” कालका-काला आम्ब-कलेसर में पर्यटन की अपार संभावनाएं “

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नववर्ष के अवसर पर शिवालिक पर्वतीय क्षेत्र के लोगों को करोड़ों की सौगात 

चण्डीगढ :  हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कालका-काला आम्ब-कलेसर दोनों पर्वतीय क्षेत्र हिमाचल प्रदेश व हरियाणा की सीमा के साथ-साथ लगते हैं और यहां पर पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
मुख्यमंत्री ने यह बात आज पंचकूला के कालका विधानसभा क्षेत्र का हिमाचल प्रदेश सीमा से सटे अंतिम गांव नीमवाला के दौरे के दौरान कही और उन्होंने करोड़ों रूपए की विकास परियोजनाओं की सौगात नववर्ष के अवसर पर शिवालिक पर्वतीय क्षेत्र के लोगों को दी, जिनमें रूण नदी पर बडिय़ाल से नीमवाला तक 8.23 करोड़ रूपए की अनुमानित लागत से बनाए जाने वाले उच्च स्तरीय पुल की आधारशिला, 3.60 करोड़ रूपए की अनुमानित लागत से समलौठा से जीआ तक रास्ते का निर्माण तथा 87.84 लाख रूपए की लागत से समलौठा देवी मंदिर के लिए चौड़े रास्ते के निर्माण की आधरशिला शामिल है।
उन्होंने कहा कि सरकार के पहले दो वर्ष के कार्यकाल में 25 दिसंबर, 2016 को 90 की 90 विधानसभाओं का दौरा करने उपरांत 50 ऐसे गांवों, जिनमें आज तक पूर्व नौं मुख्यमंत्रियों में से कोई भी मुख्यमंत्री, मंत्री, उपायुक्त या एसडीएम स्तर के अधिकारी ने कभी दौरा नहीं किया, उन गांवों का दौरा करने की शुरूआत की है। उन्होंने कहा कि नीमवाला गांव के लोगों ने विभिन्न मांगें रखी है जिनकी व्ययवर्हया करवाई जाएगी और व्यवर्हयता अनुसार ही विकास कार्य को करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पुल के निर्माण से हिमाचल प्रदेश और हरियाणा के लोगों को सुविधा होगी और लगभग 40 से 50 किलोमीटर की दूरी कम होगी।

 
हरियाणा व हिमाचल प्रदेश की सीमा से सटे गांव नीमवाला में उमड़ी भीड़ से गदगद मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि शिवालिक पर्वतीय क्षेत्र उनके लिए कोई नया नहीं है। संघ के प्रचारक के तौर पर तथा भाजपा महामंत्री के रूप में वे कई बार इस क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं और यहां के लोगों की कठिनाईयों से भलि-भांति परिचित हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र के विकास के लिए सरकार की ओर से जो संभव होगा, उन परियोजनाओं को प्राथमिक्ता के आधार पर पूरा किया जाएगा और धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि उपायुक्त डॉ० गरिमा मित्तल तथा शिवालिक विकास बोर्ड के सदस्य पवन धीमान की सूचना देने पर की नीमवाला में आज तक कोई मुख्यमंत्री, मंत्री व अधिकारी नहीं गया है। इसीलिए वर्ष 2017 के पहले सप्ताह में उन्होंने यहां का दौरा करने का निर्णय लिया।

 

 
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने 4.22 करोड़ रूपए की लागत से बनाए जाने वाले धर्मपुर कालका से कांगुवाला, 22 किलोमीटर लंबी बड़ी शेर से थापली तक 4.25 करोड रूपए की लागत से सडक़ की रिपेयर, कालका विधानसभा क्षेत्र में हरियाणा ग्रामीण विकास कोष से विकास कार्यों के लिए 10 करोड़ रूपए की भी स्वीकृति दी। साथ ही मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री डॉ राजीव बिंदल की मांग पर नारायणगढ से सराहा बस सेवा शुरू करने की मौके पर ही घोषणा कर दी, जिसका उपस्थित लोगों ने तालियों की गडग़ड़ाहट से मुख्यमंत्री का स्वागत किया।

 
युवाओं को उनके हुनर के अनुरूप रोजगारपरक बनाने के लिए पलवल जिला में भगवान विश्वकर्मा के नाम से कौशल विकास विश्वविद्यालय स्थापित किया गया है, जिसमें तीन महीने से एक वर्ष की अवधि के प्रमाण पत्र पाठयक्रम चलाए जाएंगे, जिनके माध्यम से युवा स्वरोजगार व प्राईवेट क्षेत्र में नौकरी पाने के साथ-साथ सरकारी नौकरियों के लिए भी अतिरिक्त योग्यता अर्जित कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का सर्वोच्च महत्वता दी है। पहले की सरकारों में विकास परियोजनाओं के लिए अनुमान तैयार होते थे और काम पूरा होने से पहले ही अतिरिक्त बजट मांग लिया जाता था।

 

उन्होंने झज्जर बस स्टैंड का उदाहरण देते हुए कहा कि इस बस स्टैंड के निर्माण के लिए 40 करोड़ रूपए का अनुमान बनाया गया था जो कि 32 करोड़ रूपए से अधिक रूपए की राशि से पूर्ण हुआ। इस प्रकार से लगभग सात करोड़ रूपए की बचत हुई। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के जयपुर अधिवेशन में दिये गए उस वकतव्य का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने जिक्र किया कि उन्होंने कहा था कि केन्द्र सरकार से विकास परियोजनाओं के लिए भेजे गए एक रूपए में से ही केवल 15 पैसे ही खर्च होते हैं और 85 पैसे कहां जाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हीं 85 पैसों को पकडऩे के लिए हमने व्यवस्था परिवर्तन पर जोर दिया और भ्रष्टाचार रूपी कैंसर को जड़ से खत्म करने की ठानी है।

 

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 8 नवंबर को रात 8 बजे नोट बंदी के निर्णय को सौ सुनार की एक लुहार की कहावत से जोड़ते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के इस निर्णय से कालाबाजारी करने वाले लोगों की नींद उड़ा दी। उन्होंने कहा कि आरंभ में आम जनता को कठिनाई हुई परंतु लोगों ने प्रधानमंत्री का साथ दिया और प्रधानमंत्री को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि विकास परियोजनाओं के लिए पहले भी बजट की कमी नहीं थी केवल नीयत की कमी थी और भेदभाव करने की।

 
अंबाला लोकसभा क्षेत्र के सांसद रतन लाल कटारिया ने कहा कि उन्होंने पंचकूला के विकास कार्यों के लिए 125 लाख रूपए की राशि ऐमपीलैड से जारी करने की घोषणा पहले ही कर चुके हैं और आज कालका विधानसभा क्षेत्र के लिए 50 लाख रूपए की राशि देने की घोषणा की। नोटबंदी के फैंसले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्णय पर सांसद कटारिया ने कविता के साथ संबोधन को संपन्न किय।
इस अवसर पर कालका विधायक लतिका शर्मा ने कहा कि रूण नदी पर बडिय़ाल व नीमवाला को जोडने वाले पुल से हिमाचल व हरियाणा के लोगों को बहुत बड़ा फायदा तो होगा। साथ ही मुयमंत्री मनोहर लाल ऐसे पहले मुयमंत्री बने हैं, जिन्होंने दुर्गम क्षेत्र के अंतिम गांव का दौरा किया है और लोगों से रूबरू हुए। उन्होंने बताया कि इस पुल के बन जाने से हरियाणा एवं हिमाचल के 35 गांवों को आवागमन की सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया कि मोरनी क्षेत्र के गांव जिया, बॉडीवाला, ठंडियो, समलौठा, जौली, उत्तरो, टाठर, भ्भूड़, ठंडोग, राजा टिकरी, हरकाघाट, सेरला, ताल, भीवर, डारला, मोरनी, बडय़ाल, नीमवाला, जौलो, टिकरी तथा हिमाचल के कौला वाला भूड़, सूरला जनोट, चाकली, छाबिया, कटली, ठाकरद्वारा, रंजा भूरमर, ब्रह्मो की सैर, धरोंग, हबी, सराह, बालसर इत्यादि शामिल है।

 
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री व नाहन से वर्तमान विधायक डॉ० राजीव बिंदल ने भी समारोह को संबोधित किया और मुख्यमंत्री से हिमाचल व हरियाणा को जोडऩे वाली छोटी-छोटी सडक़ों को जोडऩे की मांग की जिसपर मुयमंत्री ने सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।
इस मौके पर हिमाचल के विधायक सुरेश कश्यप, जिला परिषद की चेयरपर्सन रितु सिंगला, वाईस चेयरमैन बबली शर्मा, भाजपा के जिला प्रधान दीपक शर्मा, युवा मोर्चा के प्रधान योगिन्दर शर्मा, मार्किट कमेटी रायपुररानी के चेयरमैन हरपाल सिंह, बरवाला के बल सिंह राणा, एडीजीपी डॉ० आरसी मिश्रा, उपायुक्त डॉ० गरिमा मित्तल, एसडीएम जगदीप ढांडा, भाजपा के महामंत्री विरेन्द्र राणा, शिवालिक विकास बोर्ड सदस्य श्याम लाल बंसल, सुभाष शर्मा, मीडिया प्रभारी संजय आहुजा सहित काफी संख्या में मोरनी क्षेत्र के लोग भी उपस्थित रहे।

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