डेमोक्रेटिक सांसद ब्रैड शेरमेन ने अमेरिकी संसद में ‘किया पेश
टेक्सास के सांसद अल ग्रीन ने भी किया हस्ताक्षर
नई दिल्ली / वॉशिंगटन : अमेरिका में राजनीतिक भूचाल आने के संकेत मिलने लगे हैं. मिडिया की खबर के अनुसार एक डेमोक्रेटिक सांसद ने पिछले वर्ष हुए राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप के आरोप की जांच में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए देश के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग (आर्टिकल ऑफ इम्पीचमेंट) का प्रस्ताव पेश किया है. खबर में कहा गया है कि कैलिफोर्निया से डेमोक्रेटिक सांसद ब्रैड शेरमेन ने टेक्सास के सांसद अल ग्रीन के साथ मिलकर कथित बड़े अपराधों और खराब आचरण के लिए ट्रंप के खिलाफ अमेरिकी संसद में ‘आर्टिकल ऑफ इम्पीचमेंट’ पेश किया है. जाहिर है ट्रम्प के लिए राजनीतिक रूप से झटका देने वाली घटना है.
खबर में यह बताया गया है कि डेमोक्रेट अल ग्रीन ने शेरमेन के इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए हैं. यह अमेरिकी सांसद ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग का यह पहला प्रस्ताव है. उल्लेखनीय है की डोनाल्ड ट्रंप ने 20 जनवरी को अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी. हालाँकि यह माना जा रहा है कि अमेरिकी कांग्रेस में रिपब्लिकन का बहुमत होने के कारन यह महा अभियोग का प्रस्ताव पारित नहीं हो सकेगा . अमेरिकी संसदीय परंपरा के अनुसार इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिनिधि सभा में इसे बहुमत से पारित कराना होगा लेकिन यह संभव नहीं लगता है. कारण स्पष्ट है कि ट्रंप की रिपब्ल्किन पार्टी के पास मौजूदा प्रतिनिधि सभा में 46 मतों की बढ़त है. दूसरी तरफ खबर में संभावना जताई गयी है कि रिपब्ल्किन पार्टी के सांसद इस महाभियोग प्रस्ताव के समर्थन में वोट नहीं देंगे. खबर यह भी है कि व्हाइट हाउस ने शेरमेन के इस कदम को खारिज कर दिया है. व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा हकाबी सैंडर्स ने कहा है कि ‘मुझे लगता है कि यह पूरी तरह से बेतुका और अब तक की सबसे खराब राजनीति है.’
मिडिया की खबर के अनुसार शेरमेन ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश करने के बाद कहा कि ‘डोनाल्ड ट्रंप जूनियर के हालिया खुलासे से यह संकेत मिलता है कि ट्रंप का अभियान रूस से सहायता लेने का इच्छुक था. उन्होंने आरोप लगाया है कि राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन की जांच और व्यापक रूसी जांच में बाधा पहुंचाने की कोशिश की. उनकी आशंका है कि वह कुछ छिपाना चाहते थे.