गांव सलंबा में ओडीएफ टीम पर शौच करती महिलाओं के फोटो लेने के आरोप

Font Size

गांव में भारी रौष, सीएम विंडो की मार्फत सीएम से की शिकायत

गांव के लोगों में जबरजस्त नाराजगी, फिर से फोटो खेंचने पर बढ सकती है रार

 

यूनुस अलवी

मेवात: करीब पांच दिन पहले जिला प्रशासन की ओडीएफ टीम द्वारा गांव सलंबा से चार लोगों को खुले में शौच करते हुऐ पकडने और मेवात डीसी द्वारा अपराधियों की तरह पुलिस की हिरासत में उनका फोटो अपनी फैसबुक वाल पर डालने से उत्पन्न हुई लोगों की नाराजगी अभी कम भी नहीं हुई थी कि बृहस्पतिवार की शाम ओडीएफ टीम ने गांव सलंबा का दौरा किया। 
 
  जहां गांव के लोगों ने जंगल में शौच करने जाने वाली महिलाओं और लोगों के ओडीएफ टीम पर छुपके से फौंटों खींचने का आरोप लगाया। इस दौरान गांव के कुछ लोगों की ओडीएफ टीम से तकरार भी हो गई। मामला बढता देख ओडीएफ टीम गांव से अपनी कार से भाग खडे हुऐ हैं।
 
  गांव सलंबा निवासी अबू बकर पुत्र अब्दुल रहमान इस मामले की सीएम विंडो की मार्फत मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर से शिकायत की है। उन्होने अपनी शिकायत में छुपके से फोटो खेंचतने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाई की मांग की है।
 
  अबु बकर ने बताया कि उनके गांव में सार्वजनिक शौचालय नही है। गांव के बहुत से ऐसे गरीब लोग हैं जो अपनी जेब से शौचालय नहीं बना सकते तथा कई लोगों के पास तो शौचालय बनाने तक की जगह मौजूद नहीं हैं। इसके बावजूद भी ओडीएफ की टीम गांव में रोजाना आती है। शौच करती औरतों की फोटो खेंचकर ले जाती है। रमजान का महीना चल रहा है, जो अधिक्तर रोजे से रहते हैं या फिर बिमार रहते हैं। रोजे की वजह से मर्द और औरत दिनभर ना खाने-पीने की वजह से कमजोर हो जाते हैं।
 
  उन्होने बताया कि 15 जून की रात करीब सात बजे ओडीएफ की टीम गांव सलंबा पहुंची। उन्होने बताया कि इस टीम के सदस्य जिसमें महिला भी शामिल थी। ये टीम शौच के लिए जंगल में जाने वाले रास्तें में एक घर में बेठ गई जहां से उन्होने शौच करती औरतो के फोटो खींचें। जब गंाव के लोगों को इसे बारे में पता चला तो वहां पर कई लोग पहुंच गऐ। गांव के लोगों और ओडीएफ टीम के सदस्यों में बीच काफी तकरार हुई। जिसके बाद वह टीम वहां से भाग गई। गांव के लोगों में प्रशासन के इस रवईये से काफी नाराजगी है अगर ऐसी टीमों को रोका नहीं गया गांव में कोई भी बडा हादसा हो सकता है।
 
  अबु बकर ने बताया कि करीब पांच दिन पहले भी डीसी की ओडीएफ टीम ने गांव सलंबा, सालाहेडी आदि गांवों का सुबेह-सुबेह दौरा किया था। जिनमें से चार लोगों को पडका था। उन चारों लोगों से 1100-1100 रूपये तो वसूले गये साथ ही उनकी पुलिस की हिरासत में फोटो खैंचकर डीसी ने अपनी फैसबुक वाल पर ऐसे लगा दी जैसे वे बहुत बडे डकेत या आतंकवादी हैं। इससे उन सम्मानित लोगों और गांव की सार्वजनिक बदनामी हुई है। वहीं डीसी ने अपनी फैस बुक वाल पर लिखा है कि इन चारों से नांक रगडवाई गई, पिटाई की गई जो कानूनी तौर पर गलत है।
 
   उन्होने कहा कि जिन घरो से मर्द और औरतें शौच के लिए बहार जाते है वे निहायत ही गरीब आदमी है। जिनके पास रात में सोने के लिए कमरा भी नही है व गलीयों में सोते है। उन्होने कहा वे अपने गांव और मेवात को ओडीएफ बनाने के पक्षम में हैं पर सरकार और प्रशासन जबरजस्ती नही बल्कि जो सरकार की तरफ से मदद दी जाती है उससे लोगों के घरों में शौचालय बनाऐ। मेवात में बिजली, पीने का पानी, गलियो में कीचड जैसी बहुत सी समस्याऐ हैं। प्रशासन को पहले उनकी तरफ ध्यान देना चाहिये।
 
   पूर्व परिवहन मंत्री आफताब अहमद ने जोर जबरजस्ती से मेवात को ओडीएफ बनाने, लोगों के शौच करते हुऐ फोटों खींचने की कडी निंदा की है। उन्होने कहा कि मेवात में मिसन औडीएफ को कामयाब करना है तो सरकार और प्रशासन को चाहिये की वजह पहले मेवात में सार्वजनिक जगहो पर शोचालय बनाए जाए। मेवात के बडकली चौक जहां पर हर रोज 20 हजार लोगों का आना जाना होता है वहां एक भी शौचालय नहीं हैं। जिले के ईंट भटटों अभी तक शौचालय नहीं बने हैं। गांवों को ओडीएफ करने से नहीं बल्कि सार्वजनिक जगहों को ओडीएफ करने से काम चलेगा।

You cannot copy content of this page