के लिए पूर्व से हीं बैक अप प्लान तैयार कर लें जैसे-सभी जगहों पर जेनेटरों की उपलब्धता इत्यादि।

उन्होंने कहा रात्रि को 2ः00 से 3ः00 बजे का समय सबसे अहम होता है। इस समय हम सभी को सजग रहते हुए भीड़ व्यवस्थापन हेतु अपनी पूरी शक्ति और सामथ्र्य लगा देना है। साथ हीं यह भी ध्यान रखना है कि आस-पास हो रही कोई भी गतिविधि हमारे आँखों से ओझल न हो।
इसके अतिरिक्त उन्हांेने रात्रि से पूर्व हीं सारे लाईट, माॅस्क लाईट इत्यादि की जांच कर लेने का निर्देश दिया और कहा कि रूट लाईन में प्रतिनियुक्त सभी दण्डाधिकारी व सुरक्षाकर्मी इस बात का ध्यान रखेंगे कि रूटलाईन किसी भी छोटी-बड़ी गाड़ी या जानवर से बाधित न हो।
मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के संदर्भ में बात करते हुए उपायुक्त ने कहा कि मंदिर में सभी की ड्यूटी का ख्याल निश्चित है और सभी अपने स्थानों पर तत्परता के साथ कार्य करें। आप सभी का यह ध्येय होना चाहिये कि जितना हो सके तीव्र गति से कांवरियों का जलार्पण करायें; ताकि कतार तेजी से आगे बढ़ते रहे। साथ हीं संस्कार मंडप में कांवरियों को कतारबद्ध करते समय यह ध्यान रखें कि इसका निचला हिस्सा खाली न रहें।

 

साथ हीं  उन्होंने  कहा कि बाबा मंदिर के साथ-साथ पार्वती मंदिर के जलार्पण में भी तेजी लाना आवश्यक है। इससे मंदिर प्रांगण में अनावष्यक भीड़ नहीं जायेग और भीड़ व्यवस्थापन में प्रशासन को सहयोग भी मिलेगा। इसके अतिरिक्त उमा भवन में 8 ए.सी. लगाये जाने, 24ग्7 पानी की उपलब्धता, साफ-सफाई एवं वहां प्रतिनियुक्त सुरक्षाकर्मियों की संख्या भी बढ़ाये जाने की बात उपायुक्त ने कही।
ब्रीफिंग के दौरान उपायुक्त ने नगर निगम द्वारा पूरे रास्ते के स्टैंड वाटर पोस्ट का निरीक्षण करने, रांगा मोड़ से बी. एन. झा पथ एवं हिन्दी विद्यापीठ के पास बिछाये गए कारपेट पर जल छिड़काव करने की भी बात कहीं।

उन्होंने कहा कांवरियों के चलने हेतु जो कारपेट बिछाया गया है यदि वे भींगे हुए रहेंगे तो इससे कांवरियों को चलने में आसानी होगी और कांवरियों के पैरों में छाला भी नहीं पड़ेगा। इसके उन्होंने सुरक्षाकर्मियों एंव दण्डाधिकारियों को कन्ट्रोल रूम से कम्यूनिकेट कर चलने, डाक कांवरिया या किसी अन्य को मेला क्षेत्र में लाठी लेकर प्रवेश न करने देने संबंधी बातें कहीं। उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए जरूरी है कि हम सभी पूरी सजगता और कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य करंे; ताकि दूसरे राज्यों से यहां आने वाले लोग हमारे राज्य की एक अच्छी छवि लेकर यहां से जाएं।

ब्रीफिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मेला में प्रतिनियुक्त बाहर से आए सभी दण्डाधिकारी एवं प्रतिनियुक्त यहां के माहौल से परिचित हो गये हैं। ऐसे में उन्हें भीड़ नियंत्रण करने में किसी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए। बस आवष्यकता है तो आप सब अपने आलस्य को दूर कर पूरा मन लगाकर अपना कार्य करें।साथ हीं पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सारे ओ0पी0 को सोमवारी हेतु पहले से तैयार रहने के निर्देष दे दिया गया है। साथ हीं कहा गया कि सभी लोग अपना ध्यान अंतिम छोर पर बनाये रखें और उसी के अनुरूप कार्य करें; ताकि लोगों का शीघ्रतिशीघ्र जलार्पण करा कर भीड़ नियंत्रण की जा सके। उन्होंने रात्रि 8ः00 बजे से सुबह 8ः00 बजे तक के समय को काफी अहम बताते हुए कहा कि इस समय में खासकर सभी को सजग रहने की आवष्यकता है। साथ हीं वहां उपस्थित सभी सुरक्षाकर्मियों एवं दण्डाधिकारियों को लगातार कतार की निगरानी करने का निर्देश भी दिया।

इसके अतिरिक्त अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि जलार्पण हेतु कांवरिया शिवगंगा पर अपने जल का संकल्प कराकर निर्धारित रूट होते हुए कतारबद्ध होंगे। ऐसे में हमें यह ध्यान रखना है कि किसी भी जगह पर भीड़ जमा न हो। साथ हीं उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में प्रतिनियुक्त सभी कर्मी शाम 6ः00 बजे से हीं अपनी जगह का निरीक्षण कर लें कि कहीं कोई समस्या तो नहीं। उन्होंने कुमैठा की ओर विद्युत व्यवस्था, जेनेरेटर उपलब्धता इत्यादि की भी जांच करने की बात कहीं।

 

आज श्रावणी मेला के 7वें दिन 1,26,363 श्रद्धालुओं ने बाबा का जलार्पण किया। कल जलार्पण करने हेतु अभी से हीं बोल बम का जयकारा लगाते हुए कांवरियों को कांवरियां पथ पर देखा जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा बनाये गये होल्डिंग सेंटरों में भी कांवरिया विश्राम करते नजर आ रहे है। वे वहाँ एल0ई0डी0 के माध्यम से जलार्पण एवं भीड़ व्यवस्थापन संबंधी सूचनाएँ ग्रहण करते हुए भी दिख रहे हैं। इसके अतिरिक्त कांवरिया पथ में कोलकाता से आए 12 कांवरियों के एक जत्थे को एक आकर्षक कांवर लाते देखा गया। इनके कांवर में पीतल के पाँच बड़े-बड़े नाग, बहुत सारी घंटियां और रंग-बिरंगे फूल लगे हुए हैं।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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