महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय में ही खेल निदेशक पद पर शीघ्र होगी नियुक्ति
चंडीगढ़ : हरियाणा के खेल एवं युवा मामले मंत्री अनिल विज ने कहा कि रियो ओलम्पिक में कांस्य पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक को नियमानुसार सभी सुविधाएं एवं पुरस्कार मुहैया करवा दिये गये हैं। सरकार ने उनसे कोई वायदा खिलाफी नहीं की है।
श्री विज ने आज यहां विधानसभा में बोलते हुए कहा कि साक्षी मलिक को रियो से वापिस आकर देश की धरती पर कदम रखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नियमानुसार 2.50 करोड़ रुपये के पुरस्कार राशि का चैक भेंट कर दिया था। इतना ही नही, साक्षी की मांग पर उनके शहर रोहतक के महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय में ही खेल निदेशक का नया पद सृजित किया गया, जहां उन्हें नौकरी दी जाएगी। इसके लिए मार्च माह में होने वाली बैठक में साक्षी को नौकरी देने संबंधी सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएगी।
खेल मंत्री ने कहा कि जिस हाल में साक्षी अभ्यास करती है, उसने उसे वातानुकूलित बनाने की अपील भी की थी। इसके लिए सरकार ने 75 लाख रुपये की राशि रोहतक के उपायुक्त को भेज दी हैं ताकि हाल को शीघ्र वातानुकूलित बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार की योजना में कोच को पुरस्कार देना शामिल नहीं है, फिर भी साक्षी के निवेदन पर सरकार ने उन्हें एक कोच के नाम के लिए शपथ पत्र देने को कहा था। इस पर साक्षी ने पहले शपथ पत्र में 2 तथा दूसरे शपथ पत्र में 3 कोचों के नाम लिखकर भेज दिये। इसी बीच किसी अन्य व्यक्ति ने भी स्वयं को साक्षी का कोच होने का दावा पेश कर दिया।
श्री विज ने बताया कि खेल नीति में प्लाट देने का कोई प्रावधान नही है। इसके बावजूद साक्षी को हुडा के प्लाट के लिए आवेदन करना चाहिए था, जिसके लिए उसने आवेदन नही किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल लोगों को केवल भ्रमित करने का प्रयास करती है। हमारी सरकार ने ही उनके शासनकाल के दौरान हुए एशियन एवं अन्य खेलों के खिलाडिय़ों के बकाया पुरस्कार राशि प्रदान करने का काम किया है।