गुरुग्राम: हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान (हिपा) अंतर्राष्ट्रीय स्तर का प्रशासनिक व प्रबंधन प्रशिक्षण संस्थान बनने की ओर अग्रसर है. इससे पूर्व हरियाणा का यह अति प्रतिष्ठित संस्थान प्रदेश का पहला कैशलेस ,पेपरलेस व ई आफिस संस्थान होने का गौरव हासिल कर चुका है. इन उपलब्धियां को केवल एक वर्ष में हासिल किया जाना संभव हुआ है. इसके साथ ही हिपा के डिवीजनल केंद्र हिसार, रोहतक व पंचकुला में भी हैं. पंचकुला के डिवीजनल केंद्र भवन का शिलान्यास जनवरी में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल करेंगे.
प्रशासनिक व प्रबंधन प्रशिक्षण के क्षेत्र में हिपा द्वारा हासिल उपलब्धियों की सूचि लगातार लम्बी ही नहीं हो रही है बल्कि इसने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान स्थापित करने की दिशा में कदम आगे बढ़ा दिया है. इस बात के संकेत वर्त्तमान में बांग्ला देश के 26 सिविल अधिकारियों की टीम के यहाँ आने से स्पष्ट मिल रहे हैं. हिपा महानिदेशक श्री गुप्ता के अनुसार बांग्ला देश के अधिकारी यहाँ प्रशासनिक सुधार व शहरी विकास का गुर सीख रहे हैं. उन्होंने जानकारी दी कि लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकादमी आफ एकमिनिस्ट्रेशन के सहयोग से अब अफ्रीकी देशों के अधिकारियों व इंजीनियरों की टीम को भी प्रशिक्षण देने का प्रस्ताव भी आ गया है.
बकौल श्री गुप्ता, अफ्रीकी अधिकारियों को यहाँ, भारत में हुए प्रशासनिक सुधारों व ढांचागत विकास का प्रशिक्षण दिया जाएगा. उनका कहना है कि आगामी जनवरी माह में अफ्रीकन देशों के अधिकारियों को प्रशिक्षण देने का काम आरम्भ हो जाएगा. यह कहना सही होगा केवल हरियाणा के कर्मचारियों, अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण देने तक सीमित रहने वाला यह संस्थान अब तेजी से ग्लोबल मार्किट में पैर पसार चुका है.
बताया जाता कि पिछले एक साल में संस्थान के नाक, नयन और नक्श पूरी तरह बदल दिए गए. पहेल तो इसने हरियाणा की सीमा को तोड़ा और आधारभूत संरचनाओं व प्रशिक्षण में गुनात्माक सुधार करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर स्वयं को स्थापित किया. आज यहाँ नेशनल लेवल की प्रतियोगिताओं के माध्यम से चयनित कर्मचारियों व अधिकारियों को भी प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है.
हिपा महानिदेशक एस पी गुप्ता कहते हैं कि इस प्रकार के प्रशिक्षण संस्थाओं का विस्तार समय के साथ होने वाले उनके अपग्रेडेशन पर निर्भर करता है. जिस प्रकार से देश व दुनिया में बदलाव के बयार बह रहे हैं उसी अनुरूप संस्थानों को भी स्वयं को तैयार करना होता है. दुनिया की आवश्यकताओं के अनुरूप हमने पिछले एक वर्ष में हिपा को ढालने की कोशिश की है और उसी का परिणाम है कि आज कई देशों से अधिकारियों को प्रशिक्षित करने के प्रस्ताव हमारे पास आ रहे हैं.
इसमें कोई दो राय नहीं कि इस संस्थान को बहुआयामी कहा जा सकता है क्योंकि यहाँ केवल अधिकारी व कर्माचारी ही देश व विदेश के निर्माण में योगदान देने के योग्य नहीं बनाए जाते हैं बल्कि अब तो स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में भी मजबूत कदम रख दिया है. यहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘कौशल भारत कुशल भारत’ के सपने को साकार करने के लिए उद्यमिता विकास केंद्र भी स्थापित किया गया है. जनवरी 2017 से युवाओं के लिए कंप्यूटर, सूचना एवं तकनीक कोर्स भी शुरू किया जाएगा. आगे छह माह का कोर्स भी शुरु करने की योजना लगभग तय है.
हिपा महानिदेशक के अनुसार यह कोर्स 12 सप्ताह अर्थात तीन माह की अवधि का होगा. इसमें कुल 144 घंटे की पढ़ाई होगी यानि औसतन प्रतिदिन दो घंटे कक्षा में आना अनिवार्य होगा. कोर्स पूरा होने पर परीक्षा होगी जिसे पास करने पर हरियाणा सरकार के उपक्रम हरियाणा नालेज कोरपोरेशन लिमिटिड द्वारा सर्टिफिकेट दिया जाएगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सर्टिफिकेट हरियाणा सरकार के सरकारी नौकरियों व प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों में भी मान्य होगा.
इस कोर्स की निर्धारित फीस 3500 रुपये एक मुश्त है. यदि कोई परीक्षार्थी कोर्स में फेल हो जाता है तो 250 रुपये परीक्षा फीस अलग से जमा कर पुनः परीक्षा दे सकता है. परीक्षार्थी दो ही मौके मिलेंगे. इसमें दसवीं पास या इससे अधिक शैक्षणिक योग्यता वाले युवक – युवतियां दाखिला ले सकते हैं. यदि कोई दसवीं पास नहीं है, उसे भी प्रबंधन की अनुमति से दाखिला दिया जाएगा. असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले युवा भी यह कोर्स कर सकते हैं जबकि हरियाणा सरकार के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी इस कोर्स को पूरा कर नियमानुसार क्लर्क बन सकते हैं.
श्री गुप्ता का मानना है कि ऐसे संस्थानों की जिम्मेदारी, देश को एक ऐसी फ़ौज तैयार करके देने की है जो विकास की नीतियों को प्रभावी तरीके से लागू करे और उसके बेहतर प्रबंधन व रखरखाव को भी भी अंजाम दे सके. उनकी सोच रचनात्मक हो जबकि नागरिक सेवा उनका मूल मंत्र बने. हिपा में आने वाले वाले प्रत्येक प्रशिक्षनार्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए आधुनिक माध्यम का उपयोग किया जाता है.
एक वर्ष की उपलब्धियां :
-एक साल के अंदर गुरुग्राम स्थित हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान (हिपा) अंतर्राष्ष्ट्रीय प्रतिष्ठान बन गया है.
-हिपा महानिदेशक एसपी गुप्ता को यह जिम्मेदारी प्रदेश सरकार ने नियुक्ति करते समय दी थी. हिपा ने तय अवधि से पहले ही अपनी अंतर्राष्ट्रीय पहचान बना ली है.
– एचसीएस – आईएएस अधिकारियों का प्रशिक्षण.
-एक साल के अंदर बांग्ला देश सिविल सेवा के दो बैच को हिपा गुडगांव में शहरी एवं ढांचागत विकास, प्रशासन आदि के बारे में प्रशिक्षण दिया गया.
– अफ्रीकन कंट्री ने भी हिपा गुडगांव की ओर हाथ बढाए हैं. अफ्रीका के सिविल सेवा के अधिकारियों को हिपा में प्रशिक्षण दिया जागा इस संबंध में करार हो चुका है.
– देश ही नहीं सार्क देशों का पहला भूकंप पूर्व चेतावनी देने वाला यंत्र हिपा में लगाया गया.
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘कौशल भारत- कुशल भारत’ के सपनों को सकार करने के लिए नालेज सेंटर की स्थापना. इसमें कंप्यूटर, इंफोर्मेशन टेक्नोलोजी का तीन महीने का कोर्स, सरकार व प्राइवेट सेक्टर में मान्य.
– प्रदेश का पहला ई आफिस का आरम्भ
– ई – अटेंडेंस की शुरुआत
– कैशलेस भुगतान की शुरुआत, हिपा में हर छोटी से छोटी राशि का भुगतान चैक से या संबंधित खातों में ट्रांसफर कर दिया जाता है.
– केंद्र सरकार के इंजीनियर, एएसओ सहित अन्य सेवाओं से जुडे अधिकारियों का प्रशिक्षण.
– महिला सशक्तिकरण को लेकर पंचायत व निकायों में चुनी गई महिलाओं का प्रशिक्षण
– जीएसटी पर देश का पहला सेमीनार
– जीडीए पर पहला सेमीनार और ड्राफ्ट तैयार किया गया