बन्दरों की हत्या के आरोपों को बताया निराधार
थानाधिकारी से मिलकर की निष्पक्ष जांच की मांग
जुरहरा, भरतपुर रेखचन्द्र भारद्वाज: शुक्रवार की सुबह ग्राम पाई के पास 10 बंदरों के शव मिलने के बाद गांव पाई निवासी राकेश सिंह द्वारा जुरहरा सरपंच व उनके पिता के खिलाफ बंदरों की हत्या के आरोप लगाते हुए जुरहरा थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे को गलत बताते हुए शनिवार को जुरहरा कस्बे के सर्व समाज ने लामबंद होकर सरपंच पर बंदरों की हत्या के आरोपों को निराधार व झूंठा बताया है साथ ही कस्बे के गणमान्य लोगों ने जुरहरा थाना अधिकारी संतोष कुमार शर्मा से मिलकर उक्त मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है।
मिली जानकारी के अनुसार कस्बे वासियों के द्वारा काफी समय से कस्बे से बंदरों को पकड़वाने की मांग ग्राम पंचायत प्रशासन जुरहरा से की जा रही थी जिसके तहत गत दिनों से जुरहरा सरपंच लक्ष्मण साहू के द्वारा ठेकेदार के माध्यम से बंदरों को पकड़वाने का अभियान चलाया हुआ था जिनको ग्राम पंचायत जुरहरा के द्वारा जड़खोर गौशाला में छुड़वाने की भी व्यवस्था की गई थी लेकिन शुक्रवार को ग्राम पाई के पास 10 बन्दरों के शव मिलने के बाद गांव पाई के ग्रामीणों ने जुरहरा सरपंच पर बंदरों की हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए ग्राम पंचायत कार्यालय जुरहरा पर उनका घेराव करते हुए आंशिक रूप से प्रदर्शन भी प्रदर्शन भी किया।
वहीं ग्राम पाई निवासी एक युवक द्वारा सरपंच और उनके पिता के खिलाफ बंदरों की हत्या कराए जाने का मुकदमा जुरहरा थाने में दर्ज कराया गया है जिसके चलते शनिवार की सुबह कस्बे के सर्वसमाज के गणमान्य लोग ग्राम पंचायत कार्यालय पर एकत्रित हुए और उन्होंने एक बैठक कर सरपंच पर लगाए गए आरोपों को निराधार और झूंठा बताया है साथ ही जुरहरा थाना अधिकारी से मिलकर मामले में निष्पक्ष जांच किए जाने की मांग की है।
इस मौके पर मुख्य रूप से ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष श्रीचंद्र गौड़, पूर्व भाजपा जिला अधक्ष रविंद्र जैन, जिला पार्षद प्रतिनिधि खुर्शीद अहमद, पंचायत समिति सदस्य महेश दीवान, सुभाष चंद्र गौड़, चौधरी ईसा, रतनसिंह चौधरी, चावमल खान, कन्हैयालाल शर्मा, राजीव अग्रवाल, अर्जुन सिंह मानवी, महेंद्र रुहेला, विनोद मानवी, रामअवतार साहू, विद्यासागर साहू, पूर्व सरपंच मदन मोहन, कालू खां, लेखराज फागना, हाजी जुहरु, आजाद मोहम्मद, हरिसिंह, पूरनलाल सैनी, सोनू सोनी, प्रदीप गौड़, सुन्नी सैनी, अजय शर्मा सहित काफी संख्या में कस्बे के गणमान्य लोग मौजूद रहे।