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गुरुग्राम में शीघ्र शुरू होगी जन सेवा सर्वे : एडीसी
जिला मेें सर्वे के लिए 979 इनुमरेशन ब्लॉक बनाए गए
गुरूग्राम, 27 जून। प्रदेश की जनता को सरकारी विभागों से जोडऩे के बाद अब प्रदेश सरकार बिचौलियों की भूमिका समाप्त करते हुए खुद लोगों से सीधे जुडऩे जा रही है। डिजीटल इंडिया की दिशा में तेजी की ओर अग्रसर हरियाणा के लोगों को अब सरकार की योजनाओं व नौकरियों सहित कई महत्वपूर्ण जानकारियां सीधे उनके मोबाइल पर मिलने लगेंगी। गुरुग्राम में इसके लिए जल्द ही जन सेवा सर्वे शुरू किया जा रहा है जिसे लेकर आज अतिरिक्त उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने लघु सचिवालय में संबंधित अधिकारियों की बैठक ली।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने जन सेवा सर्वे को लेकर अधिकारियों से चर्चा की व उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस सर्वे का सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि पात्र व्यक्तियों को इन सर्विसिज़ का लाभ स्वत: ही मिल जाए। उन्होंने बताया कि यह सर्वे प्रगणकों(इन्यूमिरेटरों) के माध्यम से करवाया जाएगा जिसके लिए उन्हे स्मार्ट टैबलेट दिए जाएंगे। यह सर्वे ई-केवाईसी(नो योर कस्टमर) होगा। इसके लिए मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण हो चुका है जो प्रगणकों को ट्रेनिंग देंगे। उन्होंने बताया कि सर्वे के लिए एक गांव में दो ब्लॉक बनाए गए है। गुरुग्राम मेें सर्वे के लिए 979 इनुमरेशन ब्लॉक बनाए गए है जिनमें यह सर्वे किया जाना है। यह सर्वे आगामी एक माह के भीतर शुरू हो जाएगा।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश सरकार की मंशा है कि लोगों को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी सीधे उनके मोबाइल फोन पर मिले ताकि वे जनहित में चलाई गई सभी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्ति को मिले । उन्होंने कहा कि जानकारी के अभाव में लोग इन योजनाओं का लाभ उठाने से वंचित रह जाते हैं, इसलिए सरकार ने निर्णय लिया है कि सरकार की योजनाओं सहित सब्सिडी व नौकरियों आदि सहित महत्वपूर्ण जानकारियां सीधे उनके मोबाइल नंबर पर भेजी जाए जिसके लिए जन सेवा सर्वे शुरू किया जा रहा है। मुख्यमंत्री की इच्छा है कि उनकी सर्विसिज़ डिमांड और सप्लाई में तालमेल स्थापित करे और सरकार की योजनाओं की तरफ लोगों की जागरूकता बढ़े।
प्रथम चरण के तहत गुरुग्राम के ग्रामीण क्षेत्रों मे किया जाएगा सर्वे।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि गुरुग्राम जिला में प्रथम चरण के तहत जन सेवा सर्वे ग्रामीण इलाकों में करवाया जाएगा ताकि ग्रामीण तबके में रहने वाले लोगों में जागरूकता बढ़े और उन्हें सरकार की योजनाओं की जानकारी मिल सके। उन्होंने बताया कि सर्वे के दौरान प्रगणक(एनुमरेटर)घर-घर जाकर लोगों से मिलेंगे और उनसे प्राप्त डाटा जैसे-आधार नंबर आदि सहित महत्वपूर्ण जानकारी को टैबलेट में फीड करेंगे। लोगों से प्राप्त सारे डाटा को कान्फीडेंशल रखा जाएगा जिसे कोई भी अन्य व्यक्ति देखने में सक्षम नही होगा। गुरुग्राम में लगभग 550 के करीब प्रगणकों की नियुक्ति की जाएगी। इस सर्वे को सुचारू रूप से करवाने के लिए हर दस इनुमरेटरों पर एक सुपरवाइजर की भी नियुक्ति की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में फरूखनगर , पटौदी, मानेसर व सोहना तहसील आदि के ऐसे क्षेत्रों को चुना गया है जो नगरपालिका, नगर परिषद् और नगर निगम एरिया की सीमा से बाहर है।
बैठक में जिला राजस्व अधिकारी हरिओम, जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जितेन्द्र कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी नीलम भंडारी सहित कई अधिकारीगण उपस्थित थे।